मीनापुर। राजकीय उत्क्रमित मध्य विधालय मुस्तफागंज मे शुक्रवार को कबीर जयंती मनायी गयी। वरीय शिक्षक सदयकांत आलोक ने कहा कि महात्मा कबीर समाज में फैले आडम्बरों के सख्त विरोधी थे। उन्होंने लोगों को एकता के सूत्र का पाठ पढ़ाया। वे लेखक और कवि थे। उनके दोहे इंसान को जीवन की नई प्रेरणा देता है। कबीर ने जिस भाषा में लिखा, वह लोक प्रचलित तथा सरल थी। उन्होंने विधिवत शिक्षा नहीं ग्रहण की थी, इसके बावजूद वे दिव्य प्रभाव के धनी थे। कबीरदास को हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही संप्रदायों में बराबर का सम्मान प्राप्त है। मौके पर शिक्षक शशिरंजन राम, प्रमिला प्रियंका, प्रेरक विजय प्रसाद, गुंजा कुमारी, रत्ना बनर्जी, सुमित कुमार, प्रशांत कुमार, जिन्नत परवीण,व चंद्रकला कुमारी ने सम्बोधित किया।