भारत सहित दुनिया के सभी देशो में दर्द से राहत के लिए पेन किलर दवाओं को धड़ल्ले से सेवन होता रहा है। किंतु, इसका शरीर पर क्या
खून का थक्का बनने लगता है
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के मुताबिक दर्द निवारक दवाओं के इस्तेमाल से खून की रचना में बदलाव आने लगता है, खून में थक्का बनने लगता है और प्लेटलेट्स की मात्रा प्रभावित होने लगती है। शोध से पता चला है कि ये दवाएं शरीर में रक्तचाप बढ़ाती है, किडनी प्रभावित करती हैं और अल्सर का भी कारण बनती हैं। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपी इस रिपोर्ट के अनुसार जब तक हो सके, दर्द सहन करना चाहिए और बिना डॉक्टरी सलाह के अत्यधिक दवाओं का सेवन करने से बचना चाहिए।
This post was published on मई 11, 2017 15:10
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More