गुरूवार, अगस्त 21, 2025 5:39 पूर्वाह्न IST

Realme P4 5G Price Leak: 7000mAh Battery और 80W Charging के साथ दमदार फोन

Realme P4 5G

Realme ने भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में फिर से हलचल मचा दी है। कंपनी के CMO वोंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर आगामी Realme P4 5G Price का खुलासा कर दिया है। यह फोन 20 अगस्त 2025 को भारत में लॉन्च होगा।

मिड-बजट कैटेगरी में आने वाला यह फोन हाई-एंड फीचर्स से लैस होगा। Realme का दावा है कि यह अपने सेगमेंट का पहला स्मार्टफोन है जिसमें dedicated graphics chip और HyperGlow AMOLED Display जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।

Realme P4 5G की कीमत

वोंग के पोस्ट के मुताबिक, भारत में Realme P4 5G का शुरुआती प्राइस 17,499 रुपये होगा। यह कीमत इसके बेस वेरिएंट यानी शुरुआती RAM और Storage मॉडल के लिए होगी।

यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस प्राइस में बैंक डिस्काउंट और अन्य ऑफर भी शामिल होंगे। इससे पहले Realme P3 5G को 16,999 रुपये में लॉन्च किया गया था, लेकिन ऑफर के बाद वह 14,999 रुपये तक मिल रहा था।

HyperGlow AMOLED Display की खूबी

Realme P4 5G में 6.77-इंच का HyperGlow AMOLED Display दिया गया है। इसमें 144Hz Refresh Rate और HDR10+ सपोर्ट मौजूद है।

यह डिस्प्ले 4500 निट्स तक की Peak Brightness प्रदान करता है, जिससे धूप में भी स्क्रीन साफ नजर आती है। इसमें 3840Hz PWM Dimming, Blue Light Protection और Flicker Reduction जैसे फीचर्स भी शामिल हैं, जो आंखों पर दबाव कम करते हैं।

दमदार Performance और Cooling System

यह स्मार्टफोन MediaTek Dimensity 7400 Ultra 5G Processor के साथ आता है। बेहतर Visual Experience के लिए इसमें Pixelworks का Dedicated Graphics Processor जोड़ा गया है।

गेमिंग और वीडियो स्ट्रीमिंग के दौरान स्मूद फ्रेम और बेहतरीन ग्राफिक्स क्वालिटी मिलती है। लंबे गेमिंग सेशन में तापमान नियंत्रित रखने के लिए इसमें 7000 mm² AirFlow VC Cooling System दिया गया है।

7000mAh Battery और 80W Fast Charging

फोन की सबसे बड़ी खासियत है इसकी 7000mAh की टाइटन बैटरी। यह बैटरी 80W Ultra Charge को सपोर्ट करती है।

कंपनी का दावा है कि यह डिवाइस सिर्फ 25 मिनट में 50% तक चार्ज हो सकता है। इसमें AI Smart Charging, Bypass Charging और Reverse Charging जैसे फीचर्स भी शामिल हैं।

Realme का कहना है कि यह बैटरी लगभग 11 घंटे तक BGMI Gameplay प्रदान कर सकती है।

कैमरा सेटअप

Realme P4 5G में 50MP का प्राइमरी सेंसर और 8MP Ultra Wide Lens मौजूद है। सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए इसमें 16MP का IMX480 सेंसर दिया गया है।

यह फोन 4K Video Recording, AI Landscape Mode और Low-Light Photography को भी सपोर्ट करता है।

डिजाइन और मजबूती

फोन को “Metal Heart Design” कॉन्सेप्ट के साथ पेश किया गया है। इंडस्ट्रियल स्टाइल में मेटल लाइनिंग और स्क्रू एक्सेंट देखने को मिलते हैं।

यह तीन कलर वेरिएंट्स में उपलब्ध होगा – Steel Grey, Engine Blue और Forge Red। फोन को IP65 और IP66 रेटिंग मिली है, यानी यह धूल और पानी से सुरक्षित रहेगा।

Realme P3 से तुलना

Realme P3 5G को मार्च में लॉन्च किया गया था। उसमें 5000mAh Battery और बेसिक Cooling System था।

अब Realme P4 5G ज्यादा पावरफुल 7000mAh Battery, 80W Charging और Pixelworks Visual Processor के साथ आता है। यह बदलाव इसे गेमर्स और कंटेंट क्रिएटर्स के लिए बेहतर विकल्प बनाते हैं।

मार्केट पोजीशन और प्रतियोगिता

Sub-20K स्मार्टफोन सेगमेंट में Realme P4 5G का सीधा मुकाबला Vivo T4R 5G, Oppo K13 Turbo और Xiaomi के डिवाइसों से होगा।

हालांकि, इतनी बड़ी बैटरी, हाई-एंड Display और Dedicated Graphics Processor इस फोन को भीड़ से अलग करते हैं।

लॉन्च और उपलब्धता

Realme P4 5G भारत में 20 अगस्त 2025 को लॉन्च होगा। यह फोन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के साथ-साथ Realme Stores और अधिकृत रिटेलर्स पर उपलब्ध कराया जाएगा।

लॉन्च ऑफर्स में बैंक डिस्काउंट और Exchange Bonus भी मिलने की संभावना है।

Realme P4 5G अपने दमदार फीचर्स और आक्रामक कीमत की वजह से लॉन्च से पहले ही सुर्खियों में है।

7000mAh Battery, 80W Charging, HyperGlow AMOLED Display, Dedicated Graphics Chip और IP65 + IP66 Rating इसे खास बनाते हैं।

Realme इस फोन को खासकर युवा ग्राहकों, गेमर्स और Power Users को ध्यान में रखकर बाजार में उतार रहा है। यदि कंपनी के दावे सही साबित हुए, तो यह फोन Mid-Budget सेगमेंट में गेम चेंजर साबित हो सकता है।

पीएम मोदी से मिले अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, पूछा- होमवर्क पूरा किया या नहीं

Prime Minister Modi Meets Astronaut Shubhanshu Shukla,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लखनऊ में जन्मे भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से मुलाकात की। शुक्ला हाल ही में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा करके लौटे हैं।

शुक्ला 25 जून 2025 को निजी Axiom-4 Mission के तहत फ्लोरिडा से अंतरिक्ष गए थे और 18 दिन ISS पर रहने के बाद 15 जुलाई को वापस लौटे। इस मुलाकात को भारत की अंतरिक्ष यात्रा के नए अध्याय की शुरुआत माना जा रहा है।

पीएम मोदी का मज़ाकिया सवाल

बातचीत की शुरुआत पीएम मोदी ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में की। उन्होंने शुक्ला से पूछा, “मैंने जो Homework दिया था, वो पूरा किया या नहीं?”

इस पर मुस्कुराते हुए शुक्ला ने कहा कि उनका Homework अच्छी तरह से प्रगति कर रहा है। उन्होंने बताया कि ISS पर जब उन्होंने पीएम से बातचीत की थी तो वहां मौजूद अन्य लोग मजाक में कहते थे कि “तुम्हारे प्रधानमंत्री ने तुम्हें Homework दे दिया है।”

शुक्ला ने कहा कि यह Homework वास्तव में बेहद ज़रूरी था क्योंकि इसका मकसद अनुभव जुटाना और भविष्य की Space Mission तैयारी को और मज़बूत करना है।

भारत की महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष योजनाएं

प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही शुक्ला से कहा था कि भारत का लक्ष्य केवल इस मिशन तक सीमित नहीं है। Gaganyaan Mission को आगे बढ़ाना है, भारत का खुद का Space Station बनाना है और एक दिन भारतीय अंतरिक्ष यात्री को चंद्रमा पर उतारना है।

इन्हीं महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के लिए पीएम मोदी ने शुक्ला से कहा था कि वह अपने अनुभवों को विस्तार से रिकॉर्ड करें ताकि आगे आने वाले भारतीय अंतरिक्ष यात्री उन अनुभवों से सीख सकें।

मिशन पैच और तिरंगे का तोहफ़ा

मुलाकात के दौरान शुक्ला ने पीएम मोदी को दो महत्वपूर्ण तोहफ़े भेंट किए। उन्होंने Axiom-4 Mission Patch और वह भारतीय Tricolor Flag सौंपा जो वह अपने साथ ISS लेकर गए थे।

यही तिरंगा 29 जून को तब पृष्ठभूमि में लहरा रहा था जब शुक्ला ने ISS से पीएम मोदी से डिजिटल बातचीत की थी। उस दृश्य ने पूरे भारत को गर्व से भर दिया था।

पीएम मोदी का सोशल मीडिया पोस्ट

मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “शुभांशु शुक्ला के साथ शानदार बातचीत हुई। हमने अंतरिक्ष में उनके अनुभवों, विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति और भारत के महत्वाकांक्षी Gaganyaan Mission पर चर्चा की। भारत उनकी उपलब्धि पर गर्व करता है।”

इस पोस्ट ने एक बार फिर शुक्ला की उपलब्धियों को राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया।

शुक्ला की भावनाएं

शुक्ला ने भी सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वह पीएम मोदी को फ्रेम में जड़ा हुआ तिरंगा भेंट कर रहे थे।

उन्होंने लिखा, “पिछली बार जब मैंने उनसे ISS से डिजिटल माध्यम से बात की थी तब यही तिरंगा मेरे पीछे लहरा रहा था। आज वही झंडा मैंने प्रधानमंत्री को सौंपा। यह क्षण मेरे लिए गर्व से भर देने वाला है।”

भारत की अंतरिक्ष यात्रा का पहला कदम

शुक्ला ने कहा कि ISS पर रहते हुए भारत का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए गर्व की बात थी। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी से मुलाकात ने इस गर्व को और बढ़ा दिया।

उन्होंने कहा, “जैसा कि मैंने हमेशा कहा है, यह अंत नहीं बल्कि भारत की Human Space Journey की शुरुआत है।”

Axiom-4 Mission की उपलब्धियां

Axiom-4 Mission 25 जून को फ्लोरिडा से लॉन्च हुआ और 26 जून को ISS पहुंचा। शुक्ला ने वहां 18 दिन बिताए। उन्होंने कई प्रयोग किए और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अनुभव साझा किए।

15 जुलाई को वह पृथ्वी पर लौटे और रविवार को भारत पहुंचे। उनकी वापसी का पूरे देश ने स्वागत किया।

राष्ट्रीय ध्वज से भावनात्मक जुड़ाव

शुक्ला ने बताया कि तिरंगा उनके मिशन का सबसे भावनात्मक हिस्सा रहा। ISS पर जब उन्होंने पीएम मोदी से बात की तो भारतीय ध्वज उनके पीछे लहरा रहा था।

वही ध्वज पीएम मोदी को सौंपना उनके लिए “हमेशा याद रहने वाला क्षण” रहा। उन्होंने कहा कि यह झंडा पूरे मिशन का प्रतीक था और भारत की ताक़त और एकता को दिखाता है।

भविष्य के मिशनों के लिए अनुभव

शुक्ला का कहना है कि ISS पर बिताए गए हर पल का रिकॉर्ड भारत की आगामी योजनाओं के लिए उपयोगी होगा। उपकरणों के इस्तेमाल से लेकर माइक्रोग्रैविटी में स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों तक, सबकुछ भारत के भविष्य के अंतरिक्ष कार्यक्रमों को दिशा देगा।

पीएम मोदी का विज़न

पीएम मोदी लगातार कहते आए हैं कि भारत को स्पेस एक्सप्लोरेशन में अग्रणी बनना है। Chandrayaan Mission, Aditya Mission और अब Gaganyaan Mission भारत को नई ऊंचाई पर ले जा रहे हैं।

मोदी का कहना है कि आने वाली पीढ़ियों को भारत का झंडा न सिर्फ स्पेस स्टेशन बल्कि चंद्रमा की सतह पर भी देखना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की मुलाकात केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं थी, बल्कि यह भारत की महत्वाकांक्षी Space Journey का प्रतीक थी।

शुक्ला का “Homework” भारत की आने वाली अंतरिक्ष यात्राओं के लिए अनुभवों का खज़ाना है। मिशन पैच और तिरंगे का तोहफ़ा इस मुलाकात को ऐतिहासिक बनाता है।

भारत अब मानव अंतरिक्ष उड़ान के नए युग की दहलीज़ पर खड़ा है। और शुभांशु शुक्ला जैसे साहसी अंतरिक्ष यात्री इस सफर को और आगे ले जाने का संकल्प दिखा रहे हैं।

Bihar School Exam Dates 2025: पहली से आठवीं तक की Half-Yearly Exam अब 10 से 18 सितंबर

Bihar School Exam Dates 2025 Revised: Class 1 to 8 Half-Yearly Exams

बिहार शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों की Half-Yearly Exam के टाइम टेबल में बदलाव किया है। अब Class 1 से Class 8 तक की परीक्षाएं 10 सितंबर से 18 सितंबर 2025 तक आयोजित होंगी।

पहले ये परीक्षाएं 10 सितंबर से 15 सितंबर तक निर्धारित थीं, लेकिन अब नई योजना के तहत परीक्षा आठ दिनों तक चलेगी। परीक्षा की तिथियां 10, 11, 12, 13, 14, 16, 17 और 18 सितंबर तय की गई हैं।

सह-शैक्षणिक गतिविधियों का मूल्यांकन भी होगा

शैक्षणिक विषयों के साथ-साथ इस बार Co-Scholastic Activities का भी मूल्यांकन किया जाएगा। छात्रों को 12 बिंदुओं पर 100 अंकों का आकलन मिलेगा। इसमें खेल-कूद, कला, व्यावसायिक कौशल और अन्य गतिविधियां शामिल होंगी।

राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) का कहना है कि इस व्यवस्था से बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित होगा और केवल पुस्तकीय ज्ञान पर जोर नहीं रहेगा।

दो पालियों में आयोजित होंगी परीक्षाएं

परीक्षाएं रोज़ दो शिफ्ट में होंगी। पहली पाली सुबह 10 बजे से 12 बजे तक चलेगी। दूसरी पाली दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक आयोजित होगी।

SCERT ने परीक्षा के लिए Standard Operating Procedure जारी कर दी है। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) को तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।

पहली-दूसरी की मौखिक, तीसरी-आठवीं की लिखित परीक्षा

कक्षा 1 और 2 के विद्यार्थियों की परीक्षा मौखिक होगी, जिसे वर्ग शिक्षक स्वयं लेंगे। इसके लिए प्रश्न e-Shiksha Kosh से उपलब्ध कराए जाएंगे।

कक्षा 3 से 8 तक की परीक्षा लिखित होगी। प्रश्नपत्र 3 सितंबर तक जिला शिक्षा कार्यालय (DEO Office) को भेज दिए जाएंगे। वहां से सभी Block Education Officer (BEO) के माध्यम से स्कूलों में पहुंचाए जाएंगे।

विषयवार मूल्यांकन

कक्षा 3 के छात्रों का मूल्यांकन शारीरिक शिक्षा और कला विषय में किया जाएगा। वहीं कक्षा 6 के छात्रों का आकलन शारीरिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, कंप्यूटर साइंस और कला में किया जाएगा। इन विषयों का मूल्यांकन ग्रेडिंग के आधार पर होगा।

प्रश्नपत्र वितरण पर सख्त निगरानी

प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका के वितरण व संग्रहण पर इस बार सख्ती बरती जाएगी। प्रत्येक स्तर पर Video Recording की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके।

Control Room और निरीक्षण व्यवस्था

9 से 18 सितंबर तक सभी जिलों में Control Room स्थापित किए जाएंगे। वहीं, परीक्षा के दौरान निरीक्षण के लिए नियुक्त किए जाने वाले शिक्षकों की सूची DEO को 8 सितंबर तक देनी होगी।

इस व्यवस्था से परीक्षा प्रक्रिया की निगरानी आसान होगी और अनुशासन बनाए रखा जा सकेगा।

मूल्यांकन और Parent-Teacher Meeting

उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 20 सितंबर तक पूरा कर लेने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके बाद 27 सितंबर को सभी प्रारंभिक विद्यालयों में Parent-Teacher Meeting आयोजित की जाएगी। इस बैठक में छात्रों की प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा होगी और अभिभावकों को आगे की तैयारी के लिए सुझाव दिए जाएंगे।

संशोधित टाइम टेबल

नई तारीखों के अनुसार परीक्षा का कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा:

  • 10 सितंबर: पर्यावरण अध्ययन/सामाजिक विज्ञान (कक्षा 3 से 8), विज्ञान (कक्षा 6 से 8)

  • 11 सितंबर: हिन्दी (द्वितीय भाषा/ अहिन्दी भाषी छात्रों के लिए), गणित (कक्षा 3 से 8)

  • 12 सितंबर: सह-शैक्षणिक गतिविधियों का समेकन

  • 13 सितंबर: हिन्दी/बांग्ला/उर्दू (कक्षा 3 से 8), संस्कृत (कक्षा 6 से 8)

  • 14 सितंबर: सह-शैक्षणिक गतिविधियों का समेकन

  • 16 सितंबर: अंग्रेजी (कक्षा 3 से 8)

  • 17 सितंबर: हिन्दी/बांग्ला/उर्दू (कक्षा 1-2), गणित (कक्षा 1-2)

  • 18 सितंबर: अंग्रेजी (कक्षा 1-2)

शिक्षा व्यवस्था पर असर

शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह Revised Exam Schedule छात्रों के लिए बेहतर रहेगा। इससे उन्हें पढ़ाई और Co-Scholastic Activities दोनों में संतुलन बनाने का अवसर मिलेगा।

लंबे शेड्यूल से स्कूलों को भी परीक्षा संचालन और मूल्यांकन में आसानी होगी।

Bihar School Exam Dates 2025 के संशोधित कार्यक्रम के अनुसार Class 1 से Class 8 तक की Half-Yearly Exam अब 10 से 18 सितंबर तक होगी। इस बार न केवल लिखित परीक्षाएं होंगी बल्कि Co-Scholastic Activities का भी मूल्यांकन किया जाएगा।

Control Room, Video Recording और निर्धारित Deadlines से शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी और अनुशासित होगी।

27 सितंबर को Parent-Teacher Meeting के जरिए छात्रों की Performance पर चर्चा होगी। यह नई व्यवस्था बिहार की शिक्षा प्रणाली को और मजबूत करने की दिशा में अहम कदम मानी जा रही है।

मुजफ्फरपुर हादसा: ब्रिक्स फैक्ट्री में मजदूर की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

Muzaffarpur Tragedy: Worker Dies in Brick Factory

मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र के सदादपुर स्थित कपरपुरा रोड पर रविवार को बड़ा हादसा हुआ। एक फ्लाई एश ब्रिक्स फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान बाजिला गांव निवासी 45 वर्षीय मनोज कुमार के रूप में की गई है।

मनोज कुमार रविवार को मिक्सिंग प्लांट में काम कर रहे थे। इसी दौरान मशीन अचानक चल पड़ी और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया।

परिवार का आरोप: Murder, Accident नहीं

परिजनों ने फैक्ट्री संचालक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक Accident नहीं बल्कि Planned Murder है।

करीब 15 दिन पहले मनोज कुमार का फैक्ट्री मालिक से पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। परिजनों का आरोप है कि इसी दौरान फैक्ट्री Owner ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर ज्यादा विवाद करोगे तो Mixing Machine में दबाकर जान ले ली जाएगी।

रविवार को जब मनोज काम कर रहे थे तो फैक्ट्री Owner ने अचानक Switch On कर दिया। इसके चलते मनोज मशीन में फंस गए और उनकी जान चली गई।

फैक्ट्री गेट पर प्रदर्शन और Compensation की मांग

मौत के बाद परिजन और स्थानीय लोग गुस्से में आ गए। उन्होंने शव को फैक्ट्री गेट पर रखकर Protest किया। हंगामे के दौरान उन्होंने फैक्ट्री बंद करने और पीड़ित परिवार को Compensation देने की मांग उठाई।

परिवार का कहना है कि मनोज गरीब पृष्ठभूमि से आते थे और छोटे-छोटे बच्चे हैं। उनकी पढ़ाई-लिखाई और घर का खर्च अब मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में Compensation बेहद जरूरी है।

Police Action और Factory Seal

सूचना मिलते ही कांटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। आक्रोशित भीड़ को किसी तरह शांत कराया गया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर फैक्ट्री को Seal कर दिया। पुलिस ने कहा कि अब Investigation CCTV footage और परिजनों के आरोपों के आधार पर आगे बढ़ेगी।

CCTV Footage से खुल सकते हैं राज़

घटना का CCTV footage सोशल मीडिया पर Viral हो रहा है। परिजनों का दावा है कि यह वीडियो साबित करता है कि घटना सामान्य दुर्घटना नहीं थी।

पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि फुटेज को ध्यान से खंगाला जाएगा। Forensic टीम भी इसकी जांच कर सकती है ताकि सच्चाई सामने आ सके।

परिजनों के बयान

मृतक के भाई गणेश कुमार ने साफ कहा कि यह हत्या है। उन्होंने बताया कि मनोज पिछले लगभग एक साल से इस फैक्ट्री में काम कर रहे थे। पैसे के लेन-देन का मामला लंबे समय से चल रहा था और उसी से यह विवाद गहरा गया था।

मनोज के दामाद बबलू कुमार ने भी यही आरोप दोहराया। उन्होंने कहा कि मालिक ने धमकी दी थी और वही धमकी रविवार को सच साबित हो गई।

मजदूर परिवार की हालत

मनोज कुमार गरीब परिवार से थे और घर के अकेले कमाने वाले सदस्य थे। उनकी मौत से परिवार पर दुख और संकट दोनों टूट पड़ा है। छोटे-छोटे बच्चों की पढ़ाई और घर चलाना अब बड़ा सवाल बन गया है।

परिवार का कहना है कि जब तक Compensation और न्याय नहीं मिलेगा, वे संघर्ष जारी रखेंगे।

पुलिस का बयान

पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में यह सामने आया कि मनोज मशीन में फंस गए थे और बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गई। परिजनों के आरोपों और उपलब्ध सबूतों के आधार पर जांच आगे बढ़ेगी।

वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि हर Angle से जांच होगी। अगर Murder की पुष्टि होती है तो Factory Owner पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Worker Safety को लेकर सवाल

इस घटना ने Worker Safety पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इलाके के मजदूरों का कहना है कि फैक्ट्रियों में न तो Safety Equipment होता है और न ही कोई Emergency System।

कई मजदूरों का आरोप है कि मालिक केवल Profit पर ध्यान देते हैं, Workers की जान की कीमत पर नहीं। अब यह मामला पूरे जिले में बहस का विषय बन गया है।

Compensation और Legal Action

परिवार का साफ कहना है कि उन्हें Compensation चाहिए क्योंकि मनोज के बिना घर चलाना मुश्किल होगा। अधिकारी इस पर विचार कर रहे हैं और श्रम कानूनों के तहत मदद देने की बात कही है।

Legal Proceedings शुरू हो चुकी हैं और CCTV footage, गवाहों के बयान और परिजनों की शिकायत को केस में शामिल किया जा रहा है।

समाज का गुस्सा और न्याय की मांग

इस घटना से पूरे इलाके में गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना है कि मजदूरों की जिंदगी की कोई कीमत नहीं समझी जाती। वे चाहते हैं कि इस केस में Example सेट किया जाए ताकि आगे मजदूरों को न्याय मिल सके।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि Justice तभी होगा जब फैक्ट्री मालिक को सख्त सजा मिले और परिवार को Compensation दिया जाए।

मुजफ्फरपुर के सदादपुर में ब्रिक्स फैक्ट्री में हुई मनोज कुमार की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजन Murder का आरोप लगा रहे हैं, जबकि पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है।

Factory Seal हो चुकी है और CCTV footage जांच का अहम हिस्सा बनेगा। Compensation और Justice की मांग अब जोर पकड़ चुकी है। यह घटना Worker Safety की लापरवाहियों और मजदूरों की असुरक्षा को उजागर करती है।

Aaj Ka Rashifal 19 August 2025: आज का राशिफल, जानिए सभी 12 राशियों का हाल

Aaj Ka Rashifal 19 August 2025: Daily Horoscope for All Zodiac Signs

Aaj Ka Rashifal 19 August 2025 सभी राशियों के लिए अलग-अलग परिणाम लेकर आया है। ग्रहों की चाल आज अवसर और चुनौतियां दोनों का संकेत दे रही है। कुछ राशियों को Financial Stability और Success मिलेगी, वहीं कुछ को Career और Love Life में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।

प्रसिद्ध ज्योतिर्विद डॉ श्रीपति त्रिपाठी का कहना है कि यह दिन संतुलन बनाने का है। परिवार, करियर और प्रेम जीवन पर समान ध्यान देना जरूरी रहेगा। ग्रहों का प्रभाव उन लोगों को सकारात्मक परिणाम देगा जो धैर्य और समझदारी से कदम उठाएंगे।

आइए विस्तार से जानते हैं मेष से मीन तक सभी राशियों का राशिफल।

मेष राशिफल आज

मेष राशि के जातकों में ऊर्जा और उत्साह बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपके सुझावों को सराहा जाएगा। आपकी Leadership Qualities लोगों को प्रभावित करेंगी।

आर्थिक दृष्टि से लाभ की संभावना है। किसी निवेश या रुके हुए काम से फायदा हो सकता है। परिवार में किसी खास मौके पर सभी एकत्रित होंगे।

प्रेम जीवन में भावनात्मक जुड़ाव और गहराएगा। साथी के साथ Mutual Understanding बेहतर होगी।

  • शुभ अंक: 6

  • शुभ रंग: लाल

वृषभ राशिफल आज

वृषभ राशि वालों के लिए आज धैर्य और विवेक लाभकारी रहेगा। कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं, जिन्हें आप संतुलन से निभाएंगे।

आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी और खर्चे नियंत्रण में रहेंगे। परिवार संग समय बिताने से मानसिक शांति मिलेगी।

प्रेम जीवन में संवाद बेहतर रहेगा। साथी के साथ रिश्ता और मजबूत होगा।

  • शुभ अंक: 4

  • शुभ रंग: हरा

मिथुन राशिफल आज

मिथुन राशि के जातक रचनात्मक कार्यों में सफलता पाएंगे। नए प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए समय उपयुक्त है।

आर्थिक मामलों में दिन सामान्य रहेगा। लेकिन भविष्य में Opportunities बढ़ेंगी। परिवार में हंसी-खुशी का माहौल रहेगा।

प्रेम जीवन में छोटा-सा Surprise रिश्ते को और मीठा बनाएगा।

  • शुभ अंक: 3

  • शुभ रंग: पीला

कर्क राशिफल आज

कर्क राशि के लोगों को मानसिक शांति मिलेगी। कार्यस्थल पर सहयोगियों से Support मिलेगा।

आर्थिक स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होगा। परिवार में पुराने विवाद खत्म हो सकते हैं।

प्रेम जीवन में साथी संग समय बिताने का मौका मिलेगा। Emotional Strength बढ़ेगी।

  • शुभ अंक: 2

  • शुभ रंग: सफेद

सिंह राशिफल आज

सिंह राशि वाले आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। कार्यक्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल हो सकती है। वरिष्ठ अधिकारी आपके काम की सराहना करेंगे।

आर्थिक रूप से लाभ के संकेत हैं। घर में नई योजनाओं पर चर्चा होगी।

प्रेम जीवन में रिश्ते को आगे बढ़ाने का सही समय है। Commitment मजबूत होगा।

  • शुभ अंक: 1

  • शुभ रंग: सुनहरा

कन्या राशिफल आज

कन्या राशि वालों पर काम का दबाव बढ़ सकता है। लेकिन आप संतुलन बनाए रखेंगे।

आर्थिक मामलों में सतर्क रहना जरूरी है। किसी सदस्य की सेहत को लेकर चिंता रहेगी।

प्रेम जीवन में गलतफहमी से बचें। खुलकर बातचीत करें।

  • शुभ अंक: 5

  • शुभ रंग: नीला

तुला राशिफल आज

तुला राशि के लोग नए लोगों से जुड़ेंगे। Social Circle बढ़ेगा और Professional Opportunities मिलेंगी।

आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी। परिवार में सौहार्द का माहौल रहेगा।

प्रेम जीवन में विश्वास और निकटता बढ़ेगी। रोमांस से दिन खुशनुमा होगा।

  • शुभ अंक: 9

  • शुभ रंग: गुलाबी

वृश्चिक राशिफल आज

वृश्चिक राशि वाले मेहनत और समर्पण से सफलता पाएंगे। कार्यस्थल पर आपके काम की प्रशंसा होगी।

आर्थिक लाभ संभव है। रुके हुए पैसे मिल सकते हैं। परिवार का सहयोग आत्मविश्वास बढ़ाएगा।

प्रेम जीवन में भावनात्मक जुड़ाव गहरा होगा। साथी के साथ रिश्ते मजबूत होंगे।

  • शुभ अंक: 7

  • शुभ रंग: मरून

धनु राशिफल आज

धनु राशि वालों को यात्रा से शुभ समाचार मिल सकता है। कार्य में प्रगति और आर्थिक लाभ होगा।

घर में शुभ कार्यक्रम हो सकता है। परिवार का माहौल उत्साहपूर्ण रहेगा।

प्रेम जीवन में साथी से कोई खास उपहार मिल सकता है। दिन रोमांटिक रहेगा।

  • शुभ अंक: 8

  • शुभ रंग: बैंगनी

मकर राशिफल आज

मकर राशि के जातकों की योजनाओं में तेजी आएगी। कार्यस्थल पर प्रदर्शन सराहा जाएगा।

आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं। परिवार में सामंजस्य बना रहेगा।

प्रेम जीवन में पुरानी गलतफहमियां खत्म होंगी। रिश्ता और मजबूत होगा।

  • शुभ अंक: 10

  • शुभ रंग: भूरा

कुंभ राशिफल आज

कुंभ राशि के लोग नए विचार लेकर आएंगे। Innovation आपको सफलता की ओर ले जाएगा।

आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। Investments से लाभ मिलने लगेगा। परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय बीतेगा।

प्रेम जीवन में रोमांटिक पल मिलेंगे। रिश्ता और गहरा होगा।

  • शुभ अंक: 11

  • शुभ रंग: ग्रे

मीन राशिफल आज

मीन राशि के लिए आज का दिन सकारात्मक रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपकी Creativity की सराहना होगी।

आर्थिक मामलों में सुधार होगा। नए अवसर सामने आ सकते हैं। परिवार में खुशी और उत्साह रहेगा।

प्रेम जीवन में भावनात्मक जुड़ाव और गहरा होगा। Romantic Conversations संतोष देंगी।

  • शुभ अंक: 12

  • शुभ रंग: नारंगी

Aaj Ka Rashifal 19 August 2025 दिखाता है कि आज का दिन चुनौतियों और अवसरों का मिश्रण है। मेष, सिंह और धनु को Recognition और Financial Gain मिलेगा। कन्या और कर्क को Health पर ध्यान देना होगा। वृषभ और तुला को संतुलन बनाकर चलना होगा। वृश्चिक और मीन अपनी मेहनत और Creativity से सफल होंगे। मकर और कुंभ नए विचारों से Progress करेंगे।

ज्योतिर्विद डॉ श्रीपति त्रिपाठी का कहना है कि आज Balance जरूरी है। Career, Health और Relationships पर समान ध्यान देने से सफलता मिलेगी। ग्रहों की सकारात्मक ऊर्जा जीवन को सही दिशा में ले जाएगी।

IMD Weather Update: बंगाल की खाड़ी में बना Low-Pressure System, कई राज्यों में होगी भारी बारिश

IMD Weather Update: Bay of Bengal Low-Pressure System to Intensify Monsoon

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि बंगाल की खाड़ी में बना एक Low-Pressure System अगले कुछ दिनों में देशभर के मौसम को प्रभावित करेगा। यह सिस्टम मंगलवार दोपहर तक दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों को पार कर सकता है। इसके बाद यह आंतरिक हिस्सों की ओर बढ़ेगा और मॉनसून की सक्रियता को फिर से मजबूत करेगा।

IMD का अनुमान है कि यह सिस्टम पेनिनसुला और सेंट्रल इंडिया के साथ-साथ उत्तर भारत तक असर डालेगा। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इन इलाकों में फिलहाल उमस और गर्मी लोगों को परेशान कर रही है, लेकिन आने वाले दिनों में मौसम में बदलाव दिखाई देगा।

दिल्ली-एनसीआर में उमस और हल्की बारिश की संभावना

दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से पर्याप्त बारिश नहीं हो रही है। इसके चलते नमी और उमस बढ़ गई है। सोमवार को राजधानी में बादल छाए रहे लेकिन बारिश बहुत हल्की और बिखरी हुई रही।

IMD का कहना है कि मंगलवार को भी आसमान आंशिक रूप से बादलों से घिरा रहेगा और हल्की बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।

मौसम विभाग का मानना है कि दिल्ली में अच्छी बारिश कुछ दिनों बाद ही संभव है, जब बंगाल की खाड़ी का सिस्टम उत्तर भारत की ओर आगे बढ़ेगा। तब तक दिल्ली-एनसीआर के लोगों को humid weather झेलना पड़ेगा।

उत्तर प्रदेश में उमस से जूझते लोग, राहत मिलेगी 23 अगस्त से

उत्तर प्रदेश में फिलहाल बारिश कम हुई है और गर्मी-उमस ने हालात बिगाड़ रखे हैं। सोमवार को अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान 34 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज हुआ।

IMD का कहना है कि राज्य में अभी अगले तीन दिन तक यही स्थिति बनी रहेगी। हालांकि, 23 और 24 अगस्त को भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इसके लिए चेतावनी भी जारी की है।

इस बीच, लखनऊ, कानपुर और वाराणसी जैसे शहरी इलाकों में उमस से हालात और कठिन हो गए हैं। आने वाली बारिश से राहत तो मिलेगी, लेकिन लोगों को कुछ दिन और इंतजार करना होगा।

बिहार में भारी बारिश से पहले उमस का प्रकोप

बिहार में पिछले 24 घंटों में कई जिलों में 7 से 10 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है। इसके बावजूद राज्य में humidity और तापमान दोनों बढ़े हैं।

IMD का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे तक यही स्थिति बनी रहेगी। लेकिन 20 से 24 अगस्त के बीच बिहार में widespread heavy rain होगी। इन बारिशों से लोगों को राहत मिलने के साथ-साथ किसानों को भी फायदा होगा।

धान और खरीफ की अन्य फसलों की बुवाई में रुकावट आ रही थी। लगातार बारिश से खेतों में नमी बढ़ेगी और खेती के हालात सुधरेंगे।

उत्तराखंड में बारिश थमी, Yellow Alert जारी

उत्तराखंड इस मॉनसून में कई बार भारी बारिश और भूस्खलन की मार झेल चुका है। फिलहाल राज्य के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है।

IMD ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, देहरादून और नैनीताल जिलों के लिए Yellow Alert जारी किया है। यहां अचानक भारी बारिश और thunderstorms का खतरा बना हुआ है।

देहरादून में सोमवार को सुबह बादल और हल्की बारिश हुई, लेकिन दोपहर बाद सूरज निकलने से उमस बढ़ गई। शाम को फिर से बादल छा गए और रात में बारिश के आसार बने रहे।

भारत के प्रमुख शहरों का तापमान अपडेट

IMD के अनुसार, 19 अगस्त को कई प्रमुख शहरों का तापमान इस प्रकार रहेगा:

  • दिल्ली: अधिकतम 33°C, न्यूनतम 25°C

  • मुंबई: अधिकतम 26°C, न्यूनतम 23°C

  • कोलकाता: अधिकतम 31°C, न्यूनतम 27°C

  • चेन्नई: अधिकतम 32°C, न्यूनतम 25°C

  • लखनऊ: अधिकतम 35°C, न्यूनतम 27°C

  • पटना: अधिकतम 35°C, न्यूनतम 28°C

  • रांची: अधिकतम 28°C, न्यूनतम 22°C

  • भुवनेश्वर: अधिकतम 29°C, न्यूनतम 26°C

  • भोपाल: अधिकतम 34°C, न्यूनतम 25°C

  • अमृतसर: अधिकतम 32°C, न्यूनतम 24°C

  • नैनीताल: अधिकतम 22°C, न्यूनतम 17°C

Low-Pressure System का असर खेती और आम जीवन पर

भारत में खेती पूरी तरह से मॉनसून rains पर निर्भर करती है। बंगाल की खाड़ी का यह सिस्टम जब उत्तर और मध्य भारत में पहुंचेगा तो फसलों को बड़ी राहत मिलेगी। धान, दलहन और तिलहन जैसी फसलों को लगातार बारिश की जरूरत है।

शहरी इलाकों में यह बारिश ट्रैफिक जाम, waterlogging और बिजली कटौती जैसी समस्याएं भी ला सकती है। वहीं पहाड़ी राज्यों में landslide और flash flood का खतरा बना रहेगा।

IMD ने राज्यों को सतर्क रहने और स्थानीय मौसम अलर्ट पर ध्यान देने की सलाह दी है।

बंगाल की खाड़ी का Low-Pressure System अगले कुछ दिनों तक सक्रिय रहेगा। इसका असर ओडिशा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार पर गहराई से दिखेगा। दक्षिण भारत के कुछ हिस्से, जैसे तेलंगाना और कर्नाटक, भी बारिश से प्रभावित होंगे।

अगले हफ्ते का समय मॉनसून के लिहाज से अहम साबित होगा। अगर सिस्टम उम्मीद के मुताबिक सक्रिय रहता है तो अगस्त के दूसरे हिस्से में कई राज्यों को अच्छी बारिश मिल सकती है।

सासाराम से लालू की हुंकार: चोरों को हटाइए, बीजेपी को भगाइए — राहुल की पदयात्रा में

राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के शुभारंभ मंच पर लालू प्रसाद यादव ने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में सभा को संबोधित किया। कभी लोकगीत सुनाकर भीड़ को हंसी में डुबोया तो कभी बीजेपी पर करारा हमला बोला। लालू ने कहा कि लोकतंत्र और वोट के अधिकार की रक्षा के लिए सबको एकजुट होना होगा और “चोरी करने वाली बीजेपी” को हर हाल में सत्ता से दूर रखना होगा।

घर के मुख्य द्वार पर पौधे लगाने के वास्तु नियम: किन्हें लगाएं और किनसे बचें

Vastu Tips for Main Entrance: Plants to Avoid and Right Choices for Positive Energy

वास्तु शास्त्र में घर का मुख्य द्वार बेहद खास माना जाता है। यह न सिर्फ मेहमानों का स्वागत करता है, बल्कि सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार भी होता है। ऐसे में यहां रखी हर वस्तु का प्रभाव पूरे घर और परिवार पर पड़ता है। खासकर पौधे, जो घर की ऊर्जा को सीधे प्रभावित करते हैं। सही पौधे लगाने से सुख-समृद्धि और शांति आती है, जबकि गलत पौधे परिवार में अशांति, धन हानि और नेगेटिविटी को आमंत्रित कर सकते हैं।

मुख्य द्वार का महत्व

वास्तु शास्त्र कहता है कि मुख्य दरवाजा घर की ऊर्जा का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां रखे पौधे पूरे घर के माहौल को तय करते हैं। हरे-भरे पौधे जहां सकारात्मकता लाते हैं, वहीं सूखे या कांटेदार पौधे नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

कांटेदार पौधे बढ़ाते हैं तनाव

मुख्य द्वार पर कैक्टस या नागफनी जैसे कांटेदार पौधों को रखना अशुभ माना गया है। इनके कांटे घर में तनाव, झगड़े और आर्थिक बाधाओं को आकर्षित करते हैं। इसलिए इनके बजाय तुलसी या मनी प्लांट जैसे पौधे लगाना शुभ माना जाता है।

बोनसाई पौधों से रुकती प्रगति

बोनसाई पौधे देखने में आकर्षक लगते हैं, लेकिन वास्तु के अनुसार ये विकास रुकने का प्रतीक हैं। मुख्य द्वार पर इन्हें रखने से करियर और आर्थिक प्रगति थम सकती है। इसके बजाय बड़े और हरे-भरे पौधे जैसे अशोक या मनी प्लांट ज्यादा लाभकारी होते हैं।

सूखे और मुरझाए पौधे अशुभ

अगर मुख्य द्वार पर रखे पौधे सूख जाएं या मुरझा जाएं तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करते हैं। ऐसे पौधों से धन हानि और पारिवारिक तनाव बढ़ता है। इसलिए हमेशा ताजे, हरे-भरे पौधे ही रखें और उनकी नियमित देखभाल करें।

वीनस फ्लाईट्रैप और आक्रामक पौधे

वास्तु शास्त्र में वीनस फ्लाईट्रैप जैसे पौधों को मुख्य द्वार के लिए अनुपयुक्त माना गया है। ये हिंसक ऊर्जा का प्रतीक होते हैं और परिवार में तनाव बढ़ा सकते हैं। तुलसी, गुलाब या चमेली जैसे पौधे इसके बेहतर विकल्प हैं, जो सकारात्मकता को बढ़ाते हैं।

बड़े और घने पौधे रोकते हैं ऊर्जा

मुख्य द्वार पर बहुत बड़े और घने पौधे या पेड़ लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रुक जाता है। इससे अवसरों की कमी और आर्थिक रुकावटें बढ़ सकती हैं। इसलिए मुख्य द्वार को खुला और आकर्षक बनाए रखने के लिए छोटे, सजावटी और शुभ पौधों का चयन करें।

शुभ पौधे लाते हैं समृद्धि

वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी, मनी प्लांट, अशोक और चमेली जैसे पौधे मुख्य द्वार के लिए शुभ माने जाते हैं। इन्हें पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में रखने से घर में सुख-शांति और धन की वृद्धि होती है। पौधों की नियमित देखभाल भी जरूरी है ताकि वे हमेशा हरे-भरे और आकर्षक बने रहें।

सही चयन से दूर करें नेगेटिविटी

कांटेदार, बोनसाई, सूखे या बड़े घने पौधे मुख्य द्वार पर लगाने से बचें। इसके बजाय शुभ पौधे चुनें और उन्हें सही दिशा में लगाकर नियमित देखभाल करें। यह न केवल घर की खूबसूरती बढ़ाएंगे बल्कि सकारात्मक ऊर्जा, शांति और समृद्धि भी लाएंगे।

पटना में STET, BTET और लाइब्रेरियन परीक्षा की मांग पर बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

Patna Protests Over STET, BTET and Librarian Exam

पटना सोमवार को एक बड़े छात्र आंदोलन का गवाह बना, जब हज़ारों अभ्यर्थी STET, BTET और लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए। आंदोलन की शुरुआत पटना कॉलेज परिसर से हुई और देखते ही देखते यह शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाकों तक पहुंच गई। अभ्यर्थियों का इरादा CM हाउस तक पहुंचकर सरकार से अपनी मांग मनवाने का था, लेकिन रास्ते में ही पुलिस और प्रशासन ने उन्हें रोक दिया।

CM हाउस की ओर कूच, पुलिस ने बनाई बैरिकेडिंग

अभ्यर्थियों ने सोमवार सुबह पटना कॉलेज परिसर से जुलूस निकाला और नारेबाजी करते हुए भिखना पहाड़ी, खेतान मार्केट और जेपी गोलंबर होते हुए डाकबंगला चौराहा पहुंचे। यहीं से उनका इरादा CM हाउस घेराव का था। लेकिन पुलिस पहले से सतर्क थी। डाकबंगला चौराहे पर भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए थे। बैरिकेडिंग लगाई गई और यहां तक कि वाटर कैनन भी खड़ी की गई थी।

बैरिकेडिंग पर चढ़े अभ्यर्थी, नारेबाजी से गूंजा इलाका

जैसे ही कैंडिडेट्स ने बैरिकेडिंग को पार करने की कोशिश की, माहौल और तनावपूर्ण हो गया। सैकड़ों अभ्यर्थी बैरिकेडिंग पर चढ़कर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करने लगे। उन्होंने साफ कहा कि जब तक परीक्षा की डेट घोषित नहीं होगी, वे पीछे नहीं हटेंगे।

पुलिस का बल प्रयोग, लाठीचार्ज से मचा हड़कंप

स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने बल प्रयोग किया और अभ्यर्थियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कई छात्र इधर-उधर भागे, तो कुछ जमीन पर गिरकर घायल भी हो गए।

छात्र नेताओं को ले जाया गया बातचीत के लिए

लाठीचार्ज से पहले प्रशासन ने पांच प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए CM हाउस बुलाया। इनमें छात्र नेता खुशबू पाठक भी शामिल थीं। प्रशासन का मानना था कि बातचीत से समाधान निकल सकता है, लेकिन बाहर खड़े हज़ारों अभ्यर्थी बातचीत से संतुष्ट नहीं हुए और आगे बढ़ने की कोशिश करते रहे।

प्रदर्शन के दौरान मौके पर मजिस्ट्रेट एमएच खान भी पहुंचे। इसी बीच एक भावुक नज़ारा देखने को मिला जब एक अभ्यर्थी ने उनके पैर पकड़कर कहा – “मुख्यमंत्री जी से मिलवा दीजिए सर।” यह दृश्य छात्रों की हताशा और उनकी बेचैनी को दिखाने के लिए काफी था।

क्यों भड़के अभ्यर्थी?

STET, BTET और लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षाओं की तिथि लंबे समय से अटकी हुई है। हज़ारों उम्मीदवार महीनों से इंतजार कर रहे हैं कि सरकार परीक्षा की तारीख घोषित करे। उनका आरोप है कि शिक्षा विभाग में पद खाली हैं, लेकिन जानबूझकर भर्ती प्रक्रिया लटकाई जा रही है।

अभ्यर्थियों का कहना है कि यह देरी उनके करियर के साथ खिलवाड़ है। कई उम्मीदवार उम्र की सीमा पार करने के कगार पर हैं, ऐसे में परीक्षा का टलना उनके भविष्य पर सीधा असर डाल रहा है।

सोशल मीडिया पर गूंजा लाठीचार्ज

डाकबंगला चौराहे पर हुए इस लाठीचार्ज का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। लोगों ने इसे शेयर कर सरकार की आलोचना की और अभ्यर्थियों के समर्थन में आवाज़ बुलंद की। विपक्षी दलों ने भी मौके का फायदा उठाते हुए सरकार पर हमला बोला और कहा कि छात्रों की जायज़ मांगों को दबाने के लिए बल प्रयोग करना लोकतंत्र की हत्या है।

प्रशासन का बचाव

प्रशासन की ओर से सफाई दी गई कि अभ्यर्थियों ने हाई-सिक्योरिटी ज़ोन की ओर जबरन बढ़ने की कोशिश की थी। कई बार समझाने के बाद भी वे नहीं माने, इसलिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। अधिकारियों ने कहा कि छात्र प्रतिनिधियों को CM हाउस बुलाकर उनकी बात सुनी जा रही है और जल्द ही समाधान निकलेगा।

बेरोज़गारी और बढ़ते आक्रोश का संकेत

यह आंदोलन सिर्फ परीक्षा की तारीख की मांग तक सीमित नहीं है। यह बिहार में बढ़ती बेरोज़गारी और असुरक्षा की ओर भी इशारा करता है। हज़ारों छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है और सरकार पर दबाव लगातार बढ़ रहा है।

फिलहाल पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया है, लेकिन मांगें अभी भी बरकरार हैं। अभ्यर्थियों ने साफ कर दिया है कि जब तक परीक्षा की डेट घोषित नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा। अगर सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो आने वाले दिनों में और बड़े आंदोलन देखने को मिल सकते हैं।

ओडिशा में शुरू हुआ ‘मिशन आकांक्षा’: अब दिल्ली नहीं जाना होगा UPSC तैयारी के लिए

Mission Akanksha in Odisha: Free UPSC Coaching for Aspirants

सिविल सर्विसेज में करियर बनाने का सपना देखने वाले ओडिशा के युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब उन्हें दिल्ली जाकर महंगी कोचिंग पर पैसे खर्च नहीं करने होंगे। कलाहांडी जिले के प्रशासन ने दिल्ली की प्रतिष्ठित कोचिंग संस्था Vision IAS के साथ मिलकर मिशन आकांक्षा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत हर साल 60 छात्रों को मुफ्त UPSC कोचिंग दी जाएगी।

दिल्ली जाने की नहीं पड़ेगी जरूरत

अक्सर पिछड़े इलाकों के छात्रों को सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली जैसे बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। लेकिन मिशन आकांक्षा की शुरुआत के बाद अब उन्हें अपने ही जिले में विशेषज्ञों से तैयारी करने का मौका मिलेगा। यह पहल उन छात्रों के लिए उम्मीद की नई किरण है जो आर्थिक तंगी के कारण कोचिंग नहीं कर पाते।

योजना का औपचारिक शुभारंभ

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस योजना का शुभारंभ किया गया। कलाहांडी कलेक्टर सचिन पवार और Vision IAS की वाइस-प्रेसिडेंट दीपाली चतुर्वेदी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। Vision IAS इसे अपनी CSR गतिविधि के अंतर्गत चला रहा है।

इस साझेदारी के तहत:

  • जिला प्रशासन इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराएगा।

  • Vision IAS क्लासरूम और ऑनलाइन दोनों मोड में पढ़ाई कराएगा।

  • हर साल 60 छात्रों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के जरिए किया जाएगा।

चयन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण तिथियां

इस योजना के लिए पंजीकरण 22 अगस्त से शुरू होंगे। लिखित परीक्षा 21 सितंबर को आयोजित होगी और अक्टूबर के पहले हफ्ते से भवानीपटना में कोचिंग क्लासेस शुरू हो जाएंगी।

यह चयन प्रक्रिया पूरी तरह मेरिट आधारित होगी ताकि योग्य और मेहनती छात्रों को अवसर मिल सके।

क्यों खास है ‘मिशन आकांक्षा’

Vision IAS पहले भी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के पिछड़े जिलों में ऐसी पहल कर चुका है। लेकिन ओडिशा में यह पहली बार हो रहा है। कलाहांडी को NITI Aayog ने Aspirational District घोषित किया है। ऐसे में यहां इस योजना की शुरुआत युवाओं के लिए एक बड़ा कदम साबित होगी।

यह योजना न केवल छात्रों को मुफ्त कोचिंग देगी बल्कि उन्हें प्रतियोगी माहौल और राष्ट्रीय स्तर की तैयारी का अवसर भी प्रदान करेगी।

छात्रों के लिए फायदे

इस पहल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि छात्रों को अब दिल्ली जाकर रहना और महंगे खर्च उठाना नहीं पड़ेगा। घर के पास ही गुणवत्तापूर्ण कोचिंग उपलब्ध होगी। साथ ही Vision IAS की विशेषज्ञ टीम छात्रों को लेटेस्ट पैटर्न और सिलेबस के अनुसार गाइड करेगी।

इसके अलावा, कोचिंग से जुड़े मॉक टेस्ट, अध्ययन सामग्री और पर्सनल मेंटरशिप भी छात्रों को मिल पाएगी। यह उन्हें बेहतर आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धात्मक माहौल देगा।

भविष्य की संभावनाएं

मिशन आकांक्षा केवल कोचिंग कार्यक्रम नहीं बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन की दिशा में कदम है। इससे न केवल कलाहांडी बल्कि आसपास के जिलों के छात्रों को भी फायदा होगा। यह पहल दिखाती है कि टैलेंट सिर्फ बड़े शहरों में नहीं बल्कि हर गांव और जिले में है, बस उसे अवसर की जरूरत है।

ओडिशा के कलाहांडी जिले में शुरू हुआ मिशन आकांक्षा उन युवाओं के लिए वरदान है जो सिविल सर्विसेज में जाने का सपना देखते हैं। मुफ्त UPSC कोचिंग की यह पहल छात्रों के लिए आर्थिक बोझ कम करेगी और उन्हें अपने ही क्षेत्र से राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का मौका देगी।

यह योजना आने वाले समय में ओडिशा ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक आदर्श मॉडल साबित हो सकती है।

डाइजेशन को बिगाड़ रही हैं ये 8 आदतें, आज ही करें सुधार

8 Daily Habits That Can Seriously Damage Your Digestion

पाचन यानी डाइजेशन हमारे शरीर की सबसे ज़रूरी प्रक्रियाओं में से एक है। यह लगातार काम करता है—खाने को तोड़ना, पोषक तत्वों को अवशोषित करना और फिर शरीर को ऊर्जा देना। लेकिन अक्सर लोग अपनी दिनचर्या में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो इस नाजुक सिस्टम को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाती हैं। नतीजा होता है—कब्ज, गैस, ब्लोटिंग और लंबे समय में क्रॉनिक डाइजेस्टिव डिसऑर्डर्स।

गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी एक्सपर्ट्स का कहना है कि डाइजेस्टिव सिस्टम को नुकसान पहुंचाने वाली सबसे बड़ी वजहें हमारी ही रोज़मर्रा की आदतें हैं। ये आदतें ना सिर्फ सामान्य बाउल मूवमेंट को बिगाड़ देती हैं बल्कि पोषण अवशोषण और गट हेल्थ पर भी बुरा असर डालती हैं। आइए जानते हैं कौन-सी 8 Habits हैं जो पाचन क्रिया को नुकसान पहुंचा रही हैं।

जल्दी-जल्दी खाना

बहुत से लोग खाने को फटाफट खत्म कर लेते हैं। इससे फूड ठीक से चब नहीं पाता और पेट पर दबाव बढ़ता है। नतीजा गैस, अपच और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं। जब हम धीरे-धीरे खाते हैं तो ब्रेन को सिग्नल मिलता है कि पेट भर चुका है और ओवरईटिंग से भी बचाव होता है।

खाना स्किप करना

Breakfast, lunch या dinner छोड़ना डाइजेस्टिव रिदम को बिगाड़ देता है। भूख ज्यादा लगने पर लोग अचानक ज्यादा खा लेते हैं जिससे पाचन पर दबाव बढ़ता है। अनियमित टाइमिंग से गट हेल्थ भी बिगड़ती है और कब्ज, एसिडिटी जैसी दिक्कतें बढ़ती हैं।

ओवरईटिंग और प्रोसेस्ड फूड का सेवन

एक बार में बहुत ज्यादा खाना पाचन तंत्र को थका देता है। खासकर Fried और Ultra Processed फूड्स को पचने में काफी वक्त लगता है। इससे पेट पर प्रेशर बढ़ता है और Acid Reflux जैसी दिक्कतें सामने आती हैं। साथ ही गट बैक्टीरिया का संतुलन भी बिगड़ता है।

पर्याप्त पानी न पीना

Hydration डाइजेशन के लिए बेहद ज़रूरी है। पानी की कमी से स्टूल हार्ड हो जाता है जिससे कब्ज और ब्लोटिंग की समस्या बढ़ती है। पर्याप्त पानी पीने से बाउल मूवमेंट स्मूद रहता है और पाचन बेहतर होता है।

Excessive Alcohol और Caffeine

ज्यादा शराब पीना या दिनभर कई कप कॉफी-चाय पीना पेट और आंतों को नुकसान पहुंचाता है। Alcohol आंतों में गुड बैक्टीरिया को कम करता है जबकि ज्यादा Caffeine acidity और dehydration बढ़ाता है। दोनों ही आदतें लंबे समय में पाचन को कमजोर करती हैं।

देर रात खाना

कई लोग देर रात भारी खाना खाते हैं। इससे बॉडी को पचाने का समय नहीं मिलता और Acid Reflux की दिक्कत बढ़ जाती है। बेहतर है कि सोने से 2-3 घंटे पहले dinner कर लिया जाए।

स्टूल रोकना

बाथरूम जाने की urge को रोकना पाचन पर बुरा असर डालता है। इससे कब्ज, आंतों पर दबाव और Hemorrhoids तक की समस्या हो सकती है। जब भी urge महसूस हो, तुरंत टॉयलेट जाना जरूरी है।

शारीरिक गतिविधि की कमी

Sedentary lifestyle यानी घंटों बैठे रहना भी digestion बिगाड़ता है। फिजिकल एक्टिविटी मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाती है और बाउल मूवमेंट को नियमित रखती है। हल्की वॉक भी डाइजेशन सुधारने में मददगार है।

नतीजा

पाचन क्रिया को सही रखने के लिए lifestyle में छोटे बदलाव करना बेहद ज़रूरी है। धीरे-धीरे खाना, समय पर भोजन, junk food से परहेज, पर्याप्त पानी, शराब और caffeine से दूरी, समय पर सोना और regular physical activity—ये सब आपकी डाइजेशन को मजबूत बनाते हैं।

एक healthy gut सिर्फ पाचन ही नहीं बल्कि इम्यून सिस्टम और संपूर्ण सेहत की नींव है। अगर आज से ही गलत आदतें छोड़ दी जाएं तो कल लंबे समय तक बीमारियों से बचा जा सकता है।

गुवाहाटी हाई कोर्ट ने असम सरकार से पूछा तीखा सवाल, “क्या यह कोई मजाक है?”

Guwahati High Court Questions Assam Government

गुवाहाटी हाई कोर्ट ने असम सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। अदालत ने राज्य सरकार से पूछा कि आखिर एक सीमेंट कंपनी को आदिवासी जिले की 3000 बीघा जमीन कैसे आवंटित कर दी गई। कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा लगता है मानो आधा जिला ही कंपनी को सौंप दिया गया हो। अदालत ने इस फैसले को “हैरान करने वाला और अप्रत्याशित” बताया।

महाबल सीमेंट्स पर अदालत की कड़ी टिप्पणी

मामला महाबल सीमेंट्स कंपनी से जुड़ा हुआ है। कोर्ट ने साफ कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कंपनी इतनी प्रभावशाली है कि उसके दबाव में ही यह जमीन आवंटन हुआ। अदालत ने सवाल किया कि आखिर यह फैसला कैसे लिया गया और क्या सरकार समझती है कि 3000 बीघा जमीन का मतलब कितना बड़ा क्षेत्र होता है।

संविधान की छठी अनुसूची का उल्लंघन?

हाई कोर्ट ने यह भी कहा कि जिस जिले में यह जमीन दी गई है, वह संविधान की छठी अनुसूची के दायरे में आता है। यह व्यवस्था खासतौर पर स्थानीय आदिवासी समुदायों के हितों की रक्षा के लिए बनाई गई है। अदालत ने टिप्पणी की कि ऐसे में इतनी बड़ी जमीन किसी कंपनी को देना सीधे-सीधे इस संवैधानिक सुरक्षा का उल्लंघन है।

पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र भी शामिल

बेंच ने बताया कि आवंटित जमीन में डिमा हसाओ जिले का उमरांगसो इलाका भी शामिल है। यह इलाका पर्यावरणीय दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है। यहां बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं और यह क्षेत्र वाइल्डलाइफ के लिए भी मशहूर है। कोर्ट ने कहा कि इस इलाके को औद्योगिक इस्तेमाल के लिए देना गंभीर पर्यावरणीय संकट पैदा कर सकता है।

अदालत ने मांगी जमीन आवंटन की पॉलिसी

हाई कोर्ट ने नॉर्थ कछर हिल्स ऑटोनोमस काउंसिल से इस संबंध में सभी दस्तावेज सौंपने को कहा है। अदालत ने यह भी पूछा कि किस पॉलिसी के तहत महाबल सीमेंट्स को इतनी बड़ी जमीन आवंटित की गई। कोर्ट ने साफ कहा कि इस प्रक्रिया में पारदर्शिता होनी चाहिए। अब इस मामले की अगली सुनवाई 1 सितंबर को होगी।

ग्रामीणों ने किया विरोध, कंपनी ने रखी दलील

यह मामला ग्रामीणों की याचिका पर सुनवाई के दौरान सामने आया। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें उनकी पुश्तैनी जमीन से हटाया जा रहा है। उनका कहना है कि यह जमीन उनकी आजीविका और पहचान का हिस्सा है।

वहीं महाबल सीमेंट्स ने अपनी तरफ से दलील दी कि जमीन उन्हें टेंडर प्रक्रिया के जरिए 30 साल की लीज पर मिली है। कंपनी ने कहा कि वह किसी की व्यक्तिगत जमीन लेने में दिलचस्पी नहीं रखती बल्कि सिर्फ माइनिंग और प्रोडक्शन के लिए आवंटित जमीन का उपयोग कर रही है। कंपनी का दावा है कि कुछ लोग जानबूझकर उनके कामकाज में बाधा डाल रहे हैं।

आदिवासी समुदाय का पक्ष

ग्रामीणों की ओर से पेश वकीलों ने कहा कि आदिवासी लोगों को उनकी जमीन से हटाना पूरी तरह गलत है। उन्होंने दलील दी कि संविधान ने आदिवासी समुदायों को विशेष सुरक्षा दी है और इस मामले में इन अधिकारों का हनन हुआ है।

अदालत ने जताई चिंता

हाई कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की कि महाबल सीमेंट्स कंपनी का असाधारण प्रभाव इस पूरे मामले में साफ झलकता है। अदालत ने कहा कि यह बेहद गंभीर मसला है क्योंकि एक निजी कंपनी के लिए आदिवासी और पर्यावरणीय हितों को ताक पर नहीं रखा जा सकता।

अगली सुनवाई पर टिकी निगाहें

अब पूरे मामले की अगली सुनवाई 1 सितंबर को होगी। अदालत ने राज्य सरकार और नॉर्थ कछर हिल्स ऑटोनोमस काउंसिल को जमीन आवंटन से जुड़े सभी दस्तावेज पेश करने का आदेश दिया है।

यह मामला न सिर्फ असम बल्कि देशभर में आदिवासी अधिकारों और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े बड़े सवाल खड़े करता है। अदालत का अंतिम फैसला यह तय करेगा कि विकास की आड़ में आदिवासी समुदाय और संवेदनशील इलाकों की बलि चढ़ाई जा सकती है या नहीं।

न्यूयॉर्क में हाथ थामे दिखे विजय देवरकोंडा और रश्मिका मंदाना

Rashmika Mandanna and Vijay Deverakonda Spark Dating Rumors

दक्षिण भारतीय सिनेमा के दो बड़े सितारे, रश्मिका मंदाना और विजय देवरकोंडा, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। अपने करियर की ऊंचाइयों के साथ-साथ, दोनों का नाम अक्सर रिलेशनशिप अफवाहों में जुड़ता रहा है। इस बार कारण बना न्यूयॉर्क का एक वीडियो, जहां दोनों को मैनहट्टन की सड़कों पर हाथ थामे घूमते हुए देखा गया।

यह वीडियो 17 अगस्त को हुए 43वें भारत दिवस परेड के दौरान सामने आया। जैसे ही यह क्लिप सोशल मीडिया पर पहुंची, फैन्स के बीच दोनों के रिश्ते को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं।

सोशल मीडिया पर छाया वीडियो

वीडियो इंटरनेट पर आते ही वायरल हो गया। फैन्स ने इसे एडिट कर अलग-अलग तरीकों से शेयर करना शुरू किया। कई लोगों ने लिखा कि दोनों को देखकर उनकी स्माइल रुक ही नहीं रही।

एक यूजर ने ट्विटर (अब X) पर लिखा – “VD को पहली बार देखा, बहुत प्यारे और स्मार्ट लगते हैं। रश्मिका भी कमाल की लगीं। न्यूयॉर्क इंडिया डे परेड में भीड़ का क्रेज़ देखने लायक था।”

दूसरे ने लिखा – “सिर्फ हाथ थामे देखकर ही मैं पूरे दिन मुस्कुरा रहा हूं।” इन कमेंट्स से साफ है कि फैन्स अभी भी Rashmika Vijay couple goals की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

गीत गोविंदम के 7 साल पूरे

दो दिन पहले ही रश्मिका और विजय ने अपनी सुपरहिट फिल्म गीत गोविंदम के 7 साल पूरे होने का जश्न मनाया। इस फिल्म ने दोनों की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री को दर्शकों के दिल में अमर कर दिया था।

15 अगस्त को रश्मिका ने अपने इंस्टाग्राम पर पुरानी तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा –
“यकीन नहीं होता कि मेरे पास 7 साल पहले की तस्वीरें अब भी हैं। Geetha Govindam हमेशा खास फिल्म रहेगी। बहुत दिनों से सब से मुलाकात नहीं हुई लेकिन उम्मीद है सब अच्छा कर रहे होंगे। 7 साल ऐसे निकल गए मानो कल की ही बात हो।”

उनके इस पोस्ट पर फैन्स ने ढेरों कमेंट्स किए और दोनों की जोड़ी को फिर से फिल्मों में देखने की मांग की।

लगातार बढ़ती रिलेशनशिप चर्चाएं

रश्मिका और विजय की नज़दीकियों की चर्चा लंबे समय से होती रही है। छुट्टियों पर साथ देखे जाने से लेकर, इवेंट्स और इंटरव्यू तक, दोनों अक्सर एक-दूसरे के साथ दिखाई देते हैं।

हालांकि उन्होंने हमेशा यही कहा कि वे सिर्फ अच्छे दोस्त हैं, लेकिन उनकी बॉन्डिंग और पब्लिक अपीयरेंस अक्सर कहानी कुछ और ही बयान करती है। यही कारण है कि हर बार इंटरनेट पर उनकी जोड़ी ट्रेंड करने लगती है।

करियर की बात करें तो…

रश्मिका मंदाना आज बॉलीवुड से लेकर साउथ इंडस्ट्री तक सुपरहिट नाम बन चुकी हैं। Pushpa: The Rise में उनके किरदार श्रीवल्ली ने उन्हें नेशनल क्रश का खिताब दिला दिया। अब फैन्स उनकी Pushpa 2: The Rule का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

वहीं विजय देवरकोंडा की पहचान Arjun Reddy से बनी। इसके बाद Geetha Govindam और Dear Comrade जैसी फिल्मों ने उनकी लोकप्रियता को और बढ़ाया। भले ही Liger उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा, लेकिन विजय अब भी टॉलीवुड के सबसे बड़े स्टार्स में गिने जाते हैं।

फैन्स क्यों मानते हैं कि दोनों साथ हैं

दोनों की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री पहले ही हिट रही है, और ऑफ-स्क्रीन उनकी दोस्ती और नज़दीकी फैन्स को रियल कपल की तरह आकर्षित करती है। यही वजह है कि जब भी उनका कोई वीडियो सामने आता है, तो सोशल मीडिया पर Rashmika Vijay का हैशटैग ट्रेंड करने लगता है।

न्यूयॉर्क का इवेंट क्यों बना खास

भारत दिवस परेड जैसे बड़े इवेंट में विजय और रश्मिका का हाथ थामे घूमना उनके रिश्ते को लेकर और सवाल खड़े करता है। कुछ लोगों ने इसे सामान्य दोस्ती बताया, लेकिन कई फैन्स मानते हैं कि यह उनकी नज़दीकी का साफ सबूत है।

मीडिया और पब्लिक अटेंशन

हर बार जब दोनों एक साथ दिखते हैं, मीडिया इसे बड़े पैमाने पर कवर करता है। न्यूज पोर्टल्स से लेकर यूट्यूब चैनलों तक, हर जगह इन्हीं के रिश्ते की चर्चाएं होती हैं। दिलचस्प बात यह है कि दोनों ने कभी भी इन खबरों को कड़े शब्दों में खारिज नहीं किया, जिससे फैन्स की जिज्ञासा और बढ़ जाती है।

रश्मिका मंदाना और विजय देवरकोंडा का न्यूयॉर्क वीडियो एक बार फिर उनके रिलेशनशिप रूमर्स को हवा दे रहा है। गीत गोविंदम की 7वीं सालगिरह के जश्न के बाद आया यह वीडियो फैन्स के लिए किसी ट्रीट से कम नहीं है।

चाहे दोनों सिर्फ अच्छे दोस्त हों या असल में कपल, लेकिन इतना तय है कि उनकी जोड़ी ऑन-स्क्रीन और ऑफ-स्क्रीन, दोनों जगह फैन्स को दीवाना बनाती है।

शशि थरूर ने की शुभांशु शुक्ला की तारीफ, कहा- अंतरिक्ष कूटनीति में भारत का नया अध्याय

Shashi Tharoor Praises Shubhanshu Shukla’s Space Mission

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सोमवार को अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के ऐतिहासिक मिशन की खुलकर सराहना की। उन्होंने शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन यात्रा को भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान महत्वाकांक्षा का प्रतीक बताया। थरूर ने कहा कि यह कदम इसरो के गगनयान प्रोजेक्ट के लिए बेहद अहम साबित होगा।

विपक्ष रहा अनुपस्थित

गौरतलब है कि विपक्षी दलों ने हाल ही में कथित वोट चोरी के मुद्दे को लेकर विशेष चर्चा का बहिष्कार किया था। इसी वजह से थरूर ने अपनी राय सोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने लिखा कि विपक्ष भले ही संसद की बहस में शामिल नहीं हुआ हो, लेकिन हर भारतीय को शुक्ला की इस उपलब्धि पर गर्व होना चाहिए।

भारतीयों के लिए गर्व का क्षण

थरूर ने एक्स (Twitter) पर लिखा कि शुभांशु शुक्ला का यह मिशन हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है। इस मिशन से इसरो को न सिर्फ वास्तविक अनुभव मिलेगा बल्कि ऐसा डेटा भी प्राप्त होगा जो आने वाले वर्षों में मानव अंतरिक्ष उड़ान को और सुरक्षित और सफल बनाएगा।

गगनयान मिशन को सीधे लाभ

कांग्रेस सांसद ने कहा कि शुक्ला के प्री-लॉन्च प्रोसेस, स्पेसक्राफ्ट सिस्टम और माइक्रोग्रैविटी में मानसिक व शारीरिक प्रभाव का अनुभव हमारे गगनयान मिशन को और सुरक्षित बनाने में मदद करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मिशन से मिली जानकारी भविष्य की उड़ानों में जोखिम कम करेगी।

अंतरिक्ष में हुए प्रयोग

थरूर ने शुक्ला द्वारा किए गए प्रयोगों का विशेष जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस मिशन में भारतीय प्रणालियों और प्रोटोकॉल का असली अंतरिक्ष वातावरण में परीक्षण हुआ। यहां मानव स्वास्थ्य और पौधों की वृद्धि पर रिसर्च सहित कई वैज्ञानिक और तकनीकी प्रयोग किए गए, जो आगे चलकर भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को और मजबूत करेंगे।

भारत की Space Diplomacy को मजबूती

थरूर ने कहा कि यह मिशन भारत की अंतरिक्ष कूटनीति को नया आयाम देता है। अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने से भारत की वैश्विक भूमिका और मजबूत हुई है। यह दिखाता है कि भारत अब Multilateral Efforts का हिस्सा बनकर Research और Investment के नए रास्ते खोल रहा है।

भविष्य में बढ़ेगी साझेदारी

कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मिशन ने भविष्य के संयुक्त शोध और निवेश की संभावनाओं को बढ़ाया है। इससे न केवल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा बल्कि भारत अपनी विशेषज्ञता भी साझा कर सकेगा।

राजनीति और विज्ञान के बीच संतुलन

जहां विपक्ष चुनावी मुद्दों में उलझा रहा, वहीं थरूर ने विज्ञान और राष्ट्रीय उपलब्धियों पर ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष उपलब्धियां राजनीति से ऊपर हैं और इन्हें पूरे देश को एकजुट होकर सराहना चाहिए।

युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा

थरूर ने अंत में कहा कि शुभांशु शुक्ला का यह मिशन भारत की नई पीढ़ी को प्रेरित करेगा। यह युवाओं को Science, Technology और Space Research में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित करेगा।

शशि थरूर की तारीफ ने यह स्पष्ट कर दिया कि शुभांशु शुक्ला का मिशन सिर्फ एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं बल्कि भारत के लिए गर्व का क्षण है। इस मिशन ने इसरो को वास्तविक अनुभव और महत्वपूर्ण डेटा दिया है, जो गगनयान जैसे मिशनों को सुरक्षित बनाएगा और भारत की Space Diplomacy को और मजबूती देगा।

Honor X7c 5G भारत में लॉन्च, दमदार फीचर्स और बजट फ्रेंडली प्राइस

Honor X7c 5G Launched in India Under ₹15,000

स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Honor ने भारत में अपना नया Honor X7c 5G लॉन्च कर दिया है। यह फोन न सिर्फ बजट-फ्रेंडली है, बल्कि इसमें ऐसे फीचर्स दिए गए हैं जो आमतौर पर महंगे स्मार्टफोन्स में मिलते हैं। कंपनी ने इसे उन यूज़र्स के लिए पेश किया है जो कम दाम में पावरफुल परफॉर्मेंस और रफ एंड टफ डिजाइन चाहते हैं।

कीमत और उपलब्धता

Honor X7c 5G की शुरुआती कीमत ₹14,999 रखी गई है। यह कीमत 6GB RAM और 128GB स्टोरेज वाले वेरिएंट के लिए है। वहीं, 8GB + 128GB वेरिएंट की कीमत ₹16,999 और 8GB + 256GB वेरिएंट की कीमत करीब ₹17,999 होगी। इस फोन की पहली सेल 20 अगस्त से Amazon Specials पर शुरू होगी। लॉन्च ऑफर के तहत कंपनी ग्राहकों को 6 महीने तक का No-Cost EMI Option भी दे रही है।

डिस्प्ले और डिजाइन

Honor X7c 5G में 6.8 इंच का FHD+ LCD डिस्प्ले दिया गया है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट और 850 निट्स पीक ब्राइटनेस सपोर्ट करता है। बड़े स्क्रीन और हाई ब्राइटनेस की वजह से यूज़र्स को गेमिंग, स्क्रॉलिंग और वीडियो स्ट्रीमिंग का शानदार अनुभव मिलेगा।

फोन का डिजाइन प्रीमियम है और इसमें IP64 रेटिंग दी गई है, जिससे यह धूल और पानी की छींटों से सुरक्षित रहता है। इतना ही नहीं, इसमें SGS Drop Resistance Certification भी है, यानी यह गिरने पर भी आसानी से नहीं टूटता।

प्रोसेसर और परफॉर्मेंस

यह फोन Qualcomm Snapdragon 4 Gen 2 प्रोसेसर से लैस है, जो 4nm प्रोसेस पर आधारित है। यह प्रोसेसर बैटरी एफिशिएंट और पावरफुल दोनों है। Honor X7c 5G Android 15 पर आधारित MagicOS 9.0 पर चलता है, जो स्मूद और लेटेस्ट फीचर्स का अनुभव देता है।

रैम और स्टोरेज

Honor X7c 5G में 8GB RAM दी गई है, जिसे वर्चुअल RAM टेक्नोलॉजी के जरिए 8GB और बढ़ाया जा सकता है। यानी फोन कुल 16GB RAM की तरह काम करता है। स्टोरेज के लिए इसमें 256GB तक इंटरनल मेमोरी दी गई है, जिससे यूज़र्स को ऐप्स, गेम्स और मीडिया स्टोर करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

कैमरा फीचर्स

फोन में फोटोग्राफी के लिए 50MP का AI प्राइमरी कैमरा दिया गया है, जो Optical Image Stabilisation (OIS) सपोर्ट करता है। इसके साथ 2MP का डेप्थ सेंसर भी मौजूद है। फ्रंट कैमरा 5MP का है, जो सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए दिया गया है। AI एन्हांसमेंट की मदद से डेली लाइट और पोर्ट्रेट शॉट्स काफी बेहतर मिलते हैं।

बैटरी और चार्जिंग

फोन में 5200mAh बैटरी दी गई है, जो लंबे समय तक चलती है। इसमें 35W फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट है, जिससे बैटरी जल्दी चार्ज हो जाती है। कंपनी का दावा है कि एक बार चार्ज करने के बाद यह लंबे समय तक गेमिंग और मल्टीमीडिया इस्तेमाल को आसानी से संभाल सकता है।

ऑडियो और अन्य फीचर्स

Honor X7c 5G में डुअल स्टेरियो स्पीकर्स दिए गए हैं, जो 300% तक वॉल्यूम बूस्ट कर सकते हैं। कॉलिंग के दौरान बेहतर साउंड क्वालिटी के लिए इसमें AI Noise Reduction फीचर मौजूद है। सिक्योरिटी के लिए इसमें साइड फिंगरप्रिंट सेंसर और NFC सपोर्ट दिया गया है।

टिकाऊ और रफ एंड टफ डिजाइन

यह फोन उन लोगों के लिए खास है जो मजबूत और टिकाऊ डिवाइस चाहते हैं। इसकी IP64 रेटिंग और SGS Drop Resistance Certification इसे ज्यादा भरोसेमंद बनाती है। धूल, पानी की छींटें और हल्की गिरावट इस फोन को नुकसान नहीं पहुंचातीं।

Honor X7c 5G को भारत में बजट सेगमेंट में एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है। ₹15,000 से कम की कीमत में 50MP कैमरा, 5200mAh बैटरी, 16GB RAM एक्सपेंशन और प्रीमियम डिजाइन इसे एक बेस्ट ऑप्शन बना रहे हैं।

जिन यूज़र्स को पावरफुल और रफ एंड टफ स्मार्टफोन चाहिए, उनके लिए यह डिवाइस एक बेहतर विकल्प है।

BSSC CGL 4 भर्ती 2025: 1481 स्नातक स्तरीय पदों पर आवेदन की प्रक्रिया शुरू

BSSC CGL 4 Vacancy 2025: Apply for 1481 Graduate Level Posts,

बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) ने स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा यानी BSSC CGL 4 Vacancy 2025 का विज्ञापन जारी कर दिया है। इस भर्ती के तहत कुल 1481 स्नातक स्तरीय पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। आवेदन प्रक्रिया आज 18 अगस्त 2025 से शुरू हो चुकी है और 17 सितंबर 2025 तक चलेगी। यह भर्ती राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में की जाएगी।

विभागवार पदों का ब्योरा

जारी नोटिफिकेशन के अनुसार सबसे ज़्यादा रिक्तियां सामान्य प्रशासन विभाग में हैं। यहां Assistant Branch Officer के 1064 पदों पर बहाली होगी। इसके अलावा, योजना सहायक के 88, कनिष्ठ सांख्यिकी सहायक के 5, Data Entry Operator का 1, अंकेक्षक के 125 और सहकारी समितियों के अंकेक्षक के 198 पद शामिल हैं।

परिचारी पदों के लिए अलग प्रक्रिया

BSSC ने कार्यालय परिचारी यानी Office Attendant पदों के लिए भी बड़ी संख्या में बहाली की घोषणा की है। इसके लिए आवेदन 25 अगस्त से 26 सितंबर 2025 तक स्वीकार किए जाएंगे। कुल 3727 पदों को भरा जाएगा।

इनमें निदेशालय नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के 203, श्रम संसाधन विभाग के 52, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के 79, योजना एवं विकास विभाग के 11 और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के 13 पद शामिल हैं। इसी तरह पथ निर्माण विभाग में 26, सामान्य प्रशासन विभाग में 21, लघु जल संसाधन विभाग में 15 और अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग में 11 पदों पर बहाली होगी।

ज़िला स्तर पर भी बड़े पैमाने पर नियुक्ति

इस बार ज़िला स्तर पर भी बड़ी संख्या में नियुक्तियां होंगी।

  • समाहरणालय पटना में 221 पद

  • समाहरणालय मुजफ्फरपुर में 100

  • समाहरणालय अरवल में 22

  • समाहरणालय कटिहार में 58

  • समाहरणालय नालंदा में 57

  • समाहरणालय रोहतास में 40

  • समाहरणालय खगड़िया में 35

  • समाहरणालय किशनगंज में 24

  • समाहरणालय बक्सर में 23

इसी तरह भोजपुर में 51, जमुई में 14, बेगूसराय में 108 और जहानाबाद में 5 पदों पर बहाली होगी। भागलपुर प्रमंडल में 9 और पटना प्रमंडल में 6 पद भरे जाएंगे।

अन्य विभागों में नियुक्तियां

पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग में 1138, भवन निर्माण विभाग में 500, नगर विकास एवं आवास विभाग में 10, गव्य विकास निदेशालय में 26, निदेशालय नियोजन एवं प्रशिक्षण में 5, श्रम संसाधन विभाग में 4, बिहार राज्य योजना पर्षद में 12 और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में 29 पदों पर नियुक्ति होगी।

परीक्षा पैटर्न और खास बदलाव

BSSC CGL 4 प्रीलिम्स परीक्षा को लेकर आयोग ने एक बड़ा बदलाव किया है। इस बार उम्मीदवारों को परीक्षा हॉल में तीन किताबें ले जाने की अनुमति होगी। यह कदम पारदर्शिता और अभ्यर्थियों की सुविधा के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रीलिम्स परीक्षा के बाद मेन्स और अन्य चयन प्रक्रिया आयोजित की जाएगी।

उम्मीदवारों के लिए बड़ा मौका

BSSC CGL 4 Vacancy 2025 उन अभ्यर्थियों के लिए सुनहरा अवसर है जो बिहार सरकार की नौकरियों का इंतज़ार कर रहे थे। स्नातक स्तरीय 1481 पदों के साथ-साथ 3727 परिचारी पदों को मिलाकर कुल रिक्तियां 5000 से अधिक हो गई हैं। यह बिहार में इस साल की सबसे बड़ी भर्ती में से एक है।

बिहार कर्मचारी चयन आयोग की यह भर्ती न केवल अभ्यर्थियों को रोजगार का अवसर देगी बल्कि राज्य सरकार के विभागों को भी मजबूती प्रदान करेगी। आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि अंतिम तिथि का इंतज़ार न करें। सही तैयारी और रणनीति के साथ इस परीक्षा में सफलता पाई जा सकती है।

दिवाली से पहले Modi सरकार का बड़ा तोहफा, छोटी कारों पर GST कटौती का प्रस्ताव

GST Cut on Small Cars: Modi Government Plans Big Relief Before Diwali

केंद्र सरकार छोटी कारों पर लगने वाले GST में बड़ी राहत देने की योजना बना रही है। अभी 4 मीटर से छोटी और 1200 cc तक इंजन वाली पेट्रोल, CNG और LPG कारों पर 28% GST और 1% अतिरिक्त सेस लगता है। लेकिन नए प्रस्ताव के मुताबिक, इन कारों पर अब सिर्फ 18% GST लग सकता है। इस बदलाव से कारों की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिलेगी और मिडिल क्लास खरीदारों को राहत मिलेगी।

बड़ी कारों और SUV पर भी असर

सरकार का फोकस छोटी कारों पर है, लेकिन बड़ी कारों और SUV को भी टैक्स राहत मिलेगी। हालांकि, इन पर अब भी ज्यादा टैक्स लगने की संभावना है। नई व्यवस्था के तहत इन वाहनों पर 40% “Special Rate” लगाने का प्रस्ताव है। फिलहाल इन पर कुल टैक्स 43% से 50% तक है। वहीं इलेक्ट्रिक वाहन पहले की तरह ही 5% GST स्लैब में बने रहेंगे।

मोदी का Diwali Gift का इशारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर साफ संकेत दिए थे। उन्होंने कहा कि अब GST में अगली पीढ़ी के सुधार लाए जाएंगे। उनका कहना था कि यह बदलाव पूरे देश में टैक्स का बोझ कम करेगा और दिवाली से पहले जनता को उपहार मिलेगा।

GST संरचना में बड़े बदलाव की तैयारी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्र सरकार GST की दरों को सरल बनाने की कोशिश कर रही है। नया स्लैब स्ट्रक्चर सिर्फ दो मुख्य दरों वाला हो सकता है—5% और 18%। 12% और 28% की दरें खत्म हो सकती हैं। केवल 6-7 विशेष वस्तुओं जैसे बड़ी कारों पर ही 40% का Special Slab रह सकता है। रोजमर्रा की जरूरत की चीजें 5% स्लैब में रहेंगी। मिडिल क्लास की खरीदारी और इंडस्ट्रियल गुड्स 18% स्लैब में जा सकते हैं। Dishwashers और बड़ी टीवी जैसी White Goods भी 28% से घटकर 18% स्लैब में आ सकती हैं।

छोटी कारों की कीमत में 12% तक गिरावट संभव

अर्थशास्त्रियों का मानना है कि GST में 11% की कटौती का सीधा असर कीमतों पर दिखेगा। विशेषज्ञ VG Ramakrishnan का कहना है कि छोटी कारों की Ex-showroom कीमत लगभग 12 से 12.5% तक घट सकती है। भले ही कुल कटौती ₹20,000 से ₹25,000 तक हो, लेकिन यह कदम खरीदारों के मनोबल के लिए बहुत सकारात्मक साबित होगा।

कार मार्केट को मिल सकती है नई जान

टैक्स में इस बदलाव से Entry-level कारों की मांग में तेजी आने की उम्मीद है। यह असर सिर्फ हैचबैक तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि Compact SUV भी इसका फायदा उठा सकती हैं। Hyundai Exter और Tata Punch जैसी गाड़ियां भी सस्ती हो सकती हैं। दिल्ली-एनसीआर के एक बड़े डीलर के अनुसार आज के कार खरीदार ज्यादा Ambitious हैं। पहले जहां लोग Two-wheeler से हैचबैक पर जाते थे, अब सीधे Compact SUV लेना पसंद कर रहे हैं। डीलर का कहना है कि फिलहाल छोटी कारों पर कुल टैक्स (GST + रजिस्ट्रेशन + इंश्योरेंस) करीब 41-42% पड़ता है।

घट रहा है Small Car Segment

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के आंकड़े बताते हैं कि पिछले वित्त वर्ष FY25 में छोटी कारों और हैचबैक की बिक्री 13% घटकर लगभग 10 लाख यूनिट रह गई। वहीं SUV की बिक्री 23.5 लाख यूनिट तक पहुंच गई, जो छोटी कारों से दोगुने से भी ज्यादा है। FY25 में SUV की बिक्री में 10.2% की बढ़ोतरी हुई। पिछले पांच सालों से लगातार Small Cars का बाजार हिस्सा घट रहा है। FY25 में यह गिरकर सिर्फ 23.4% रह गया। चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में यह और घटकर 21% पर आ गया।

बढ़ती कीमतें और सुरक्षा मानक

इंडस्ट्री से जुड़े दिग्गजों का कहना है कि पिछले 5-6 सालों में सख्त सुरक्षा और उत्सर्जन मानकों की वजह से छोटी कारों की कीमतें 30-40% तक बढ़ गई हैं। Maruti Suzuki के वरिष्ठ अधिकारी Partho Banerjee ने कहा कि “कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि Entry-level ग्राहक अब कार खरीद ही नहीं पा रहे। यही वजह है कि Small Car Segment में मंदी छाई हुई है।”

ऑटो सेक्टर की उम्मीदें

ऑटोमोबाइल कंपनियां इस प्रस्ताव से खुश हैं। अगर GST कटौती लागू होती है तो Maruti Suzuki, Hyundai और Tata Motors जैसी कंपनियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। Entry-level कारों और Compact SUV की बिक्री बढ़ सकती है।

त्योहारी सीजन से पहले बड़ा असर

सरकार का यह फैसला Diwali से ठीक पहले आने वाला है। यह समय कार बिक्री के लिए सबसे अहम होता है। ऑटो कंपनियां उम्मीद कर रही हैं कि कीमतें घटने के बाद Booking में भारी इजाफा होगा।

लंबी अवधि का प्रभाव

हालांकि SUV का क्रेज लगातार बढ़ रहा है, लेकिन Small Car अभी भी भारतीय बाजार के लिए जरूरी है। GST में राहत मिलने पर इस Segment को दोबारा रफ्तार मिल सकती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर Entry-level ग्राहकों के लिए कार सस्ती होगी तो यह पूरा बाजार संतुलन में आ जाएगा।

Gold और Silver Price Today in India (सोना चांदी का भाव आज) – 18 अगस्त 2025

Gold and Silver Price Today in India, 18 August 2025

भारत में Gold और Silver की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। 18 अगस्त 2025 को भी bullion market ने नए भाव दर्ज किए। सोने और चांदी की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार और घरेलू डिमांड दोनों पर निर्भर करती हैं। यही कारण है कि हर दिन इनके दाम बदलते रहते हैं।

सोना और चांदी भारतीय परंपरा में सिर्फ आभूषणों तक सीमित नहीं है, बल्कि इन्हें सुरक्षित निवेश का सबसे भरोसेमंद जरिया माना जाता है। आर्थिक अनिश्चितता के समय इन धातुओं की डिमांड और बढ़ जाती है।

अवकाश के बाद खुले बाजार में बदलाव

15 अगस्त से 17 अगस्त तक बाजार बंद रहने के बाद 18 अगस्त को कारोबार फिर शुरू हुआ। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक सोमवार दोपहर तक 24 कैरेट Gold की कीमत घटकर ₹99,737 प्रति 10 ग्राम पर आ गई। वहीं, Silver का भाव गिरकर ₹1,14,017 प्रति किलो हो गया।

अवकाश के बाद अक्सर मार्केट में प्राइस करेक्शन देखने को मिलता है। यह बदलाव वैश्विक मार्केट और विदेशी एक्सचेंजेज की गतिविधियों से जुड़ा होता है।

अलग-अलग कैरेट सोने का आज का भाव

सोने की शुद्धता के आधार पर दाम तय किए जाते हैं। 18 अगस्त को दर्ज रेट इस प्रकार रहे:

  • 24 कैरेट Gold: सुबह ₹1,00,023, दोपहर ₹99,737 प्रति 10 ग्राम

  • 23 कैरेट Gold: दोपहर ₹99,338 प्रति 10 ग्राम

  • 22 कैरेट Gold: ₹91,359 प्रति 10 ग्राम

  • 18 कैरेट Gold: ₹74,803 प्रति 10 ग्राम

  • 14 कैरेट Gold: ₹58,346 प्रति 10 ग्राम

  • Silver: ₹1,14,017 प्रति किलो

पिछले दिनों के भाव की तुलना

14 अगस्त को दिल्ली सर्राफा बाजार में Gold और Silver दोनों ने तेजी दिखाई। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले Gold का भाव ₹1,01,420 प्रति 10 ग्राम तक पहुंचा। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला Gold भी ₹1,01,000 प्रति 10 ग्राम पर दर्ज हुआ।

Silver की कीमतों में भी उस दिन ₹1,500 प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई और यह ₹1,13,500 प्रति किलो पर पहुंच गई।

अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव

वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में Spot Gold मामूली बढ़कर $3,356.96 प्रति औंस दर्ज हुआ। वहीं Spot Silver में 0.41 प्रतिशत की गिरावट रही और यह $38.35 प्रति औंस पर पहुंच गया।

Dollar Index की मजबूती या कमजोरी सीधे तौर पर इन धातुओं की कीमतों पर असर डालती है। कमजोर डॉलर Gold की कीमतों को सहारा देता है, जबकि मजबूत डॉलर से दबाव बढ़ता है।

विशेषज्ञों की राय

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, सोने-चांदी की कीमतों पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी का बड़ा असर है।

Augmont Research की हेड Renisha Chainani का कहना है कि सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने Gold और Silver को मजबूती दी है।

Kotak Securities की Kainat Chainwala के मुताबिक प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स और बेरोजगारी के आंकड़ों से भी कीमतों को सहारा मिला है। हालांकि, अमेरिका-चीन व्यापार समझौते और रूस-यूक्रेन तनाव को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।

LKP Securities के Jatin Trivedi का कहना है कि कमजोर डॉलर और वैश्विक शुल्क दरों ने Gold को सहारा दिया है। जब तक कीमत $3,280 प्रति औंस के ऊपर है, रुख सकारात्मक रहेगा।

फ्यूचर्स मार्केट का हाल

14 अगस्त को Multi Commodity Exchange (MCX) पर अक्टूबर डिलीवरी वाले Gold कॉन्ट्रैक्ट में ₹112 की तेजी रही। यह ₹1,00,297 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। वहीं, COMEX में दिसंबर डिलीवरी वाला Gold 0.23 प्रतिशत बढ़कर $3,363.64 प्रति औंस रहा।

Silver फ्यूचर्स में भी तेजी देखने को मिली। MCX पर सितंबर डिलीवरी वाली Silver ₹1,14,913 प्रति किलो पर पहुंची। न्यूयॉर्क बाजार में Silver $38.51 प्रति औंस पर दर्ज हुई।

क्यों बदलते रहते हैं सोने-चांदी के दाम

Gold और Silver के दाम रोजाना कई कारणों से बदलते हैं। इनमें वैश्विक आर्थिक हालात, मुद्रा बाजार की गतिविधियां, ब्याज दरें और राजनीतिक अस्थिरता प्रमुख कारक हैं।

भारत में त्योहारों और शादी के सीजन में डिमांड बढ़ने से भी प्राइस में तेजी आती है।

निवेशकों के लिए रणनीति

विशेषज्ञों की मानें तो इस समय Gold में छोटे-छोटे निवेश करना समझदारी होगी। Silver भी लंबी अवधि के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है, खासकर उद्योगों में बढ़ती डिमांड के चलते।

आने वाले महीनों का अनुमान

त्योहारी सीजन और शादियों के चलते भारत में Gold और Silver की डिमांड बढ़ेगी। इससे कीमतों में तेजी की संभावना है। हालांकि, वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक हालात पर नजर रखना जरूरी होगा।

18 अगस्त 2025 को भारतीय बाजार में Gold और Silver के भाव में गिरावट रही। 24 कैरेट Gold लगभग ₹99,737 प्रति 10 ग्राम और Silver ₹1,14,017 प्रति किलो पर दर्ज हुआ।

हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि मध्यम अवधि में इन धातुओं की कीमतों का रुख सकारात्मक बना रहेगा। निवेशकों को वैश्विक संकेतकों और घरेलू मांग पर नजर रखते हुए रणनीति बनानी चाहिए।

बिहार में बाढ़ का कहर: आधा राज्य पानी-पानी, हजारों परिवार बेघर

Bihar Floods 2025: Half of the State Submerged,

बिहार इस समय भीषण बाढ़ की चपेट में है। लगातार बारिश और नदियों के उफान से आधा बिहार जलमग्न हो चुका है। कई गांव पूरी तरह डूब गए हैं, सड़कों पर नावें चल रही हैं और लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर शरण ले रहे हैं।

मुगेर, भागलपुर और कटिहार जैसे जिलों में हालात बेहद खराब हैं। हजारों लोग बेघर हो चुके हैं और कई परिवार रेलवे ट्रैक पर अस्थायी ठिकाने बनाकर दिन गुजारने को मजबूर हैं।

कटिहार से ग्राउंड रिपोर्ट

कटिहार जिले के कुरसेला नगर पंचायत का बाघमारा गांव पूरी तरह पानी में डूबा है। गांव की मुख्य सड़क पर करीब साढ़े तीन फीट पानी जमा है। गंगा और कोसी के संगम क्षेत्र में बसे इस गांव के घरों में चार फीट तक पानी भर चुका है।

हालांकि, गंगा का जलस्तर थोड़ा घटा है लेकिन पूरी तरह पानी सूखने में दो से तीन महीने का समय लग सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नावों के सहारे ही गांव में आना-जाना हो पा रहा है।

मुंगेर: रेलवे ट्रैक पर शरण लेने को मजबूर परिवार

मुंगेर जिले के बरियारपुर प्रखंड के नीरपुर पंचायत की तस्वीरें और भी डरावनी हैं। यहां के गांव चारों तरफ से पानी से घिरे हैं। झोपड़ियां और घर जलमग्न हैं और लोगों के पास रहने की कोई जगह नहीं बची है।

मजबूरी में सैकड़ों परिवारों ने रेलवे ट्रैक के किनारे शरण ली है। सरकार की ओर से दिए गए पॉलिथीन शीट से लोगों ने अस्थायी आशियाने बना लिए हैं। यह बेहद खतरनाक स्थिति है क्योंकि पास से ट्रेनें गुजरती हैं, लेकिन फिलहाल इनके पास कोई और विकल्प नहीं है।

भागलपुर की मुश्किलें

भागलपुर जिले के निचले इलाके पूरी तरह जलमग्न हैं। यहां के ग्रामीण नावों और सरकारी सहायता पर निर्भर हैं। स्कूलों को Relief Camp में तब्दील कर दिया गया है और प्रशासन की ओर से कुछ नावें उपलब्ध कराई गई हैं।

स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि गंदे पानी और भीड़भाड़ वाले कैंप में waterborne diseases तेजी से फैल सकते हैं। डाक्टरों की टीमें गांव-गांव जाकर दवाइयां और क्लोरीन टैबलेट बांट रही हैं।

रोजमर्रा की जिंदगी पर असर

बाढ़ से लोगों का जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। बच्चे अस्थायी नावों से खेलते दिख रहे हैं, बाज़ार बंद पड़े हैं और स्कूलों में पढ़ाई रुक चुकी है।

कई परिवार Dry Ration और सामुदायिक किचन पर निर्भर हैं। घरों में पानी घुसने की वजह से लोग खाना नहीं पका पा रहे हैं। पीने का साफ पानी नहीं होने के कारण लोगों को गंदा पानी पीना पड़ रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा और बढ़ गया है।

सरकार की ओर से राहत कार्य

बाढ़ प्रभावित इलाकों में Rescue Operation चलाया जा रहा है। अब तक हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। प्रशासन ने स्कूलों और सामुदायिक भवनों को Relief Camp में बदला है।

हालांकि, प्रभावित लोगों का कहना है कि राहत सामग्री पर्याप्त नहीं है। कई जगहों पर लोगों को कई दिनों तक खाना और पानी नहीं मिल पा रहा।

रेलवे ट्रैक बने अस्थायी कैंप

इस बार की बाढ़ की सबसे दर्दनाक तस्वीरें रेलवे ट्रैक से आ रही हैं। हजारों परिवारों ने पटरियों के किनारे तंबू गाड़ लिए हैं। बच्चे पटरियों के पास खेल रहे हैं और परिवार असुरक्षित परिस्थितियों में रह रहे हैं।

भोजन बनाने के लिए लोग छोटे चूल्हे जला रहे हैं और रात गुजारने के लिए पॉलिथीन को छत बना रहे हैं।

बाढ़ से आर्थिक नुकसान

बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी है। धान के खेत जलमग्न हो गए हैं और फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। मवेशियों की मौत से ग्रामीणों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

छोटे कारोबार बंद हो चुके हैं और परिवहन व्यवस्था पूरी तरह बाधित है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बाढ़ से हजारों परिवार गरीबी रेखा के नीचे चले जाएंगे।

हर साल दोहराता संकट

बिहार में हर साल बाढ़ का संकट दोहराया जाता है। गंगा, कोसी और गंडक जैसी नदियां भारी बारिश के बाद उफान पर आ जाती हैं और बड़े पैमाने पर तबाही मचाती हैं।

विशेषज्ञ मानते हैं कि स्थायी समाधान के लिए बेहतर Embankment Management और Drainage System की ज़रूरत है। लेकिन अभी तक ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

स्वास्थ्य और मानवीय संकट

सबसे बड़ी चुनौती अब लोगों को बीमारियों से बचाना है। जगह-जगह पानी जमा है और मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। डायरिया, कॉलरा और मलेरिया जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा है।

सरकार ने Mobile Medical Teams तैनात की हैं, लेकिन प्रभावित परिवारों की संख्या इतनी अधिक है कि राहत कार्य अपर्याप्त साबित हो रहा है।

बिहार बाढ़ 2025 ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है। मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जैसे जिलों की स्थिति बेहद गंभीर है। गंगा का जलस्तर भले ही थोड़ा घटा हो, लेकिन सामान्य स्थिति लौटने में महीनों लगेंगे।

लोगों का जीवन अभी रेलवे ट्रैक और Relief Camp में बीत रहा है। जब तक पानी पूरी तरह नहीं उतरता, तब तक उनके पास कोई और विकल्प नहीं है। यह आपदा एक बार फिर दिखा रही है कि बिहार को लंबे समय तक राहत देने के लिए ठोस नीतियों और स्थायी समाधान की ज़रूरत है।

बिहार की राजनीति गरमाई: राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा

Bihar Politics Heats Up: Rahul Gandhi’s Voter Rights Yatra

अगस्त 2025 में बिहार की राजनीति बेहद गर्म होती नज़र आ रही है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने Voter Rights Yatra शुरू कर दी है, जो विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक को नई ऊर्जा देने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर, चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कड़ा जवाब दिया है। साथ ही जन सुराज आंदोलन के सूत्रधार प्रशांत किशोर भी लगातार अपने अभियान से बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। इसी बीच STET अभ्यर्थियों ने पटना में Maha Andolan का ऐलान कर दिया है, जबकि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के हड़ताली कर्मियों ने सरकार की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।

राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा: बिहार में बड़ा दांव

राहुल गांधी की Voter Rights Yatra का आगाज़ सासाराम से हुआ है। महागठबंधन के सभी बड़े दल इस यात्रा के साथ हैं और मंच पर एकजुटता का संदेश दिया गया। यह यात्रा 16 दिन की होगी और 23 जिलों से गुजरते हुए करीब 1300 किलोमीटर लंबी होगी।

यात्रा का समापन 1 सितंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होगा। माना जा रहा है कि इस रैली से इंडिया ब्लॉक विधानसभा चुनाव की औपचारिक तैयारी शुरू करेगा। राहुल गांधी ने पहले भी भारत जोड़ो यात्रा से कश्मीर से कन्याकुमारी तक पदयात्रा की थी। इस बार वह बिहार को फोकस कर रहे हैं।

सासाराम में विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन

सासाराम की सभा ने इंडिया ब्लॉक की एकजुटता का परिचय दिया। पप्पू यादव मंच पर मौजूद रहे और लालू प्रसाद यादव से आशीर्वाद भी लिया। यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं।

लोकसभा चुनावों में शाहाबाद क्षेत्र ने NDA को करारा झटका दिया था और कई सीटें विपक्ष की झोली में गई थीं। अब विपक्ष इस यात्रा से माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है ताकि विधानसभा चुनावों में भी वैसा ही असर दिख सके।

चुनाव आयोग का पलटवार

राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूची में बड़ी गड़बड़ी की है और लाखों नाम काटे गए हैं। इसी मुद्दे पर चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ कहा कि जो डाटा राहुल गांधी दिखा रहे हैं, वह उनका आधिकारिक डाटा नहीं है।

आयोग ने राहुल गांधी से सात दिन के भीतर हलफनामा देने को कहा है। चेतावनी दी गई है कि यदि सबूत नहीं दिया गया तो इन आरोपों को niradhar माना जाएगा।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय भी चर्चा में रहा क्योंकि यह ठीक उसी दिन हुआ जब राहुल गांधी की सभा सासाराम में चल रही थी। विपक्ष इसे सत्ता पक्ष की घबराहट बता रहा है, जबकि चुनाव आयोग खुद को निष्पक्ष कह रहा है।

राहुल गांधी का अगला कदम

अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि राहुल गांधी क्या करेंगे। क्या वह हलफनामा देंगे या माफी मांगने की नौबत आएगी?

राहुल गांधी का कहना है कि वह संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। वहीं चुनाव आयोग का कहना है कि बेबुनियाद आरोपों से बचना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने भी आयोग को पारदर्शिता बरतने का आदेश दिया है। अब देखना है कि यह टकराव कितना आगे जाता है।

प्रशांत किशोर और जन सुराज आंदोलन

राहुल गांधी की यात्रा के समानांतर प्रशांत किशोर का Jan Suraaj Movement भी लगातार सुर्खियों में है। साहसा और सुपौल में उनकी रैलियों में भारी भीड़ जुटी।

प्रशांत किशोर शिक्षा, रोजगार और पलायन जैसे मुद्दों को फोकस कर रहे हैं। उनका चुनाव चिन्ह स्कूल बैग है, जिससे वह बच्चों और युवाओं के भविष्य को जोड़ रहे हैं।

हाल ही में उन्होंने अल्पसंख्यकों से संवाद किया और Parivarik Labh Card जैसी योजना की घोषणा की। इससे स्पष्ट है कि वह सिर्फ वोटकटवा भूमिका नहीं निभा रहे, बल्कि NDA और इंडिया ब्लॉक दोनों को चुनौती दे रहे हैं।

STET अभ्यर्थियों का महा आंदोलन

18 अगस्त को एक बार फिर पटना की सड़कों पर STET उम्मीदवार उतरने वाले हैं। उनकी मुख्य मांग है कि BPSC TRE-4 परीक्षा से पहले STET परीक्षा कराई जाए।

7 अगस्त को हुए आंदोलन के बाद अब इस Maha Andolan में ज्यादा भीड़ की उम्मीद है। पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं क्योंकि धक्का-मुक्की की स्थिति भी बन सकती है।

सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती है। चुनावी मौसम में युवाओं की मांग को नजरअंदाज करना NDA के लिए भारी पड़ सकता है।

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की हड़ताल

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने Ghar Ghar Abhiyan शुरू किया था, जिसके तहत घर-घर पहुंच कर भूमि अभिलेखों का डिजिटलीकरण किया जा रहा है। लेकिन इस अभियान में अड़ंगा लग गया है क्योंकि 10,000 से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर हैं।

कानूनगो और अमीन स्थायी नियुक्ति और सेवा नियमितता जैसी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। सरकार ने कुछ कर्मचारियों का लॉगिन बंद कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। बावजूद इसके हड़ताल जारी है और विभाग का कामकाज प्रभावित हो रहा है।

राजनीतिक असर और आने वाला चुनाव

बिहार में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव संभावित हैं और इन घटनाओं ने माहौल गरमा दिया है।

  • राहुल गांधी की Voter Rights Yatra विपक्षी एकजुटता का संदेश देती है।

  • चुनाव आयोग और गांधी के बीच टकराव ने विवाद बढ़ा दिया है।

  • प्रशांत किशोर अपने Jan Suraaj से नई लकीर खींच रहे हैं।

  • STET आंदोलन ने युवाओं की नाराजगी उजागर की है।

  • राजस्व विभाग की हड़ताल से प्रशासन की कमजोरी सामने आई है।

बिहार की राजनीति इस समय उबाल पर है। एक ओर राहुल गांधी की पदयात्रा विपक्षी खेमे को सक्रिय कर रही है, तो दूसरी ओर चुनाव आयोग के साथ उनका टकराव बड़ा मुद्दा बन गया है। प्रशांत किशोर का आंदोलन NDA और इंडिया दोनों के लिए चुनौती पेश कर रहा है। वहीं STET उम्मीदवारों का आंदोलन और राजस्व विभाग की हड़ताल ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

1 सितंबर को गांधी मैदान की रैली बिहार की राजनीति में अहम मोड़ साबित हो सकती है। अब देखना यह है कि जनता किसे अपना समर्थन देती है और बिहार का सियासी गणित किस करवट बदलता है।