धमकी देने से परहेज नहीं
KKN न्यूज ब्यूरो। तबलीगी जमात के लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहें है। वेशर्मी ऐसी कि अब क्वारेंटाइन सेंटर के दरबाजे पर शौच करके जाहिल कहलाने में भी इन्हें शर्म नहीं आ रहा है। इलाज करने वाले डॉक्टर पर थूकने और नर्स के साथ अश्लील हरकत करने से मन नहीं भरा तो जमात के लोगो ने वार्ड में नंगा होकर लोगो के सामने आ गये। बीड़ी और बिरयानी मांगने लगे। ताज्जुब की बता ये कि ऐसे जाहिल लोगो का विरोध करने की जगह, जमात से जुड़े लोग खबर दिखाने वाले मीडिया और इलाज कर रहे डॉक्टर को ही खुलेआम धमकी दे रही है। पुलिस को धमका रहें है। सरकार को धमका रहे है।
जमातियों पर एफआईआर दर्ज
देश में कोरोना वायरस के मामलों में हुई बढ़ोतरी में अहम भूमिका निभाने वाले जमाती आखिर चाहतें क्या है? इस बीच दिल्ली में निजामुद्दीन के तबलीगी जमात कार्यक्रम में भाग लेने वाले दो लोगों के खिलाफ नरेला थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। फिलहाल उन्हें नरेला के एक क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। सफाई कर्मचारी की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर में मरकज से लौटे मोहम्मद फहद और अदनान जहीर पर क्वारंटाइन सेंटर में हंगामा करने और अपने कमरे के सामने शौच करने का आरोप लगाया गया है। इन्हें 31 मार्च को यहां शिफ्ट किया गया था। एफआईआर में यह भी लिखा गया है कि उस कमरे में रहने वाले दोनों लोग स्वास्थ्य विभाग और सरकार के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। इससे पहले भी दिल्ली में क्वारंटाइन में रखे गए जमात के लोगों द्वारा डॉक्टरों पर थूकने की बात सामने आ चुकीं है।
धर्म की यह कैसी शिक्षा
बता दें कि, जमात से जुड़े लोगों की अभद्रता का यह कोई पहला और नया मामला नहीं है। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से निकले तबलीगी जमात के लोग देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण के प्रसार के लिए जिम्मेदार माने जा रहे हैं, वहीं मेडिकल स्टाफ और पुलिस के साथ इन लोगों की बदसलूकी के कई मामले भी आ रहे हैं। इससे पहले भी गाजियाबाद के एमजीएम अस्पताल में क्वारंटाइन में रखे गए 13 जमातियों पर महिला मेडिकल स्टाफ के साथ अश्लील हरकतें करने के आरोप लगे हैं। अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि जमाती वार्ड के अंदर अश्लील गाने सुनते हैं। बिना पैंट के घूमते हैं और महिला कर्मचारियों से बीड़ी-सिगरेट तक मांगते हैं। नर्स व अन्य महिला मेडिकल स्टाफ को देखकर अश्लील फब्तियां भी कसते हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है कि ऐसे हालात में इनका इलाज करना संभव नहीं है। वहीं, मध्य प्रदेश के इंदौर में भी जमातियों को संरक्षण देने वालों ने मेडिकल स्टाफ पर हमला कर दिया था। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिरकार जमात में इन्हें धर्म की कैसी शिक्षा दी जाती है?