India vs England Manchester Test 2025 में टीम इंडिया भले ही मुश्किल हालात में फंसी हो, लेकिन Shubman Gill और KL Rahul की जोड़ी ने मैदान पर ऐसी मिसाल पेश की है जो इतिहास में दर्ज हो गई है। इस टेस्ट के चौथे दिन जब टीम इंडिया संकट में थी, तब इन दोनों बल्लेबाज़ों ने न केवल टीम को स्थिरता दी बल्कि एक ऐसा कीर्तिमान भी रच दिया जो आज से पहले 21वीं सदी में कोई भी भारतीय जोड़ी विदेशी ज़मीन पर नहीं बना सकी थी।
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भारत की यह जोड़ी एक ही विदेशी टेस्ट सीरीज में 500 से अधिक रन बनाने वाली पहली भारतीय जोड़ी बन गई है। इससे पहले, यह कारनामा भारत के लिए सिर्फ एक बार 1970-71 में हुआ था जब Sunil Gavaskar और Dilip Sardesai ने वेस्टइंडीज में इसी तरह का प्रदर्शन किया था।
इंग्लैंड की बढ़त और भारत की वापसी की कहानी
मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड ने पहली पारी में Jo Root और Ben Stokes की शतकीय पारियों के दम पर 669 रन बनाकर भारत पर 311 रनों की बड़ी बढ़त बना ली थी।
भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए Yashasvi Jaiswal, Sai Sudharsan और Rishabh Pant की अर्धशतकीय पारियों की मदद से 358 रन बनाए थे। चौथे दिन जब भारत दूसरी पारी खेलने उतरा, तो इंग्लैंड ने लंच से पहले ही Jaiswal और Sudharsan को आउट कर दिया था।
ऐसे में लग रहा था कि इंग्लैंड इस मैच को चौथे दिन ही खत्म कर देगा, लेकिन KL Rahul और Shubman Gill ने पारी को संभाल लिया और शतकीय साझेदारी कर इंग्लैंड को पांचवें दिन मैदान में उतरने के लिए मजबूर कर दिया।
Shubman Gill ने बनाए 697 रन, बनी निरंतरता की मिसाल
चौथे दिन स्टंप्स के समय 78 रन पर नाबाद चल रहे Shubman Gill इस सीरीज में अब तक 697 रन बना चुके हैं। विदेशी ज़मीन पर यह प्रदर्शन उनकी बल्लेबाज़ी में आए परिपक्वता का प्रमाण है।
Gill ने इस सीरीज में लगातार रन बनाकर टीम को कई मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला है। उनकी टेक्नीक, फुटवर्क, और शॉट सिलेक्शन ने उन्हें विपक्षी गेंदबाज़ों पर हावी बना दिया है।
युवाओं के लिए Gill की यह पारी एक प्रेरणा है कि कैसे विदेशी पिचों पर धैर्य और समझदारी से रन बनाए जाते हैं।
KL Rahul की दमदार वापसी, 87 रन पर नाबाद
दूसरी छोर पर KL Rahul ने भी शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 87 रन पर नाबाद पारी खेली और इस सीरीज में उनका कुल स्कोर 508 रन हो गया है। यह दिखाता है कि वे foreign conditions में किस तरह अपनी तकनीक और अनुभव से टीम को सहारा दे सकते हैं।
Rahul की यह पारी सिर्फ रन बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जिम्मेदारी निभाने की मिसाल है। उन्होंने हालात के अनुसार खेला, जोखिम भरे शॉट्स से परहेज़ किया और हर गेंद पर नियंत्रण रखा।
इस सीरीज में उनका योगदान यह सिद्ध करता है कि वे अब भी भारत के लिए top-order anchor की भूमिका निभा सकते हैं।
54 साल बाद टूटा रिकॉर्ड, Gavaskar-Sardesai की यादें हुईं ताज़ा
इससे पहले भारत के लिए एक ही विदेशी टेस्ट सीरीज में दो बल्लेबाज़ों ने 500 से ज्यादा रन 1970-71 में बनाए थे, जब Sunil Gavaskar (774 रन) और Dilip Sardesai (642 रन) ने वेस्टइंडीज में यह कारनामा किया था।
Gill और Rahul ने इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड को आज की पीढ़ी के सामने दोबारा जीवित कर दिया है।
यह उपलब्धि यह बताती है कि भारतीय बल्लेबाज़ अब न केवल घरेलू पिचों पर बल्कि विदेशों में भी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
मैच की स्थिति अब भी चुनौतीपूर्ण, लेकिन उम्मीद कायम
चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक भारत 174 रन पर दो विकेट गंवा चुका था, और अभी भी 137 रन पीछे है।
हालांकि इंग्लैंड अब भी इस मैच में मजबूत स्थिति में है, लेकिन Gill और Rahul की जोड़ी ने भारतीय खेमे में नई उम्मीद जगा दी है। अगर ये दोनों खिलाड़ी पांचवें दिन पहले सत्र तक टिके रहते हैं, तो भारत ड्रॉ की दिशा में कदम बढ़ा सकता है।
टीम को चाहिए कि वह इस साझेदारी को और मजबूत बनाए और defensive yet calculated batting के साथ दिन निकालने की कोशिश करे।
साझेदारी की अहमियत और बल्लेबाज़ी का पाठ
Gill और Rahul की यह साझेदारी सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक बड़ी रणनीतिक सफलता है। विदेशी धरती पर टेस्ट जीतना या बचाना तब ही संभव होता है जब बल्लेबाज़ मिलकर लंबी साझेदारी निभाएं।
दोनों खिलाड़ियों ने न केवल रन बनाए, बल्कि बल्लेबाज़ी का संतुलित उदाहरण पेश किया। उन्होंने अच्छे गेंदों का सम्मान किया, खराब गेंदों का फायदा उठाया और लगातार स्ट्राइक रोटेट करते रहे।
इस तरह की साझेदारियां क्रिकेट को सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रखतीं, बल्कि टीम की मानसिकता और आत्मविश्वास भी बढ़ाती हैं।
Shubman Gill और KL Rahul की इस साझेदारी ने एक नई पीढ़ी के लिए उदाहरण पेश किया है। यह सिर्फ आंकड़ों की कहानी नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी भारतीय खिलाड़ी वापसी करने में सक्षम हैं।
यह उपलब्धि भविष्य के लिए भी संदेश है कि जब खिलाड़ी तैयारी, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ उतरते हैं, तो इतिहास बनता है।
अब देखना यह है कि पांचवें दिन यह जोड़ी क्या चमत्कार कर पाती है। लेकिन इतना तय है कि India vs England Manchester Test 2025 के इस मुकाबले को Gill और Rahul की साझेदारी के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
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