भारतीय वायुसेना ने रविवार को अपना 85 वां स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर वायु सेना के जांबाजों ने अद्भुत शक्ति और शौर्य का प्रदर्शन किया। वायुसेना के रणबांकुरों ने भव्य परेड में कदम ताल की। वायुसेना के सभी प्रमुख लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों ने अपनी ताकत तथा हैरतअंगेज करतबबाजी का भी प्रदर्शन किया। इस मौके पर मालवाहक विमानों तथा वायुसेना के पुराने बेड़े के विमानों ने भी अपने जौहर दिखाए।
हिंडन एयरबेस पर युद्धक लड़ाकू विमानों ने देश की ताकत का एहसास कराया। स्वदेशी युद्धक विमान ‘तेजस’ ने आसमान का सीना चीरकर पूरी दुनिया को भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता से परिचय कराया। एयर शो के दौरान वायुसेना के लड़ाकू विमानों और डिस्पले टीम ने हवा में जमकर करतब दिखाए। एयर शो की शुरूआत वायुसेना के पहले हैलीकॉप्टर ‘टाइगर मोथ’ से हुई। इसके बाद हरक्यूलिस विमान आसमान का सीना चीरते हुए परेड ग्राउंड के ऊपर से गुजरे। भारी माल वाहक विमान सी-17 ग्लोब मास्टर को दुनिया के सबसे विध्वंसक माने जाने वाले सुखोई-30 युद्धक विमानों ने एस्कार्ट किया। इसके बाद जगुआर, मिग और तेजस ने आसमान में कलाबाजी दिखाई। स्वदेशी हेलीकॉप्टर सारंग ने हवा में अपना जलवा बिखेरा। सूर्यकिरण विमानों ने काफी देर तक लोगों का मनोरंजन किया।