कहतें हैं कि जिसके डीएनए में ही धोखा देने की फितरत हो, उस पर भरोसा करना खुदकुशी करने के सामान है। चीन ने एक बार फिर से इसी वाकया को सच करके दिखा दिया है। पिछले सोमवार को ही अदन की खाड़ी में समुद्री लुटेरों से फिलीपीन के जहाज को बचाने में भारतीय सेना ने चीनी नौसेना की मदद की थी। किंतु, जब क्रेडिट लेने की बारी आई तो चीन अपना पीठ थपथपाने लगा।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिंग ने अपने बयान में कहा कि इस ऑपरेशन से चीन की नौसेना की क्षमता साबित हुई है। पर जब इस अभियान में भारत की भूमिका के बारे में सवाल पूछा गया तो मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिंग ने कहा कि इससे ज्यादा जानकारी उनके पास साझा करने के लिए नहीं है। चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने भी इस ऑपरेशन की अपनी रिपोर्ट में भारतीय मदद का जिक्र नहीं करके अपना डीएनए दुनिया को दिखा दिया है।