प्रखंडस्तरीय बाढ राहत समीक्षा बैठक में हंगामा
संतोष कुमार गुप्ता
मुजफ्फरपुर। मीनापुर प्रखण्ड मुख्यालय के सामु भवन मे शोर शराबे व गहमागहमी के बीच बाढ राहत समीक्षा बैठक प्रमुख राधिका देवी की अध्यक्षता मे हुई। बैठक मे सुचना नही मिलने से नाराज मुखियो ने सवालो की बौछार कर दी। सीओ के जबाब से असंतुष्ट होकर सदन से वाकआउट कर दिया। कोईली व हरशेर के मुखिया को छोड़ कर सभी मुखिया सदन से बाहर निकल गये.बैठक शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। दरअसल जनप्रतिनिधियो को गुस्सा छह हजार नगद व फूड पैकेट मे अनियमियता को लेकर था। मानिकपुर के पंसस सुबोध कुमार व राजद के प्रखण्ड अध्यक्ष उमाशंकर सहनी ने बीडीओ से पूछा की पौने दो साल मे पंसस की बैठक क्यो नही हुई। जनता के सवालो को वह क्या जबाब देंगे। महदेईया के पंसस शिवचंद्र प्रसाद ने सीओ से स्थिति स्पष्ट करने को कहा कि जिन लोगो का नाम बाढ अनुदान से वंचित है उनको कब तक मिलेगा। उन्होने आरोप लगाया कि बाढ राहत के लिए पंचायतो से अनुश्रवण समिति से अभिप्रमाणित भेजी गयी सुची से छेड़छाड़ हुआ है। उन्होने इसका उदाहरण भी दिया। महदेईया वार्ड नम्बर चार के ज्योति कुमारी पति-राजा पांडे का नाम पंचायत से नही भेजा गया था। वावजूद उनके खाते मे पैसा भी भेजा गया और उसकी निकासी भी हुई। बड़े पैमाने पर कुंवारो की खाते मे राशि गयी है। सीओ ज्ञानदीप श्रीवास्तव ने सभी सदस्यो के सवालो का बिंदुवार जबाब दिया। उन्होने कहा कि 81 हजार लोगो मे से 21 हजार 915 लोगो के खाते मे विभिन्न कारणो से राशि नही गयी है। उनके राशि पर होल्ड लगी हुई है। ऐसे लोगो मे कुंवारे,जिनका डबल नाम है,या पति पत्नी का भी नाम है। उनके नामो की जांच की जायेगी। संशोधित सुची शीघ्र भेजी जायेगी। छूटे लोगो का शीघ्र भुगतान होगा। उन्होने कहां कि कम्प्युटर पर प्रिटिंग के दौरान हुए घालमेल की जांच करायी जायेगी। साथ ही सभी जनप्रतिनिधि छह हजार नगद उठाव करने वाले कुंवारे लोगो की सुची उपलब्ध कराये। उन पर कारवाई होगी। बैठक का वहिष्कार करने से पूर्व मुखिया संघ के अध्यक्ष ने कहा कि बिना सुचना व बिना रिकॉर्ड के बैठक बेमानी है। हरका मानशाही व कोईली पंचायत के मुखिया ने कहा कि उनके पंचायत मे फूड पैकेट व नगद राशि को लेकर नाइंसाफी हुई है। भाजपा के पूर्व विस प्रत्याशी अजय कुमार ने कहा कि सभी लोगो को बाढ राहत से सम्बधित पुरा ब्योरा उपलब्ध कराया जाये। किंतु सीओ के पास पुरा ब्योरा अपडेट नही था। फसल क्षति को लेकर किसान सलाहकारो की उदासिनता का मामला भी उठा। सीओ ने कहा कि अगर किसान सलाहकार आनाकानी करते है तो उन्हे इसकी शिकायत करे। ऐसे लोगो पर कठोर करवाई होगी। उन्होने कहा कि रसीद की कोई बाध्यता नही है। आवेदन का जमाबंदी से मिलान होगा। राहत कैम्प के लम्बित भुगतान का मामला भी जोरदार तरीके से उठा। प्रतिनिधियो ने कहा कि पंचायत से भेजी गयी सुची व जिला से बनी सुची मे अंतर है। ऐसा गड़बड़ी कौन किया है। छह हजार नगद भेजने के नाम पर व बाढ मे घर गिरने के सर्वेक्षण के नाम पर अवैध वसूली का मामला भी जोरदार तरीके से उठा। बैठक को बीडीओ संजय कुमार सिंहा,सीओ ज्ञानदीप श्रीवास्तव,भाजपा के मंडल अध्यक्ष विपिन कुमार सिंह,धर्मपाल सिंह,राजद के प्रखण्ड अध्यक्ष उमाशंकर सहनी,जदयू के प्रखण्ड अध्यक्ष पंकज किशोर पप्पू,लोजपा के प्रखण्ड अध्यक्ष शशिभूषण प्रसाद गुप्ता,सुबोध कुमार,विनोद कुमार,रामशोभा राय,महावीर राम,जवाहर राम,महाकांत मिश्र आदि उपस्थित थे।