KKN गुरुग्राम डेस्क | 8 मार्च 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के नवसारी जिले में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक बड़े कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह से महिला पुलिसकर्मियों के हाथों में होगी। यह पहल भारत के इतिहास में पहली बार हो रही है, जब प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की सुरक्षा का जिम्मा केवल महिला पुलिसकर्मियों को सौंपा गया है। इस पहल का उद्देश्य न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है, बल्कि यह भी दिखाना है कि महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी मजबूत पहचान बना रही हैं।
महिला पुलिसकर्मियों का ऐतिहासिक कदम
गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष सांघवी ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार महिला दिवस के मौके पर गुजरात पुलिस एक अनूठी पहल कर रही है। यह कदम ना केवल महिलाओं की भूमिका को उजागर करेगा, बल्कि यह भी साबित करेगा कि महिला पुलिसकर्मी भी उच्च स्तर की सुरक्षा व्यवस्थाओं को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था की कमान गुजरात की महिला पुलिसकर्मियों के हाथों में होगी।
सांघवी ने कहा, “भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की पूरी सुरक्षा व्यवस्था महिला पुलिसकर्मियों द्वारा संभाली जाएगी। यह कदम न केवल महिला पुलिस की क्षमता को प्रदर्शित करता है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण के प्रति देश की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।”
सुरक्षा व्यवस्था में शामिल महिला अधिकारी
इस कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा लेने वाली महिला पुलिसकर्मियों की टीम में आईपीएस अधिकारी से लेकर कॉन्स्टेबल तक शामिल होंगी। सुरक्षा के इस ऐतिहासिक कदम में 2,100 से अधिक महिला कॉन्स्टेबल, 187 सब-इंस्पेक्टर, 61 पुलिस इंस्पेक्टर, 16 डीएसपी, 5 एसपी, एक आईजी और एक अतिरिक्त डीजीपी रैंक की महिला अधिकारी शामिल होंगी। इन सभी महिला पुलिसकर्मियों को पूरी तरह से प्रशिक्षित किया गया है ताकि वे इस महत्वपूर्ण सुरक्षा कार्य को पूरी तरह से निपुणता से कर सकें।
इस पहल को लेकर एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करने वाली वरिष्ठ महिला अधिकारी, गृह सचिव निपुणा तोरावाने होंगी। वे इस ऐतिहासिक सुरक्षा आयोजन की जिम्मेदारी संभालेंगी और यह सुनिश्चित करेंगी कि सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया जाए।
प्रधानमंत्री का गुजरात और दादरा-नगर हवेली दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह गुजरात दौरा 7 और 8 मार्च को तय किया गया है। इस दौरान वे दादरा और नगर हवेली के साथ-साथ गुजरात में भी कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। महिला दिवस के दिन यानी 8 मार्च को वे नवसारी जिले के वानसी बोरसी गांव में “लखपति दीदी सम्मेलन” को संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए प्रेरित करेंगे।
“लखपति दीदी सम्मेलन” एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन महिलाओं को मंच प्रदान करना है, जिन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से न केवल अपने परिवार को बल्कि समाज को भी सशक्त किया है। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री महिलाओं को और अधिक आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करेंगे।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम
प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम का सुरक्षा जिम्मा पूरी तरह से महिला पुलिसकर्मियों के हाथों में सौंपने की पहल भारत में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह कदम न केवल महिलाओं की कार्यकुशलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में बराबरी का मौका मिल सकता है। खासकर उन क्षेत्रों में जहां पहले पुरुषों का वर्चस्व हुआ करता था।
गुजरात पुलिस का यह कदम एक सशक्त संदेश देता है कि महिलाएं अब किसी भी भूमिका में पीछे नहीं हैं। चाहे वह सुरक्षा व्यवस्था हो, चाहे कोई अन्य प्रशासनिक कार्य, महिलाएं किसी भी जिम्मेदारी को पूरी निपुणता और दक्षता के साथ निभा सकती हैं।
महिलाओं की भूमिका और गुजरात की दिशा
गुजरात राज्य हमेशा से महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर अग्रणी रहा है। राज्य सरकार ने महिलाओं के कल्याण और सुरक्षा के लिए कई पहल की हैं। इस दिशा में गुजरात पुलिस द्वारा की जा रही यह पहल और प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम महिलाओं के अधिकारों को मजबूती से प्रोत्साहित करता है। साथ ही, यह कदम समाज में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में भी काम करेगा, जहां महिलाएं अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण सभी क्षेत्रों में अपनी जगह बना सकती हैं।
गुजरात सरकार ने महिलाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जैसे शिक्षा में वृद्धि, कामकाजी महिलाओं के लिए सुविधाएं, और घरेलू हिंसा को रोकने के लिए कड़े कानून। प्रधानमंत्री के इस दौरे के दौरान महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के महत्व पर भी जोर दिया जाएगा।
यह पहल क्यों है महत्वपूर्ण?
यह पहल इस मायने में महत्वपूर्ण है कि यह महिलाओं की शक्ति और क्षमता को मान्यता देती है। आज के समय में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं, चाहे वह राजनीति, शिक्षा, व्यापार, चिकित्सा, या सुरक्षा क्षेत्र हो। महिलाओं का नेतृत्व अब हर जगह देखा जा सकता है। इस प्रकार के कदम महिला पुलिसकर्मियों के लिए और अन्य महिला कर्मचारियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनते हैं, जो उन्हें अपने अधिकारों को समझने और उन्हें हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
यह कदम न केवल महिलाओं को सशक्त करता है, बल्कि समाज को यह संदेश देता है कि महिलाएं किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। गुजरात पुलिस द्वारा लिया गया यह कदम महिला सशक्तिकरण के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करता है और यह दिखाता है कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों मिलकर महिलाओं के कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात दौरा और महिला दिवस पर महिला पुलिसकर्मियों द्वारा सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालना, यह एक ऐतिहासिक कदम है। यह न केवल महिलाओं की कार्यकुशलता को मान्यता देता है, बल्कि यह पूरे देश को महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के योगदान के महत्व का संदेश भी देता है। प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम यह साबित करता है कि महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं और आने वाले समय में वे और भी अधिक सशक्त होंगी।
गुजरात पुलिस की यह पहल महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को एक नया दिशा देती है। यह दिखाता है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में अपना योगदान दे सकती हैं और उनके बिना किसी क्षेत्र की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इस पहल के जरिए हम यह उम्मीद कर सकते हैं कि देशभर में और राज्यों में महिलाओं को समान अवसर मिलेंगे और वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगी।