Home Bihar बिहार के 12 जिलों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी

बिहार के 12 जिलों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी

Bihar Heavy Rainfall and Thunderstorm Warnings Across 12 Districts

बिहार में सोमवार को मौसम काफी बदल सकता है। पटना में बादल छाए रहेंगे, और कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई जा रही है। साथ ही, कुछ स्थानों पर बिजली गिरने और आंधी-तूफान के साथ ठनका गिरने की भी संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, रविवार को पटना में 14.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। यह बारिश राज्य के विभिन्न हिस्सों में राहत की लहर लेकर आई, लेकिन इसके साथ ही, राज्य में मौसम की स्थिति अभी भी अनिश्चित बनी हुई है।

बिहार के 12 जिलों में ठनका गिरने की चेतावनी

मौसम विभाग ने बिहार के 12 जिलों के लिए विशेष चेतावनी जारी की है। इन जिलों में ठनका गिरने की संभावना जताई जा रही है, जिसके कारण बिजली गिरने का खतरा भी बढ़ सकता है। इस मौसम में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे खुली जगहों पर न जाएं और बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें।

बिहार के जिन क्षेत्रों में हुई बारिश

हाल के दिनों में बिहार के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई है, हालांकि यह बारिश पूरी राज्य में समान रूप से वितरित नहीं हुई। पटना में बारिश के बावजूद, राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में बारिश की कमी रही है। इस मौसम के दौरान जहां कुछ जिलों ने अधिक बारिश प्राप्त की, वहीं कुछ स्थानों पर सूखा जैसी स्थिति भी बनी हुई है।

राजधानी पटना में रविवार को हुई 14.5 मिमी बारिश ने कुछ राहत दी है, लेकिन राज्य में बारिश की कुल कमी अब भी चिंता का विषय बनी हुई है। कृषि, जल आपूर्ति और परिवहन के क्षेत्र पर इस कमी का असर पड़ सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां कृषि कार्य बारिश पर निर्भर करता है।

बिहार में बारिश का कुल 34% घाटा

बिहार में इस वर्ष अब तक 34% कम बारिश दर्ज की गई है। यह आंकड़ा राज्य के लिए चिंता का विषय है क्योंकि बिहार का अधिकांश क्षेत्र कृषि पर निर्भर है। मानसून की बारिश में इस कमी के कारण किसानों को खेती-बाड़ी में काफी परेशानी हो रही है। उन्हें सूखा और जल संकट का सामना करना पड़ सकता है, जिससे फसल की पैदावार पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।

मौसम विभाग के अनुसार, हालांकि हाल की बारिश कुछ राहत दे रही है, लेकिन राज्य की समग्र बारिश की स्थिति अभी भी असंतुलित बनी हुई है। आगामी दिनों में बारिश की संभावना है, लेकिन मौसम के उतार-चढ़ाव के कारण किसी भी स्थिति में तैयारी रखना जरूरी है।

बिहार में अप्रत्याशित मौसम और इसका प्रभाव

बिहार में इस समय मौसम काफी अप्रत्याशित हो गया है। कभी हल्की तो कभी तेज बारिश के कारण सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राजधानी पटना में बारिश के कारण जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। इसके साथ ही, गांवों में भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है, जहां कृषि कार्य पर बारिश का असर पड़ता है।

कृषि क्षेत्र के लिए यह मौसम काफी चुनौतीपूर्ण है। समय पर बारिश न होने से, फसलें सूखने का खतरा बढ़ सकता है और किसानों को नुकसान हो सकता है। खासकर उन इलाकों में जहां धान और गेहूं जैसी फसलें उगाई जाती हैं, वहां इस मौसम का असर अधिक देखा जा सकता है।

सुरक्षा उपाय और सावधानियाँ

बिहार के मौसम को देखते हुए, विशेष रूप से पटना और अन्य प्रमुख जिलों में रहने वाले लोगों को सुरक्षा संबंधी कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने की आवश्यकता है। यहाँ कुछ सुरक्षा उपाय दिए गए हैं:

  1. खुले स्थानों से बचें: आंधी और बारिश के दौरान खुले स्थानों पर न जाएं। बिजली गिरने की संभावना अधिक होती है, और यह जानलेवा साबित हो सकता है।

  2. घर में रहकर सुरक्षित रहें: घर के दरवाजे और खिड़कियों को बंद रखें। अगर आप बाहर हैं, तो किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लें। आंधी-तूफान में घर में रहकर खुद को सुरक्षित रखें।

  3. मौसम अपडेट्स पर ध्यान दें: मौसम की जानकारी के लिए स्थानीय समाचार या मौसम एप्स का उपयोग करें। इससे आपको आगामी मौसम की चेतावनी मिल सकती है।

  4. बिजली उपकरणों का उपयोग न करें: आंधी-तूफान के दौरान बिजली उपकरणों का उपयोग करने से बचें, क्योंकि बिजली गिरने के कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है।

  5. आपातकालीन किट तैयार रखें: घर में एक आपातकालीन किट रखें, जिसमें टॉर्च, प्राथमिक चिकित्सा सामग्री, पानी, खाद्य सामग्री और जरूरी सामान हो। इससे आप किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति से निपटने में सक्षम होंगे।

बिहार की कृषि पर मौसम का असर

बिहार का अधिकांश हिस्सा कृषि पर निर्भर करता है, और मानसून की बारिश की कमी से किसानों को काफी परेशानी हो सकती है। बिहार में धान, गेहूं, और मक्का जैसी फसलें उगाई जाती हैं, और इन फसलों के लिए समय पर बारिश अत्यंत आवश्यक है। अगर बारिश की कमी बनी रही तो कृषि उत्पादन में गिरावट आ सकती है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान होगा।

राज्य सरकार और मौसम विभाग लगातार बारिश की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और किसानों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं। हालाँकि, इस मौसम में बारिश की असंतुलित स्थिति ने राज्य की कृषि नीति को प्रभावित किया है।

सरकार और मौसम विभाग की भूमिका

बिहार सरकार और भारतीय मौसम विभाग दोनों ही स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और समय-समय पर चेतावनियाँ जारी कर रहे हैं। इन चेतावनियों से लोगों को मौसम की गंभीरता से अवगत कराया जाता है और वे सतर्क रहते हैं।

मौसम विभाग यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में उचित समय पर आपदा प्रबंधन कार्य शुरू हो सके। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि हर क्षेत्र में राहत कार्य तेजी से किए जाएं, विशेषकर उन इलाकों में जो अधिक प्रभावित हो सकते हैं।

बिहार में मौसम की स्थिति लगातार बदल रही है, और इसके प्रभाव से निपटने के लिए सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है। बारिश और ठनका गिरने की चेतावनी के साथ, यह महत्वपूर्ण है कि लोग अपने आस-पास के वातावरण के प्रति जागरूक रहें और जरूरी कदम उठाएं। कृषि क्षेत्र को भी इस मौसम के कारण कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन समय पर उठाए गए कदम स्थिति को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

सभी बिहारवासियों से अनुरोध है कि वे मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित रहें और सरकार और मौसम विभाग की सलाह का पालन करें।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Show comments

Exit mobile version