नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत को लेकर देश में एक बार फिर से बहस छिड़ गई है। दरअसल, केन्द्र सरकार ने वर्ष 1945 में ताइवान में हुए एक प्लेन हादसे में नेताजी के मौत होने की बात कह कर इस नये बहस को जन्म दिया है। केंद्र सरकार ने एक आरटीआई का जवाब देते हुए प्लेन हादसे में नेताजी के मौत होने की पुष्टि की है। आरटीआई के जवाब पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार ने नाराजगी जताई है। सुभाष चंद्र बोस के परपोते और बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष चंद्र बोस ने कहा है कि आखिर कैसे सरकार बिना किसी ठोस सबूतों के मौत का दावा कर सकती है। जबकि, मुखर्जी कमीशन ने साफ तौर पर बताया था कि नेताजी की मौत प्लेन क्रैश में नहीं हुई थी।
This post was published on मई 31, 2017 21:08
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