संतोष कुमार गुप्ता
मीनापुर: प्रखण्ड का लब्ध व प्रतिष्ठित एकमात्र यदु भगत किसान महाविधालय मुस्तफागंज 32 वर्षो से बिजली के लिए लालायित है।
प्रखंड मुख्यालय से दो किलोमीटर की दूरी पर यह कॉलेज गांव के भीतर है। इसी कॉलेज मे स्ट्रांग रूम है। यहां पर 28 पंचायतो के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतगणना के बाद वार्ड से लेकर जिला परिषद तक का मतपेटी यहीं पर रखा गया है। वावजूद यह महाविधालय बिजली के लिए तरस रहा है। रात मे दो चौकीदारो को अंधेरा मे ही स्ट्रांग रूम की सुरक्षा करना पड़ता है। यहां के कॉलेज मे शिवहर मोतीहारी के बच्चे भी पढने आते है। मीनापुर के आसपास के बच्चे भी यहां काफी संख्या मे आते है। वर्तमान मे यहां इंटर कला मे 384,विज्ञान मे 313 व वाणिज्य मे 62 बच्चो का नामाकंन है। 759 बच्चो के बीच 36 शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी काम करते है। 1985 मे कॉलेज का स्थापना किया गया किंतु लाख प्रयासो के वावजूद यहां बिजली का कनेक्शन नही पहुंचा है। हालांकि मैट्रीक का रिजल्ट आने के बाद यहां बड़ी संख्या मे बच्चो का नामाकंन होगा। भीषण गरमी मे बच्चो का गरमी मे बुरा हाल हो जाता है। इंटर द्वितिय वर्ष का छात्रा खुशबू कुमारी,प्रियंका कुमारी,रजनी कुमारी,रूबी कुमारी,सोनी कुमारी,रानी कुमारी,ज्योति कुमारी व सलोनी कुमारी बताती है कि सोमवार से गरमी की छुट्टी के बाद उनलोगो का कॉलेज खुलेगा। किंतु गरमी मे पढना मुशकिल काम हो जायेगा। यहां बिजली नही रहने से बच्चे बेचैन हो जाते है। कई बच्चे कॉलेज मे ही बेहोश हो जाते है। पानी का छिटा मारकर ठीक किया जाता है। कॉलेज के प्रधान लिपिक जितेंद्र कुमार बताते है कि बिजली कनेक्शन के लिए एस्सेल को आवेदन दिया जा चुका है। वावजूद एस्सेल विभाग बच्चो की वेदना समझने को तैयार नही है। कम्प्यूटर का क्लास ठप है.कॉलेज का आनलाइन काम के लिए दूसरे जगह जाना पड़ता है.स्ट्रांग रूम अंधेरे मे है। प्राचार्य उपेंद्र कुमार बताते है कि दो वर्ष पूर्व भी तत्कालिन कमिश्नर से शिकायत के बाद बिजली देने का निर्देश दिया गया था। किंतु आज तक बिजली विभाग के अधिकारियो के कान पर जू तक नही रेंगा। विधायक मुन्ना यादव ने बताया कि एस्सेल के अधिकारियो से उनकी बात हुई है। वहां ट्रांसफार्मर के साथ साथ पोल भी लगाना है। वहां शीघ्र ही बिजली की समस्या दूर होगी।
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