KKN गुरुग्राम डेस्क | लोकप्रिय लोक गायिका और सोशल मीडिया पर अपनी राजनीतिक टिप्पणियों के लिए मशहूर नेहा सिंह राठौर एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वजह है उनका ऑपरेशन सिंदूर पर किया गया ट्वीट, जिसमें उन्होंने भारतीय सेना की बहादुरी की सराहना करते हुए लिखा, “एक चुटकी सिंदूर की ताक़त देख ली आतंकवादियों..!“।
Article Contents
हालांकि यह बयान देशभक्ति से प्रेरित दिखा, लेकिन सोशल मीडिया पर इस पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। जहां कुछ यूजर्स ने नेहा के इस समर्थन का स्वागत किया, वहीं कई लोगों ने उनकी पहले की सरकार विरोधी टिप्पणियों को याद दिलाते हुए उन्हें ट्रोल किया।
नेहा सिंह राठौर का ट्वीट क्या था?
नेहा ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद दो ट्वीट किए:
“भारतीय सेना जिंदाबाद, जय हिंद।”
“एक चुटकी सिंदूर की ताक़त देख ली आतंकवादियों..!”
इन ट्वीट्स में उन्होंने सीधे तौर पर केंद्र सरकार या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र नहीं किया, लेकिन भारतीय सेना के पराक्रम की प्रशंसा जरूर की।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं: मिली तारीफ भी, हुए ट्रोल भी
नेहा के ट्वीट्स के तुरंत बाद ट्विटर (अब एक्स) पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूजर्स ने उनके बयान की सच्चाई पर सवाल उठाए और पूछा कि क्या अब वह सरकार से सवाल नहीं करेंगी।
कुछ प्रमुख यूजर कमेंट्स:
करण यादव: “ये ट्वीट करने से पहले बहुत तकलीफ हुई होगी ना?”
डॉ. ऋचा राजपूत: “अरे, सवाल पूछो, वो भी तुम्हारा अधिकार है।”
स्वाति तिवारी: “बुखार चढ़ गया क्या? तुम तो कह रही थी कि धर्म पूछकर हमला हुआ! अब एयरस्ट्राइक गद्दारों पर बाकी है।”
पहले सरकार पर तीखे हमले कर चुकी हैं नेहा
नेहा सिंह राठौर अक्सर सरकार विरोधी गानों और बयानों के लिए चर्चा में रहती हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के बिहार दौरे को भी वोट बैंक की राजनीति बताया था और पहलगाम आतंकी हमले को सरकार का प्रोपेगेंडा कहकर निशाना साधा था।
इतना ही नहीं, उन्होंने एक वीडियो भी बनाया था जिसमें सरकार की आलोचना की गई थी और जिसे पाकिस्तान में भी शेयर किया गया, जिसके बाद उन्हें देशद्रोही तक कहा गया और कई जगहों पर FIR भी दर्ज हुई।
नेहा की छवि में बदलाव या रणनीतिक ट्वीट?
इस ट्वीट के बाद यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या नेहा अब सरकार समर्थक रुख अपना रही हैं या यह सिर्फ एक संतुलित छवि बनाने की रणनीति है?
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार:
यह ट्वीट देश के साथ खड़े होने की भावना को दिखाता है
संभव है कि यह कानूनी दबाव को कम करने की कोशिश हो
या फिर जनता की बदलती मानसिकता को ध्यान में रखते हुए अपनी छवि का बदलाव
ऑपरेशन सिंदूर: क्या है इसका पूरा घटनाक्रम?
भारत ने 6-7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए सर्जिकल स्ट्राइक की। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 भारतीय नागरिक मारे गए थे।
इस ऑपरेशन में:
100 से अधिक आतंकियों का खात्मा
जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के प्रमुख ठिकाने ध्वस्त
कोई आम नागरिक या पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान नहीं निशाना बनाया गया
सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बनी नेहा
नेहा सिंह राठौर का ट्वीट ऐसे समय आया जब सोशल मीडिया पर देशभक्ति का माहौल बना हुआ था। जहां बड़े-बड़े नेता, अभिनेता, और आम जनता भारतीय सेना को सलाम कर रही थी, वहीं नेहा की ओर से आया यह ट्वीट उनके पुराने बयानों के ठीक उलट था, जिससे लोगों को हैरानी हुई।
हालांकि कुछ यूजर्स ने कहा कि अगर कोई सरकार की आलोचना करता है, तो इसका यह मतलब नहीं कि वह देशद्रोही है। नेहा का यह ट्वीट इस बात को भी साबित करता है कि सरकार की आलोचना और सेना का समर्थन साथ-साथ हो सकते हैं।
नेहा सिंह राठौर और राष्ट्रवाद की नई परिभाषा?
नेहा के इस ट्वीट ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि क्या कोई सरकार से सवाल पूछते हुए भी देशभक्त हो सकता है? क्या देशप्रेम और आलोचना को एक साथ देखा जा सकता है?
इस संदर्भ में:
नेहा का ट्वीट संवेदनशील मुद्दों पर सोच-समझकर बोलने का संकेत हो सकता है
यह दोहरे मापदंडों पर चल रही बहस को और गहरा कर देता है
यह दर्शाता है कि राष्ट्रवाद का मतलब सिर्फ सरकार का समर्थन नहीं है, बल्कि यह सेना और देश के प्रति सम्मान भी है
नेहा सिंह राठौर का ऑपरेशन सिंदूर पर ट्वीट भले ही दो पंक्तियों में था, लेकिन उसने एक बार फिर से राजनीति, देशभक्ति और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बड़ी बहस छेड़ दी है।
इस ट्वीट से एक बात साफ हो गई है — जब देश की बात आती है, तो विचारधारा भले अलग हो, पर भारत के लिए सभी एकजुट हो सकते हैं।