टेक्नोलॉजी के विशेषज्ञ ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ को मानव जीवन का भविष्य मान रहे हैं। उनका कहना है कि वो दिन अब दूर नहीं जब हमारे सभी घरेलू उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक सामान इस अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगे। मिसाल के तौर पर यूजर अपने फ्रिज को ले सकते हैं। आईओटी तकनीक से लैस फ्रिज उसमें रखे सामान के खत्म होने से पहले ही यूजर के स्मार्टफोन पर नोटिफिकेशन भेजकर सूचित कर देगा कि सामान खत्म होने वाला है। इतना ही नहीं यदि यूजर के घर पर कुछ मेहमान आते हैं तो फ्रीज में लगा कैमरा उसमें उपलब्ध खाद्य सामग्री की तस्वीरें भी यूजर के मोबाइल पर भेज देगा। इसी प्रकार दरवाजे पर लगी ‘डोर बैल’ अजनबियों के घर में घुसने से पहले ही उनकी तस्वीर यूजर के स्मार्ट डिवाइस पर भेजकर सचेत कर देगी।
इंसानी गतिविधियों को समझने में सक्षम है आईओटी
यह तकनीक इंसान की शारीरिक गतिविधियों को समझने में भी सक्षम है। मान लीजिए आप किसी भीड़-भाड़ वाले माहौल से निकलकर अपने कमरे में दाखिल हुए हैं, तो कमरे में लगा एयरकंडीशन शरीर के तापमान के अनुसार खुद-ब-खुद कूलिंग टेम्परेचर सेट कर देगा। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि प्रसिद्ध टेक्नोलॉजी कंपनी विडियोकॉन ने तो ऐसा एयरकंडीशन बना भी दिया है। इसी प्रकार घर में लगी कॉफी मशीन आपकी सेहत के अनुरूप कॉफी बनाएगी। वहीं, घर में रखा टेलीविजन आपके चेहरे की रूपरेखा, मूड और हाव-भाव को समझकर अपने आप चैनल सेट कर देगा। इतना ही नहीं टेलीविजन यूजर के सभी फेवरेट प्रोग्राम ऑफ मोड पर रिकॉर्ड कर लेगा ताकि यूजर बाद में उनका आनंद ले सकें। इसी तरह घर में मौजूद मिक्सी, गीजर, एयर प्यूरीफायर, म्यूजिक सिस्टम व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को इंटरनेट से कनेक्ट किया जा सकता है।
ड्राइविंग स्टाइल को कॉपी करने वाली स्मार्ट कार
अमेरिका की मशहूर कार निर्माता कंपनी टेस्ला ने हाल ही में आईओटी तकनीक से लैस एक स्मार्ट कार का निर्माण किया है। कार में लगी एडवांस तकनीक इंसान के ड्राइविंग स्टाइल को कॉपी करती है और उसे भविष्य के लिए सुरक्षित रखती है। कई बार आपातकालीन स्थिति में इंसान के पास ‘सेल्फ ड्राइविंग’ करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं रहता। लेकिन इसमें सड़क दुर्घटना होने का खतरा रहता है। ऐसी स्थितियों में आईओटी तकनीक से लैस कार को ऑटो ड्राइव मोड पर सेट करने के बाद आसानी से घर पहुंचा जा सकता है। इसमें कार की स्टीयरिंग, एक्सिलिरेटर, गियर और ब्रेक आपके ड्राइविंग स्टाइल की तरह काम करते हैं।
जान का जोखिम कम करेंगे वियरेबल डिवाइस
इंटरनेट ऑफ थिंग्स से लैस वियरेबल डिवाइस जैसे कि स्मार्ट ग्लास (चश्मा) या स्मार्टवॉच भी काफी मददगार हो सकते हैं। कलाई पर बंधी स्मार्टवॉच 24 घंटे आपके दिल की धड़कन, शरीर के तापमान और सांस पर पैनी नजर रखती है। आपके स्वास्थ में जरा सी गड़बड़ी महसूस होते ही स्मार्टवॉच आपके घरेलू डॉक्टर के फोन पर नोटिफिकेशन भेज देती है। जिससे समय पर डॉक्टर की सलाह मिलने से जान का जोखिम कम हो जाता है। चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी शियोमी ने अपने कुछ चुनिंदा स्मार्ट प्रोडक्ट को ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ टेक्नोलॉजी से जोड़ा है। कंपनी का कहना है कि बाजार में इस टेक्नोलॉजी की मांग काफी ज्यादा है, इसलिए आने वाले समय में वे अपने अन्य प्रोडक्ट में भी इस टेक्नोलॉजी को शामिल करने वाले हैं।
This post was published on अक्टूबर 11, 2017 08:38
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