लॉकडाउन के दौरान भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या लगभग 50 करोड़ 40 लाख हो चुकी है। ऐसे में साइबर ठगी के मामले भी काफी तेजी से बढ़े हैं। लॉकडाउन के दौरान बैंकिंग फ्रॉड के मामले में 148% की बढ़ोतरी हुई है। लॉकडाउन के दौरान साइबर अपराधी कर्जदारों के पास बैंक प्रतिनिधि बनकर फोन कर रहे हैं और आसानी से कर्ज तथा क्रेडिट कार्ड दिलाने का झांसा दे रहे हैं। ओटीपी या व्यक्तिगत जानकारी शेयर करने को कहते हैं। कई लोग ओटीपी शेयर कर देते हैं, जिसके बाद उनके खाते से पैसे निकाल लिए जा रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान बैंकों के ग्राहक सेवा अधिकारी अपनी सेवाएं नहीं दे पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में बैंक ग्राहक अपनी शिकायतें ट्वीटर के माध्यम से बैंक तक पहुंचा रहे हैं। कई लोग शिकायत करने के दौरान मोबाइल नंबर और बैंक खाता की भी जानकारी दे रहे हैं। ऐसे में साइबर ठग इस जानकारी के सहारे बैंक कर्मचारी बन कर फोन कर रहे हैं और फर्जीवाड़ा को अंजाम दे रहे हैं। बता दे कि, ऐसे में आप कभी भी ट्विटर पर शिकायत करते समय, मोबाइल नंबर, खाते या क्रेडिट कार्ड की जानकारी शेयर न करें। अगर गलती से जानकारी शेयर हो गई है, तो कई बार आपके मोबाइल पर मैसेज भेजकर फर्जीवाड़ा किया जा सकता है।
हमेशा एक मजबूत पासवर्ड ही उपयोग करें
अपने हर महत्वपूर्ण खाते, जैसे ईमेल और ऑनलाइन बैंकिंग के लिए, अलग-अलग पासवर्ड का उपयोग करें। अलग-अलग खातों के लिए एक ही पासवर्ड का उपयोग करना, जोखिम भरा हो सकता है। ऐसे मे अगर किसी व्यक्ति को आपके एक खाते का पासवर्ड पता हो जाता है, तो उसे आपके ईमेल, ऑनलाइन बैंकिंग के साथ आपके अकाउंट के पैसे का भी एक्सेस मिल सकता है।
आप उस पासवर्ड का इस्तेमाल नहींं करें जो…
- बहुत कमज़ोर है, जैसे: “Password1234”
- पहले आपके खाते के लिए उपयोग किया जा चुका है
- खाली जगह से शुरू या खाली जगह पर खत्म होता है
एक मज़बूत पासवर्ड वही होता है, जिसे आप याद रख सकते हैं, लेकिन किसी दूसरे व्यक्ति के लिए उसका अंदाज़ा लगा पाना लगभग नामुमकिन हो जाये। एक अच्छा पासवर्ड बनाने के लिए जरूरी है, कि आठ या उससे ज़्यादा अक्षरों के इस्तेमाल से अपना पासवर्ड बनाएं। साथ ही पासवर्ड अक्षरों, संख्याओं और स्पेशल कैरेक्टर से मिलकर बना होना चाहिए।