बिहार के जमालपुर से नौकरी के नाम पर ठगी करने का एक मामला प्रकाश में आया है। बीते गुरुवार को ठगी के शिकार लोग आदर्श थाना जमालपुर पहुंचे और फर्जी कंपनी की जांच करने और राशि वापिस दिलाने को लेकर प्रदर्शन भी किया। इस बीच कंपनी के डायरेक्टर, सहायक डायरेक्टर, मैनेजर, ऑफिस कर्मचारी सहित छह के विरुद्ध थाने में लिखित आवेदन भी दिया है।
वीडियो कॉन्फ्रेस करके देता था झांसा
जमालपुर की सारिका सुमन ने पुलिस को बताया कि जुबली वेल चौक स्थित अर्थव वेल्फेयर सोसाइटी के बिहार हेड अमित कुमार व कई अन्य जमालपुर के मोहनपुर गांव के निवासी हैं। महिला का आरोप है कि इन लोगों ने मेरे पति शिव किशोर मंडल को नौकरी दिलाने के नाम पर झांसे में लेकर वीडियो कांफ्रेंस के जरिए सोसाइटी के डायरेक्टर धनश्याम तिवारी और सहायक डायरेक्टर अविनाश तिवारी से बातचीत करा दी और इसके प्रथम किस्त में 3.5 हजार रुपये और नियुक्ति पत्र देते समय सवा पांच लाख रुपये की ठगी कर ली।
फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया
महिला की माने तो कंपनी के अधिकारी ने उसके पति को भागलपुर के डिस्ट्रिक्ट को-ऑडिनेटर के पद पर नौकरी का लेटर भी थमा दिया। महिला का कहना है कि नौकरी दिलाने के नाम पर कंपनी के अधिकारी ने जमालपुर के अतरिक्त मुंगेर, भागलपुर और लखीसराय के करीब 150 बेरोजगार युवाओं को ठगी का शिकार बनाया है। कुल मिला कर कंपनी के अधिकारियों ने बिहार और झारखंड के करीब 1,765 बेरोजगारों से 62 लाख रुपये की ठगी करने के बाद ऑफिस में ताला जड़कर फरार हो गया है।