KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत में इस साल की गर्मी सामान्य से कहीं ज्यादा intense होने वाली है, जैसा कि India Meteorological Department (IMD) द्वारा की गई भविष्यवाणी से स्पष्ट हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च से मई तक देश के अधिकांश हिस्सों में above average temperatures (सामान्य से अधिक तापमान) की संभावना है। जबकि southern peninsular India और Northeast India के कुछ इलाकों में cooler temperatures (ठंडी हवा) देखने को मिल सकती है, बाकी देश में heatwave और extreme heat की स्थिति बने रहने का अनुमान है।
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2025 में गर्मी की लहर का पूर्वानुमान
IMD के अनुसार, इस साल की गर्मी में अधिकांश हिस्सों में maximum temperatures (अधिकतम तापमान) सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़कर, बाकी भारत में उच्चतम तापमान रिकॉर्ड किया जा सकता है। इसके साथ ही, न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा रहने का अनुमान है।
मार्च से मई तक देश के अधिकांश हिस्सों में higher-than-normal temperatures (सामान्य से अधिक तापमान) रहने की संभावना है। इसके अलावा, heatwaves के होने की संभावना भी अधिक है।
सामान्य से अधिक तापमान: क्या कहते हैं आंकड़े?
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देशभर में उच्चतम तापमान का अनुमान:
मौसम विभाग का कहना है कि मार्च से मई तक अधिकांश states में maximum temperatures सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। खासकर northwest India और central India में गर्मी अधिक महसूस होगी। -
न्यूनतम तापमान भी सामान्य से अधिक:
केवल southern peninsular India और Northeastern states में तापमान कुछ कम रहने का अनुमान है। बाकी हिस्सों में, minimum temperatures (न्यूनतम तापमान) भी सामान्य से अधिक हो सकते हैं। -
हीटवेव का बढ़ना:
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार देश के कई हिस्सों में heatwave का अनुभव होगा। यह स्थिति मार्च से लेकर मई तक बनी रह सकती है, जिससे लोगों को health issues और water scarcity का सामना भी हो सकता है।
हीटवेव (Heatwave) क्या है?
Heatwave एक ऐसी मौसम की स्थिति है जब तापमान सामान्य से बहुत अधिक बढ़ जाता है। भारत में हीटवेव तब मानी जाती है जब अधिकतम तापमान 40°C या उससे ज्यादा हो, या फिर 37°C से ज्यादा हो, तो यह coastal regions में हीटवेव मानी जाती है। हिल स्टेशनों में 30°C से ऊपर का तापमान भी हीटवेव की श्रेणी में आता है।
IMD के अनुसार, इस साल की गर्मी में अधिकतर राज्य हीटवेव के प्रभाव से जूझेंगे, जिससे heatstroke और अन्य heat-related illnesses (गर्मी से संबंधित बीमारियां) बढ़ सकती हैं। इस प्रकार के मौसम का असर agriculture, water resources, और human health पर पड़ता है।
कौन से इलाके रहेंगे गर्मी से प्रभावित?
भारत के सभी हिस्से इस बार अधिक गर्मी का सामना करेंगे, लेकिन कुछ इलाकों में यह प्रभाव कम हो सकता है:
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दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत:
दक्षिण भारत के राज्यों जैसे Kerala, Tamil Nadu, और Karnataka में अपेक्षाकृत कम गर्मी पड़ने का अनुमान है। यहां का तापमान सामान्य या उससे थोड़ा कम रहेगा क्योंकि यह इलाके sea के पास हैं, जो ठंडी हवाओं को बनाए रखते हैं। -
पूर्वोत्तर भारत:
पूर्वोत्तर राज्यों में भी तापमान कम रहने की संभावना है। Assam, Meghalaya, और Nagaland जैसे राज्य अपेक्षाकृत ठंडे रहेंगे। -
उत्तर और पश्चिमी भारत:
Rajasthan, Delhi, Punjab, और Haryana जैसे इलाके इस बार intense heat का सामना करेंगे। यहां के arid और semi-arid क्षेत्रों में heatwave के प्रभाव ज्यादा होंगे, जिससे उच्चतम तापमान 40°C से भी ऊपर जा सकता है।
गर्मी के प्रभाव और खतरे
गर्मी के मौसम में health risks और अन्य दुष्प्रभाव सामने आ सकते हैं। कुछ सामान्य समस्याएं जो गर्मी में देखी जा सकती हैं, वे हैं:
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Heatstroke: जब शरीर का तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है और शरीर ठंडा नहीं रह पाता है, तो heatstroke का खतरा होता है। इसके लक्षणों में चक्कर आना, नशा महसूस होना, और बेहोश होना शामिल हो सकते हैं।
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Water Shortage: अत्यधिक गर्मी के कारण water consumption (पानी की खपत) बढ़ जाती है, जिससे जल संकट गहरा सकता है। कई इलाकों में water supply systems पहले से ही दबाव में हैं, और गर्मी के मौसम में यह स्थिति और बिगड़ सकती है।
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Agriculture Impact: Crops भी गर्मी से प्रभावित हो सकते हैं। Wheat, pulses, और maize जैसी फसलें अत्यधिक गर्मी में खराब हो सकती हैं, जिससे food security पर असर पड़ सकता है।
IMD का मौसम पूर्वानुमान और नई रणनीतियां
India Meteorological Department (IMD) 2016 से seasonal weather forecasts जारी करता आ रहा है। सर्दी के मौसम के दौरान भी IMD ने अपने पूर्वानुमानों में सुधार किया है। इस बार, IMD ने multi-model ensemble (MME) आधारित forecasting system को इस्तेमाल किया है, जिससे पूर्वानुमानों की accuracy बढ़ी है और extreme weather events का पूर्वानुमान सही तरीके से किया जा सकता है।
इस प्रणाली से यह reliable predictions करना आसान हो गया है, और अधिक preparedness के साथ गर्मी के मौसम का सामना किया जा सकता है। IMD का कहना है कि इस साल के मौसम के अनुमान में advanced models और data की मदद से बदलाव आया है, जिससे forecasting में सुधार हुआ है।
गर्मी से निपटने के उपाय
चाहे आप गर्मी के मौसम के लिए कितने भी तैयार क्यों न हों, फिर भी गर्मी की लहर से बचने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाना जरूरी है:
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Hydration: अधिक पानी पिएं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। Alcohol और caffeine से बचें क्योंकि ये पानी की कमी का कारण बन सकते हैं।
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Protect Your Skin: सूरज की तेज़ किरणों से बचने के लिए sunscreen का इस्तेमाल करें। हल्के रंग की और ढीली-ढाली clothes पहनें।
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Avoid Direct Sun Exposure: सूरज की तेज़ किरणों से बचने के लिए दिन के 11 AM से 4 PM तक घर से बाहर न निकलें। अगर निकलना पड़े, तो खुद को shade में रखें।
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Recognize Heat-Related Illnesses: Heatstroke और heat exhaustion के लक्षणों को पहचानें और डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
2025 की heatwave देशभर में बढ़ी हुई गर्मी और extreme weather events के संकेत दे रही है। इस साल मार्च से मई तक अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक maximum temperatures रहेंगे। हालांकि, कुछ क्षेत्रों जैसे southern peninsular India और Northeast India में तापमान कम रहेगा।
IMD के seasonal forecast के अनुसार, यह समय preparation का है ताकि हम स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और agriculture पर पड़ने वाले प्रभावों से बच सकें। सभी को गर्मी से बचने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए, ताकि heatwave के प्रभाव से सुरक्षित रहा जा सके।
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