संजय कुमार सिंह
मुजफ्फरपुर। प्रखंड की आश लिए ठगी की शिकार होने को विवश है मनियारी के लोग। वह भी पिछले 27 वर्षो से। आलम यह है कि वर्तमान में भी 14 पंचायतों की जनता प्रखंड व स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले मे बदहाली मे जी रहे हैं। कहतें है कि 1990 मे पहली बार कांग्रेस से मुक्त होकर राष्ट्रीय जनता दल की सरकार बनी थी उस समय रामपरीक्षण साहु कुढ़नी के विधायक व मंत्री बने उसके बाद 1995 से 2005 तक बसावन प्रसाद भगत विधि व कारा मंत्री बने।
बाद में जदयू की सरकार बनी और मनोज कुशवाहा विधायक और मंत्री बने। 2015 के चुनाव में भाजपा की टिकट पर केदार प्रसाद गुप्ता निर्वाचित हुए। बावजूद इसके मिनयारी को प्रखंड बनने का हसरत पूरा नही हुआ। पिछले 27 वर्षों मे मनियारी को न प्रखंड का दर्जा मिला और नाही स्वास्थ्य सुविधा ही बहाल हो सकी। इस बीच स्वयं मुख्यमंत्री ने मनियारी को प्रखंड का दर्जा देने का भरोसा दिलाया, जो आज तक पूरा नही हो सका। बहरहाल, मुख्यमंत्री के दौरा से यहा लोगो की उम्मीद एक बार फिर जगी है। अब देखना है कि क्या होता है?