KKN न्यूज ब्यूरो। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ महीनों से भारी संकट की दौर में है। पाकिस्तानी मुद्रा का अवमूल्यन तेजी से जारी है। इस वक्त एक अमरीकी डॉलर की तुलना में पाकिस्तानी रुपया गिर कर, 120 रुपए की हो चुकी है। इसके अतिरिक्त विदेशी मुद्रा का भंडार अब चंद महीनो की खर्च के लायक ही शेष बची है। आलम ये है कि सरकारी खर्चे के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री कार्यालय में मौजूद सरकारी गाड़ी, हेलिकॉप्टर और सरकारी भैस तक बेचने पड़ रहें हैं। पाकिस्तान आर्थिक दिवालिया होने के कगार पर कैसे पहुंच गया? देखिए इस रिपोर्ट में…