आज के सोने के भाव: अक्षय तृतीया पर सोने के दाम में 400 रुपये की गिरावट, जानें 24 कैरेट सोने का नया दाम

Gold Rate Today: Significant Drop in Gold Prices on Akshaya Tritiya - What is the Price of 24 Carat Gold?

KKN गुरुग्राम डेस्क | अक्षय तृतीया 2025 का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है, और इस दिन सोने की खरीदारी को बेहद शुभ माना जाता है। इसे लेकर लोग अपने घरों में सोने का आभूषण खरीदने की परंपरा निभाते हैं। लेकिन इस बार अक्षय तृतीया के खास मौके पर सोने के दाम में अप्रत्याशित गिरावट देखने को मिली है। आज यानी 30 अप्रैल को सोने के दाम में भारी गिरावट आई है, जिससे कई लोग हैरान हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि सोने के दाम में इतनी गिरावट क्यों आई, और आज 24 कैरेट सोने का दाम क्या है।

अक्षय तृतीया पर सोने के दाम में भारी गिरावट

आज सुबह 9:23 बजे तक, एमसीएक्स (Multi Commodity Exchange) के बेंचमार्क में सोने का भाव 400 रुपये प्रति 10 ग्राम गिर चुका था। वर्तमान में 24 कैरेट सोने का दाम ₹95,353 प्रति 10 ग्राम चल रहा है, जो एक अहम बदलाव है। खास बात यह है कि अक्षय तृतीया जैसे खास अवसर पर सोने की खरीदारी बढ़ती है, जिससे दाम आम तौर पर बढ़ते हैं, लेकिन इस बार ऐसा देखने को नहीं मिला।

इस गिरावट के बावजूद, अगर आप आज सोना खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो यह आपके लिए एक अच्छा मौका हो सकता है क्योंकि सोने के दाम काफी कम हो गए हैं। तो आइए जानते हैं कि इस गिरावट के पीछे क्या कारण हो सकते हैं और क्या यह गिरावट लंबे समय तक जारी रहेगी या फिर दाम बढ़ सकते हैं।

सोने के दाम में गिरावट के कारण

सोने के दाम में गिरावट आने के पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण हो सकते हैं:

1. वैश्विक आर्थिक स्थितियाँ

सोने के दाम में गिरावट का एक प्रमुख कारण वैश्विक आर्थिक स्थिति है। वर्तमान में, दुनिया भर के वित्तीय बाजारों में अस्थिरता देखने को मिल रही है, जिससे सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव आया है। इसके अलावा, डॉलर की मजबूती भी सोने की कीमतों पर असर डालती है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना अन्य मुद्राओं में महंगा हो जाता है, जिससे इसके दाम घटने लगते हैं।

2. सेंट्रल बैंक की मौद्रिक नीतियाँ

सोने के दाम पर सेंट्रल बैंक की मौद्रिक नीतियों का भी बड़ा प्रभाव पड़ता है। जब केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरें बढ़ाई जाती हैं, तो सोने की कीमतों में गिरावट आती है। यह इसीलिए होता है क्योंकि उच्च ब्याज दरों पर निवेशक अन्य निवेश विकल्पों जैसे बांड्स या बैंक बचत खाते में निवेश करना पसंद करते हैं, जो सोने की तुलना में अधिक आकर्षक होते हैं। वर्तमान में, अमेरिका के फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि का संकेत दिया गया है, जिसके परिणामस्वरूप सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है।

3. मौसम के प्रभाव और सीजनल प्रभाव

सोने के दाम में गिरावट का एक और कारण मौसमी प्रभाव हो सकता है। अक्सर, फेस्टिव सीजन के बाद सोने की कीमतों में सामान्य गिरावट आती है, क्योंकि खरीदारी में कमी आती है। अक्षय तृतीया के बाद सोने की मांग घट सकती है, जिससे दाम में भी कमी आ सकती है। इसके अलावा, विभिन्न त्योहारों के बाद बाजार में सुधार होता है, जो कीमतों को नियंत्रित करता है।

4. वैश्विक सोने की आपूर्ति और मांग

सोने की कीमतों पर वैश्विक आपूर्ति और मांग का भी बड़ा असर पड़ता है। अगर बाजार में सोने की आपूर्ति अधिक होती है, तो इसकी कीमतों में गिरावट आ सकती है। वर्तमान में, सोने की आपूर्ति और खपत के बीच संतुलन बना हुआ है, लेकिन जब मांग घटती है, तो सोने की कीमतें नीचे गिर सकती हैं।

अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी: निवेश का अवसर?

अक्षय तृतीया का दिन भारतीयों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन सोने की खरीदारी को सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। हालांकि इस बार सोने के दाम में गिरावट आई है, जो निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है। यदि आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह समय सोना खरीदने के लिए उपयुक्त हो सकता है।

सोने की खरीदारी परंपरागत रूप से एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, और जब दाम कम होते हैं, तो यह निवेशकों के लिए लाभकारी हो सकता है। हालांकि, यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं, और इसलिए यह जरूरी है कि आप दीर्घकालिक निवेश की दृष्टि से सोने की खरीदारी करें।

सोने के दाम में गिरावट: भविष्य में क्या हो सकता है?

सोने की कीमतों में गिरावट के बाद, कई लोग यह जानने के इच्छुक हैं कि भविष्य में सोने के दाम कैसे होंगे। यदि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियाँ स्थिर रहती हैं और निवेशकों का रुझान अन्य निवेश विकल्पों की ओर बढ़ता है, तो सोने के दाम में और भी गिरावट आ सकती है। हालांकि, किसी भी बड़े राजनीतिक या आर्थिक संकट के दौरान सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है क्योंकि लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं।

इसके अलावा, अगर आने वाले महीनों में मांग बढ़ती है, तो सोने की कीमतों में भी तेजी आ सकती है। खासतौर पर दीवाली और अन्य प्रमुख त्योहारों के दौरान सोने की मांग में वृद्धि होने की संभावना है, जो कीमतों को बढ़ा सकती है।

कैसे करें सोने में निवेश?

सोने में निवेश करने के कई तरीके हैं। आप शारीरिक सोना जैसे गहनों या सिक्कों के रूप में खरीद सकते हैं, या फिर सोने के फंड्स और सोने की ETFs (Exchange Traded Funds) के जरिए भी निवेश कर सकते हैं। सोने की ETFs एक सुरक्षित तरीका है, क्योंकि इसमें आपको भौतिक सोने को संभालने की जरूरत नहीं होती और यह आपके निवेश को म्यूचुअल फंड्स की तरह लिक्विड बनाता है।

1. सोने का गहना खरीदना:

अक्षय तृतीया के दिन लोग सोने का गहना खरीदते हैं, जो पारंपरिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। हालांकि, गहनों की कीमत में मेकिंग चार्ज और GST भी जुड़ते हैं, इसलिए यह थोड़ा महंगा हो सकता है।

2. सोने की ETFs:

यदि आप निवेशक हैं और चाहते हैं कि आपका निवेश सुरक्षित और लिक्विड हो, तो सोने की ETFs एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इसमें आप छोटे निवेश से भी सोने में निवेश कर सकते हैं।

3. सोने के फ्यूचर्स और ऑप्शन्स:

जो लोग बाजार की गतिशीलता को समझते हैं, वे सोने के फ्यूचर्स और ऑप्शन्स में भी निवेश कर सकते हैं। यह एक उच्च जोखिम वाला निवेश है, इसलिए इसे सावधानी से करना चाहिए।

अक्षय तृतीया पर सोने के दाम में आई गिरावट ने बहुत से लोगों को चौंका दिया है, लेकिन यह उन निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है जो सोने में निवेश करना चाहते हैं। आर्थिक और वैश्विक कारकों के आधार पर सोने के दाम में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं, और यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि आप अपनी खरीदारी और निवेश दीर्घकालिक दृष्टिकोण से करें।

आज के सोने के दाम की गिरावट निश्चित रूप से एक आकर्षक अवसर है, लेकिन यह जरूरी है कि आप सोने में निवेश करते समय सही रणनीतियों और समग्र बाजार स्थिति को समझें।


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