शुक्रवार, जून 27, 2025
होमNationalसुप्रीम कोर्ट ने TDS प्रावधानों को चुनौती देने वाली PIL खारिज की

सुप्रीम कोर्ट ने TDS प्रावधानों को चुनौती देने वाली PIL खारिज की

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

गुरुग्राम डेस्क |  सुप्रीम कोर्ट ने आज इनकम टैक्स एक्ट के उन प्रावधानों को चुनौती देने वाली जनहित याचिका (PIL) पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया, जो निजी नियोक्ताओं (Private Employers) को वेतन पर स्रोत पर कर कटौती (TDS) करने का दायित्व सौंपते हैं। यह याचिका बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय द्वारा दायर की गई थी, जिसमें दावा किया गया था कि यह प्रावधान निजी नियोक्ताओं पर अत्यधिक बोझ डालते हैं।

मुख्य न्यायाधीश संजय खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ ने याचिका को “खराब तरीके से तैयार” बताया और याचिकाकर्ता को इसे उच्च न्यायालय में ले जाने की सलाह दी।

सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी

सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि इनकम टैक्स एक्ट के प्रावधानों को पहले ही विभिन्न न्यायिक निर्णयों में वैध ठहराया जा चुका है।

CJI संजय खन्ना ने याचिकाकर्ता से कहा, यह याचिका बहुत खराब तरीके से तैयार की गई है। आप उच्च न्यायालय जाएं। पहले से कई ऐसे निर्णय मौजूद हैं, जिनमें इन प्रावधानों को वैध माना गया है।”

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि उसने इस मामले के गुण-दोष पर कोई राय नहीं दी है और याचिकाकर्ता को उच्च न्यायालय में जाने की छूट दी।

PIL में उठाए गए मुद्दे

याचिका में दावा किया गया कि TDS प्रावधान निजी नियोक्ताओं पर अतिरिक्त जिम्मेदारी डालते हैं, जिसमें उन्हें अपने स्वयं के संसाधनों का उपयोग कर सरकार के लिए कर एकत्र करना पड़ता है।

1. बिना मुआवजे के जिम्मेदारी

याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि TDS कटौती करने वाले निजी नियोक्ताओं (TDS Assessees) को यह कार्य बिना किसी मुआवजे या वित्तीय सहायता के करना पड़ता है। इस प्रक्रिया में आने वाले खर्चे, जैसे:

  • TDS नियमों का पालन करने के लिए कर्मचारियों की सैलरी,
  • चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य विशेषज्ञों की फीस,
  • ऑफिस संचालन से जुड़े अन्य खर्च,

कुल कर संग्रहण का 10% से 20% तक हो सकते हैं।

2. भारी जुर्माना और असमानता

याचिका में यह भी कहा गया कि TDS प्रक्रिया में किसी गलती के लिए नियोक्ताओं पर भारी जुर्माना लगाया जाता है, जबकि सरकारी Assessing Officers (AOs) को ऐसी त्रुटियों पर दंडित नहीं किया जाता।

  • अगर AOs टैक्स निर्धारण में गलती करते हैं, तो उनके पास इसे सुधारने के लिए शक्तियां होती हैं।
  • दूसरी ओर, TDS Assessees को ऐसा कोई विशेषाधिकार नहीं दिया जाता।
  • याचिका में यह भी कहा गया कि AOs को पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाता है, जबकि TDS Assessees को ऐसी कोई सुविधा नहीं मिलती।

3. संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन

याचिका में कहा गया कि यह असमान व्यवहार संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) का उल्लंघन है। TDS Assessees के साथ ऐसा व्यवहार न्यायसंगत नहीं है और यह समानता के सिद्धांत के खिलाफ है।

सुप्रीम कोर्ट का रुख

सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि याचिकाकर्ता को यह मामला उच्च न्यायालय में ले जाना चाहिए, जहां इसे और गहराई से सुना जा सके। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि उसने इस मामले पर कोई ठोस निर्णय नहीं दिया है।

TDS प्रावधानों पर सवाल और समाधान की जरूरत

TDS प्रावधानों का उद्देश्य कर संग्रहण को प्रभावी और समयबद्ध बनाना है। हालांकि, यह निजी नियोक्ताओं के लिए एक प्रशासनिक और वित्तीय चुनौती बन गया है।

TDS Assessees के सामने चुनौतियां

  1. उच्च अनुपालन लागत: TDS प्रावधानों का पालन करने में नियोक्ताओं को भारी खर्च उठाना पड़ता है।
  2. कठोर दंड: मामूली गलतियों पर भी भारी जुर्माना लगाया जाता है।
  3. प्रशिक्षण और सहायता का अभाव: नियोक्ताओं को आवश्यक प्रशिक्षण और समर्थन नहीं मिलता।

संभावित समाधान

  • TDS प्रक्रिया को सरल बनाया जाए।
  • निजी नियोक्ताओं को प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान की जाए।
  • नियोक्ताओं को समान विशेषाधिकार दिए जाएं, जैसे त्रुटियों को सुधारने की अनुमति।

सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला दर्शाता है कि कानूनी याचिकाओं को सही ढंग से तैयार करना और स्पष्ट तर्क प्रस्तुत करना कितना महत्वपूर्ण है। हालांकि, यह मामला TDS प्रावधानों के प्रभाव और नियोक्ताओं पर उनके प्रभाव को उजागर करता है।

जैसा कि याचिकाकर्ता को उच्च न्यायालय जाने की अनुमति दी गई है, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला कर संग्रहण प्रक्रिया में सुधार या बदलाव की ओर कैसे


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

गुम है किसी के प्यार में: शो के ऑफ एयर होने की अफवाहों पर भाविका शर्मा ने तोड़ी चुप्पी

टीवी की दुनिया का मशहूर शो गुम है किसी के प्यार में इस समय...

काजोल की नई हॉरर फिल्म ‘माँ’ को मिला शानदार रिस्पॉन्स: एक नई भूमिका में काजोल की बेहतरीन एक्टिंग

काजोल की बहुप्रतीक्षित हॉरर फिल्म माँ आखिरकार 27 जून, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज...

17 सालों बाद ‘तारक मेहता’ से खत्म हुआ इन तीन मुख्य पात्रों का सफर, फैंस को लगेगा बड़ा झटका

टीवी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा जो पिछले 17 सालों से दर्शकों का...

बिहार सरकार ने त्योहारों में यात्रियों की सुविधा के लिए 299 नई बसों की शुरुआत की

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और चुनावी...

More like this

‘उमराव जान’ की स्क्रीनिंग में बॉलीवुड उमड़ा, रेखा और अन्य सितारों ने लूट ली लाइमलाइट

बॉलीवुड की प्रतिष्ठित और क्लासिक फिल्म उमराव जान (1981) को 27 जून 2025 को...

जगन्नाथ रथ यात्रा 2025: आस्था, प्रेम और समर्पण का अद्वितीय उत्सव

जगन्नाथ रथ यात्रा 2025 ओडिशा के पुरी शहर में हर साल आयोजित होने वाला...

‘सरदार जी 3’ ट्रेलर विवाद: गुरु रंधावा का गुस्सा, ट्वीट से जताया गुस्सा

हाल ही में 'सरदार जी 3' फिल्म का ट्रेलर लॉन्च हुआ, जिसमें पाकिस्तानी अभिनेत्री...

FWICE ने ‘बॉर्डर 2’ से दिलजीत दोसांझ को निकालने की मांग की, पूर्व मैनेजर ने किया बचाव

पंजाबी सिंगर और अभिनेता दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने करियर के सबसे बड़े विवादों...

अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला का पहला संदेश: ISS पर डॉकिंग से पहले भारत का गौरवमयी क्षण

भारत के अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर जुड़...

भारतीय क्रिकेट के ऐतिहासिक माइलस्टोन: 25 जून, भारतीय क्रिकेट के लिए एक खास दिन

KKN गुरुग्राम डेस्क | 25 जून भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण...

इंदिरा गांधी आपातकाल: भारतीय लोकतंत्र का सबसे अंधकारमय दौर

KKN गुरुग्राम डेस्क | 25 जून 1975 का दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक...

सावन में कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट, पुलिस की सुरक्षा में चलेंगे श्रद्धालु, ड्रोन से भी होगी निगरानी

KKN गुरुग्राम डेस्क | जैसे-जैसे सावन महीना नजदीक आ रहा है, कांवड़ यात्रा की तैयारियां जोरों पर...

नासा ने एक्सियॉम-4 मिशन की नई लॉन्च तारीख घोषित की

KKN गुरुग्राम डेस्क | नासा ने अपने एक्सियॉम-4 मिशन की नई लॉन्च तारीख का ऐलान कर दिया...

ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य को किया बंद! भारत में मंडराने लगा तेल संकट, क्या कहा केंद्रीय मंत्री ने

KKN न्यूज। मिडिल ईस्ट में युद्ध के साए के बीच ईरान ने सबसे बड़ा...

राम मंदिर पुजारी भर्ती योजना: बढ़ती मंदिरों की संख्या के कारण अब नए पुजारियों की भर्ती की जाएगी

KKN गुरुग्राम डेस्क | अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ मंदिर परिसर...

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: योग के माध्यम से शरीर के सात चक्रों को जागृत करें

KKN गुरुग्राम डेस्क | पूरी दुनिया आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 मना रही है।...

कैलेंडर का चक्र: 2025 और 1941 की समानता क्या मानी जाए संकेत या संयोग?

KKN गुरुग्राम डेस्क | दुनिया भर में जारी रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास संघर्ष के बीच, हाल ही...

प्रयागराज और अयोध्या के बीच जल्द ही ई-अटल इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होगी

KKN  गुरुग्राम डेस्क | उत्तर प्रदेश में पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन...
Install App Google News WhatsApp