मुजफ्फरपुर। मनियारी थाना क्षेत्र के मुरादपुर स्थित निजी विद्यालय के बच्चों ने एक नई पहल शुरू किया है। ये आविष्कार अपने शिक्षक सह प्रधानाध्यापक ओजैर अहमद के सहयोग से सम्भव हो सकी है। ओजैर अहमद ने विद्यालय में शुक्रवार को मासिक सेमिनार के मौके पर वातावरण और स्वास्थ्य विषय पर आयोजन के दौरान छात्र छात्राएं ने उपस्थित अभिवावक को हतप्रभ कर दिया।
दरअसल, इस सेमिनार में शोधकर्ता ई.नाज़ ओजैर ने विद्यालय के बच्चों को पॉलिथिन से दूर रहने की सलाह दी और मकई के पत्ते से बैग बनाने की विधि बताई । इससे पहले भी मार्च महीने में शोधकर्ता एम.टेक कर चुके ई नाज़ ओजैर ने बाँस के पत्ते का कप बना कर लोगों को चाय पीला कर सब को चौंका दिया था। अब मकई (भुट्टा ) के बाल के पत्ते से उन्होने बैग बनाया है । इस बैग को बनाने में विद्यालय के जिन छात्र छात्राओं ने सहयोग किया उनमे सोफिया, अनुप्रिया, दीपक, जीनत, असद, शाहला , अमण्दीप, शाकिब, कोमल, कंचन , सवा, सिद्दार्थ, सुजाता, स्वाति, इश्रत, सना इत्यादि छात्रों ने सामूहिक रूप से बैग बनाने की विधि सीखी ।
नाज ओजैर एमटेक की डिग्री हाशिल करके नौकरी की तलाश नही की, बल्कि नई नई खोज के प्रति समर्पित रहते है। एक निजी विद्यालय मे बच्चों को विषय वस्तु के साथ साथ विज्ञान की नई – नई खोज पर शोध मे लगे रहते है। जिससे बच्चों मे विज्ञान के प्रति झुकाव बनी रहे। नाज ओजैर एक कवि व साहित्यकार भी है जो समय – समय पर कवि गोष्ठी मे अपनी प्रतिभा का परिचय देते रहते है।
This post was published on जुलाई 7, 2017 22:25
प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट इनदिनो काफी चर्चा में है। आख़िर यह कानून है क्या? इसको… Read More
प्लेसेज ऑफ वर्शिप ऐक्ट इन दिनो काफी चर्चा में है। आख़िर यह कानून है क्या?… Read More
भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को भले खत्म कर दिया। पर, अभी भी कई राज्यों… Read More
इन दिनो भारत में आजादी का अमृत महोत्सव चल रहा है। यह बात हम सभी… Read More
हम सभी भारतवंशी अपने आजादी का अमृत महोत्सव मना रहें है। यह बात हम सभी… Read More
सूचनाएं भ्रामक हो तो गुमराह होना लाजमी हो जाता है। सोशल मीडिया के इस जमाने… Read More