जम्मू कश्मीर। पुलवामा हमले से पूरा देश गुस्से में है, आक्रोश में है और स्तब्ध भी है। अधिकांश लोगो का स्पष्ट मानना है कि इसका बदला लेना चाहिए। ऐसे में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक बयान गौर करने लायक है। पीएम मोदी ने कहा है कि आतंकवादियों के खिलाफ कहां और किस समय कार्रवाई करना है, इसका फैसला करने के लिये सेना को अनुमति दे दी गयी है। सुरक्षाबलों को कार्रवाई करने के लिए समय, जगह और दिन चुनने की आजादी दे दी गई है। प्रधानमंत्री के इस बयान में छिपे संकेत को समझना होगा।
व्यर्थ नहीं जायेगा जवानो वलिदान
पीएम मोदी ने कहा कि पड़ोसी देश भीख का कटोरा लिये फिर रहा है, लेकिन आज उसे दुनिया आसानी से मदद नहीं कर पा रहा है। इसीलिए वह भारत में पुलवामा जैसी हैवानियत दिखाकर भारत को कमजोर करने के सपने देख रहा है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे पड़ोसी उसके मनसूबे को 130 करोड़ देशवासी मुंह तोड़ जवाब देंगे। हमारे साथ पूरा देश खड़ा है। भारत की भावनाओं का सभी सम्मान कर रहे हैं। पूरी विश्व बिरादरी आतंक को खत्म करने के पक्ष में हैं। वीर बेटों औऱ बेटियों की यह धरती जानती है, दुश्मनों को कैसे जवाब देना है। पीएम ने कहा कि हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि हमारे वीर सपूतों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आतंकी संगठन और उनके सरपरस्तो ने बहुत बड़ी गलती कर गए हैं और इसके गुनाहगारों को उनके किये की सजा जरूर मिलेगी।
42 जवान शहीद
फिलहाल, इस हमले का देश एकजुट होकर मुकाबला कर रहा है। देश का एक ही स्वर है। दुनिया के कई देशो ने भारत के रुख का समर्थन किया है। गौरतलब है कि पुलवामा में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गए और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। इस घटना के बाद से पूरे देश में गुस्सा है।