नई दिल्ली। एनडीए ने एम. वेंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इससे पहले ही कांग्रेस समेत 18 विपक्षी दलों के गठबंधन ने इस पद के लिए गोपालकृष्ण गांधी को अपना उम्मीदवार घोषित किया हुआ है। उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान 5 अगस्त को होना है। नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 18 जुलाई है।
उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा के 545 और राज्यसभा के 245 सांसद वोट डालेंगे। इसमें मनोनीत सांसद भी वोट डाल सकते हैं। संख्या बल में एनडीए काफी मजबूत है। एनडीए के पास करीब 425 सांसद हैं, जबकि उसे एआईएडीएमके के 50, बीजेडी के 27, टीआरएस के 14, वाईएसआर कांग्रेस के 8, पीएमके और एआईएनआर कांग्रेस के एक-एक सांसद के समर्थन का भरोसा है। इस तरह एनडीए का आंकड़ा 526 तक पहुंच जाता है, जो जीत के लिए जरूरी वोटों से ज्यादा है।
वहीं यूपीए के पास 18 विपक्षी दलों के गठबंधन होने के बावजूद 252 सांसद ही हैं। यूपीए को पांच मनोनीत और तीन निर्दलियों का समर्थन भी मिल जाये तो यह आंकड़ा 261 तक ही पहुंच पाता है। इसके बीच चुनाव परिणाम की महत्ता की कम नही होती और जाहिर है कि परिणाम आने तक इसको लेकर दिलचस्पी बनी रहेगी।
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