संजय कुमार सिंह
मुजफ्फरपुर। सत्य पराक्रम के परिचायक थे महात्मा ज्योतिराव फूले। ये बाते राज मानव सेवा आश्रम के सचिव शंकर कुशवाहा ने केरमा स्थित राज मैरेज हॉल के सभागार में महात्मा ज्योतिराव फूले की पूण्यतिथि पर कही। इससे पहले उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करने के उपरांत अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि ज्योतिराव फूले का नाम और उनके कार्यो की महत्ता को भारत के इतिहास से मिटाया नही जा सकता है। बहुजन समाज के शिक्षित कर्मचारियो का संगठन बामसेफ ने समाजिक क्रान्ति के आन्दोलन को मजबूत करने का उद्देश्य से जो
प्रयास किया उसके लिए उन्हे राष्ट्रपिता फूले के नाम से सम्मानित किया है। वे अति पिछड़ा व पिछड़ा समाज के उत्थान के लिए हमेशा संघर्ष शील रहे है। मौके पर शंकर कुशवाहा ,राज किशोर सिंह, देवेन्द्र गिरी, गुड्डू झा, विवेक कुमार, अरूण गिरी, उदय सिंह, मनोज निषाद, दिनेश कुमार, गोनौर सिंह, सुकदेव सहनी, आशुतोष कुमार ,रविंद्र कुमार समेत बड़ी संख्या में लोगो ने पुष्पार्पित किया है।