मुजफ्फरपुर। मुशहरी प्रखंड का बुधनगरा गांव बूढ़ी गंडक नदी के मुहाने पर आ गया है। गांव के करीब 500 घर कटाव की चपेट में आ गया है। वैसे तो बूढी गंडक नदी के जलस्तर में कमी हो रहा है। बावजूद इसके कटाव के कारण बुधनगरा राधा गांव के 500 से अधिक घरों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।
बुधनगरा राधा गांव के समीप नदी की धारा तेजी से किनारे का कटाव कर रही है। पिछले तीन दिनों में गांव के घरों के निकट पहुंच गयी है। कटावरोधी कार्य के तहत 5 वर्ष पूर्व लगाये गए बोरियों की क्रेटिंग और पत्थर, ईंट की सोलिंग को नदी बहाकर ले जा चुकी है। अब घरों और कटाव के बीच मात्र एक सड़क बची है। दो दिनों से ग्रामीणों द्वारा कटाव रोकने के लिए नदी किनारे के बड़े पेडों को काटकर नदी के कटाव में गिराया गया है। इससे कटाव धीमा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व कटाव होने पर तत्कालीन मंत्री रमई राम के प्रयास से लगभग एक किलोमीटर में क्रेटिंग हुई थी। तब से लोग सुरक्षित थे। इस वर्ष आई बाढ़ ने पुनः गांव के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है। ग्रामीणों ने बुधनगरा राधा गांव से बुधनगरा जगन्नाथ मालिकाना टोला तक कटावरोधी कार्य शुरू करने की जरुरत बताई है।