शनिवार, अगस्त 9, 2025 8:46 अपराह्न IST
होमSocietyमीनापुर में नदी निगल गई जमीन और किसान बन गये मजदूर

मीनापुर में नदी निगल गई जमीन और किसान बन गये मजदूर

Published on

Follow Us : Google News WhatsApp

खेती योग्य 50 बीघा से अधिक जमीन समा चुकी है नदी में

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिला अन्तर्गत मीनापुर में पिछले डेढ़ दशक में बूढ़ी गंडक के कटाव की चपेट में आने से दर्जनभर गांवों के सैकड़ों परिवार बेघर हो गये। प्रखंड के लिए बूढ़ी गंडक लाभकारी कम, अभिशाप ज्यादा बनी है। सरकारी आंकड़े के अनुसार डेढ़ दशक में एक हजार से अधिक घर कटाव में बह गए। जो कल तक किसान थे, वे आज मजदूरी करने को विवश हैं।

मीनापुर के रघई, घोसौत, हरशेर, पानापुर चक्की, गंगवार, बजरमुरिया, डुमरिया, बाड़ाभारती व जामिन मठियां आदि गांवों के करीब एक हजार परिवार अपने ही गांव में विस्थापित होकर जीवन जीने को अभिशप्त हो चुके हैं।
वर्ष 2004 से 2018 तक अकेले रघई गांव के करीब तीन सौ परिवार कटाव की चपेट में आकर उजड़ चुके हैं। वहीं पुनर्वास के नाम पर अबतक विस्थापितों में से मात्र 50 परिवार को ही सरकारी आवास मुहैया कराया गया है। जबकि, बाकी परिवार अभी तक पुनर्वास की आस लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं। रघई के मुखिया चंदेश्वर साह बताते हैं कि कटाव के कारण गांव की खेती योग्य 50 बीघा से अधिक जमीन नदी में समा चुकी है। लिहाजा, दर्जनों परिवार भूमिहीन हो कर मजदूरी करने लगे हैं।
कटाव के कहर का ऐसा हुआ असर
बूढ़ी गंडक में कटाव के कहर का असर ये हुआ कि कुछ साल पहले तक जो छोटे किसान कहलाते थे, आज मजदूरी करने को विवश हैं। रघई गांव में पहुंचते ही सबसे पहले मुलाकात हुई 55 वर्षीय मुसमात सीता देवी से, सीता का घर और खेती की जमीन कटाव की भेंट चढ़ चुकी है। आज वह मजदूरी करके जीवन बसर करती है। आगे बढ़ने पर मिले 65 वर्षीय रामलक्षण साह। श्री साह का दर्द भी कुछ इसी तरह छलका। वे किसान से मजदूर बन गये है। एक लड़का है, वह भी दिव्यांग है। लिहाजा, पूरे परिवार का भरण पोषण अब बूढ़े कंधों पर आ चुका है। 50 वर्षीय फुदेना साह व 63 वर्षीय राजदेव सहनी खरार मठ पर चाय की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहें है। 65 वर्षीय गुदर भगत माली का काम करते हैं। ऐसे और भी है, जो विभिन्न गांवों में सड़क के किनारे व मठ की जमीन पर झोपड़ी बनाकर रहने को अभिशप्त हो चुकें हैं।
लोगों की आंखों में दिखता है दहशत
बूढ़ी गंडक के मुहाने पर बसे मुन्नी लाल सहनी, भाग्य नारायण सहनी, राजेश साह व हरिनारायण साह दहशत में हैं। इन लोगों का कहना है कि यदि इस वर्ष फिर से बाढ़ आई और कटाव हुआ तो उनका आशियाना नदी में समा जाएगा। बाढ़ की आशंका से गांव के और भी कई लोगों की आंखों में दहशत साफ झलकता है। लोगों ने बताया कि वर्ष 2017 में नदी के किनारे कटाव से सहदेव साह का पक्का मकान गिर गया था और आज सहदेव भटकने को मजबूर हो चुके हैं।
शीघ्र होगा पुर्नवास
बाढ़ से विस्थापित हुए सभी परिवार के पुनर्वास का काम अंतिम चरण में है। जिस परिवार के पास अब बसने के लिए जमीन नहीं है, वैसे परिवार को चिह्नित किया जा रहा है। ऐसे परिवार को बसाने के लिए सरकारी राशि से जमीन खरीदने की योजना है। ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, सीओ, मीनापुर
समस्या का हो स्थायी समाधान
मीनापुर में बाढ़ की समस्या का स्थाई निदान होना चाहिए। बाढ़ के समय हाय-तौबा करने से कुछ नहीं होगा। जनता सब कुछ समझती है। अब और लम्बे समय तक इंतजार करने की क्षमता नहीं है। संजय दीपक, हरका

KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

KKN Public Correspondent Initiative


Discover more from KKN Live

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

सहदेव झा… एक गुमनाम शख्सियत

अगस्त क्रांति का महानायक KKN ब्यूरो। बिहार में मुजफ्फरपुर जिला का एक कस्वा है-मीनापुर...। मीनापुर...

जब मुजफ्फरपुर बना आज़ादी की जंग का गढ़: खुदीराम, शारदा और सहदेव की अनसुनी कहानी

जब भी हम स्वतंत्रता संग्राम की बात करते हैं, तो दिल्ली, बंगाल और पंजाब...

आंखों को हेल्दी रखने के लिए करें यह एक बदलाव, डॉक्टर की सलाह

आजकल हमारी आंखों पर दबाव इतना बढ़ चुका है कि इन्हें स्वस्थ रखना और...

आईबीपीएस क्लर्क भर्ती 2025: अहम बदलाव और नई जानकारी

आईबीपीएस (इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन) ने अपनी आईबीपीएस क्लर्क भर्ती 2025 के लिए...

More like this

सहदेव झा… एक गुमनाम शख्सियत

अगस्त क्रांति का महानायक KKN ब्यूरो। बिहार में मुजफ्फरपुर जिला का एक कस्वा है-मीनापुर...। मीनापुर...

आंखों को हेल्दी रखने के लिए करें यह एक बदलाव, डॉक्टर की सलाह

आजकल हमारी आंखों पर दबाव इतना बढ़ चुका है कि इन्हें स्वस्थ रखना और...

आईबीपीएस क्लर्क भर्ती 2025: अहम बदलाव और नई जानकारी

आईबीपीएस (इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन) ने अपनी आईबीपीएस क्लर्क भर्ती 2025 के लिए...

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध: भारत की 78वीं स्वतंत्रता सालगिरह पर विचार

15 अगस्त भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है, जो हमें हमारे स्वतंत्रता...

शशि थरूर ने ट्रंप के टैरिफ पर जताई चिंता, भारत को 50 प्रतिशत शुल्क लगाने की दी सलाह

भारत के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने हाल ही में...

रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाओं को मुफ्त यात्रा का तोहफा, बिहार सरकार का बड़ा निर्णय

रक्षाबंधन के पावन अवसर पर बिहार सरकार ने महिलाओं के लिए एक विशेष तोहफा...

अकेलेपन से जूझ रहे लोगों के लिए प्रेमानंद जी महाराज की सलाह

आप में से कई लोग अक्सर अकेलेपन से जूझते हुए महसूस करते होंगे। कभी-कभी...

राहुल गांधी का नया वीडियो: ‘वोट चोरी’ पर आरोप और क्या है सच?

लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हाल ही में सोशल...

मैसूर की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं ये 5 फेमस मंदिर

मैसूर, कर्नाटका राज्य का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जहां ऐतिहासिक महलों, वास्तुकला और...

कौन बनेगा भारत का अगला उपराष्ट्रपति? रेस में दो नए नाम, जल्द होगा ऐलान

भारत में अगला उपराष्ट्रपति कौन बनेगा, इस सवाल पर राजनीति के गलियारों में चर्चा...

आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा विश्लेषण: कम उपस्थिति और परीक्षा का विवरण

रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) द्वारा आयोजित नॉन-टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) अंडर ग्रेजुएट परीक्षा 7...

ट्रंप के टैरिफ वार के बीच भारत का ठोस रुख: संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों की रक्षा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से आयातित वस्तुओं पर 50% का टैरिफ लगाने...

अमृत भारत एक्सप्रेस: दिल्ली और सीतामढ़ी के बीच नई रेल सेवा

बिहार के लोग दिल्ली और सीतामढ़ी के बीच नई शुरू होने वाली रेल सेवा,...

आज का राशिफल: 8 अगस्त 2025 – ज्योतिषीय भविष्यवाणी और विश्लेषण

आज, 8 अगस्त 2025 को, ग्रहों की स्थिति और चंद्रमा का गोचर विभिन्न राशियों...

बिहार मौसम अपडेट: शुक्रवार को उत्तर बिहार में भारी बारिश की संभावना

बिहार में शुक्रवार, 8 अगस्त 2025 को मौसम काफी बिगड़ सकता है। राज्य के...