KKN गुरुग्राम डेस्क | आज 28 मार्च 2025 को शेयर बाजार ने अच्छे संकेतों के साथ शुरुआत की थी, लेकिन थोड़ी देर में बाजार में गिरावट आई। हालांकि, बाद में बाजार ने तेजी पकड़ी और फिर से हरे निशान पर आ गया। सुबह 10:45 बजे तक, सेंसेक्स 49 अंकों की बढ़त के साथ 77,656 पर था और निफ्टी भी 20 अंकों के लाभ के साथ 23,612 पर ट्रेड कर रहा था।
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शेयर बाजार का शुरुआती गिरावट और फिर तेजी की ओर बढ़ना
आज महीने के आखिरी कारोबारी दिन पर भारतीय शेयर बाजार ने मजबूत शुरुआत की थी, लेकिन कुछ समय बाद वैश्विक बाजारों के असर के चलते बाजार में गिरावट आई। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा, बाजार ने फिर से अपने पैर जमाए और सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर लौट आए। सुबह के समय में सेंसेक्स 255 अंक गिरकर 77,350 पर आ गया था, जबकि निफ्टी में 72 अंकों की गिरावट देखी गई, जो 23,519 पर आ गया था।
इस गिरावट का कारण वैश्विक बाजारों में कमजोरी बताई जा रही है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ताजा ट्रेड टैरिफ के ऐलान से उत्पन्न हुआ था। इसके चलते निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिससे एशियाई और अमेरिकी बाजारों में गिरावट देखने को मिली।
वैश्विक बाजारों का असर और ट्रेड वॉर की चिंता
वैश्विक स्तर पर व्यापार युद्ध (ट्रेड वॉर) की आशंका ने भारतीय शेयर बाजार को भी प्रभावित किया। अमेरिका में ट्रेड और टैरिफ नीति के बारे में जारी घोषणाओं ने अमेरिकी और एशियाई बाजारों में गिरावट की शुरुआत की। इसके प्रभाव के चलते, भारतीय शेयर बाजार में भी सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई।
इससे पहले, अमेरिकी शेयर बाजार में भी गिरावट आई थी। डॉउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.37% की गिरावट आई, जबकि S&P 500 और NASDAQ में भी गिरावट दर्ज की गई थी।
भारत में शेयर बाजार का प्रदर्शन: बढ़त के साथ बंद हुआ गुरुवार
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ने बढ़त के साथ अपना कारोबार समाप्त किया। सेंसेक्स 317.93 अंक या 0.41% की बढ़त के साथ 77,606.43 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 ने 105.10 अंक या 0.45% की बढ़त हासिल करते हुए 23,591.95 पर अपना समापन किया। यह संकेत दे रहा था कि भारतीय शेयर बाजार में रिकवरी हो रही है, हालांकि वैश्विक चिंता का असर जारी था।
शेयर बाजार पर असर डालने वाले प्रमुख कारक
आज के शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर कुछ महत्वपूर्ण कारक असर डाल रहे हैं:
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वैश्विक ट्रेड वॉर: अमेरिकी राष्ट्रपति के द्वारा घोषित नए ट्रेड टैरिफ और वैश्विक व्यापार युद्ध की चिंता ने निवेशकों के मन में अस्थिरता पैदा की है।
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निवेशकों की चिंता: एशियाई बाजारों में गिरावट और अमेरिकी बाजारों के उतार-चढ़ाव के कारण भारतीय निवेशकों में थोड़ी घबराहट देखी जा रही है। हालांकि, घरेलू निवेशकों का विश्वास भारतीय बाजार पर बना हुआ है।
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निफ्टी और सेंसेक्स के टॉप लूज़र्स: गुरुवार को महिंद्रा एंड महिंद्रा, इन्फोसिस, पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक और टीसीएस जैसे प्रमुख शेयर गिरावट के शिकार हुए थे, जबकि आज इन कंपनियों के शेयर में कुछ सुधार देखने को मिला है।
एशियाई और वैश्विक बाजारों के संकेत
एशियाई बाजारों में शुक्रवार को गिरावट का रुख देखा गया, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़ा। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 1.41% गिरा, जबकि कोरिया का कोस्पी 1.54% नीचे था। हांगकांग का हैंग सेंग भी कमजोर शुरूआत के संकेत दे रहा था।
वॉल स्ट्रीट में भी गिरावट का रुझान रहा। डॉउ जोन्स, S&P 500, और NASDAQ में गिरावट आई, जो कि वैश्विक व्यापार नीति और घरेलू बाजार की चिंता को दर्शाता है।
निफ्टी फ्यूचर्स का प्रदर्शन और निवेशकों के लिए संकेत
निफ्टी फ्यूचर्स आज 23,758 के स्तर के आसपास ट्रेड कर रहा था। यह निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से लगभग 20 अंकों की छूट है, जो एक निगेटिव शुरुआत का संकेत है। इस प्रकार, भारतीय शेयर बाजार में निफ्टी और सेंसेक्स के शुरुआती प्रदर्शन में गिरावट के बावजूद, बाद में सुधार और उछाल देखा गया है।
ऑटो सेक्टर में गिरावट और शेयरों का प्रदर्शन
ऑटोमोटिव सेक्टर में आज गिरावट देखने को मिली। जनरल मोटर्स के शेयर में 7% से अधिक की गिरावट आई, जबकि फोर्ड के शेयर 3.9% नीचे आए। Aptiv और BorgWarner के शेयर भी 5% से अधिक गिर गए। हालांकि, टेस्ला और एप्पल जैसे शेयरों में मामूली वृद्धि देखी गई, जिससे इन कंपनियों के शेयरों में स्थिरता रही।
निवेशकों के लिए क्या है आगे का दृष्टिकोण?
आज के उतार-चढ़ाव के बावजूद, विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार में मजबूत बुनियादी सिद्धांत हैं। Reliance Industries, Infosys, TCS, और HDFC Bank जैसे बड़े कंपनियों के शेयर में सुधार होने की उम्मीद है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे बाजार की मौजूदा स्थिति में सतर्क रहें और लंबी अवधि के लिए अच्छे शेयरों में निवेश करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि आगामी दिनों में भारतीय शेयर बाजार में स्थिरता आ सकती है, बशर्ते वैश्विक व्यापार युद्ध का असर कम हो और घरेलू विकास दर में सुधार हो।
28 मार्च 2025 का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए मिश्रित रुझान का दिन था। शुरुआती गिरावट के बाद बाजार में सुधार देखने को मिला, लेकिन वैश्विक बाजारों में जारी कमजोरी के कारण निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। सेंसेक्स और निफ्टी में कुछ सुधार के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन यह पूरी तरह से वैश्विक घटनाओं पर निर्भर करेगा।
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी निवेश रणनीतियों में विविधता बनाए रखें और अपने निवेश को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से देखें। यदि आप Reliance Industries, Infosys, या TCS जैसे मजबूत कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा समय हो सकता है।
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