एकलौती बहन पर बरस रहा भाई का प्यार
मां का उठा साया,पिता ने रचा ली दूसरी शादी
संतोष कुमार गुप्ता
मीनापुर। दर्द उससे पूछे जिसके सिर से मां का साया छिन जाये। दर्द उससे पूछे जिसके पिता दूसरा शादी रचा ले। मीनापुर प्रखण्ड के पखनाहा जीतवार गांव के प्रिति कुमारी उम्र 11 वर्ष की कहानी सुनकर आपके रोगंटे खड़े हो जायेंगे। वह गांव मे किसी तरह पांचवी वर्ग की पढाई पुरी कर ली थी। किंतु एक साल पहले उसकी मां कौशल्या देवी लम्बी बिमारी के बाद चल बसी। पिता रंजीत राम ने दूसरी शादी रचा ली। उसके बाद प्रिति के पंख कुतर दिये गये। उसके आगे की पढाई पर विराम लग गया। किंतु प्रिति ने साहस जुटा कर अपने भाईयो से कहा कि वह पढना चाहती है। बड़ा भाई राजू कुमार ने प्रिति का नामाकंन कस्तूरबा गांधी विधालय मीनापुर मे करवाया। प्रिति फिलहाल छठा वर्ग मे पढती है। उसको मां की कमी नही खलती है। क्योकि वार्डेन कुमारी अलका उसका हमेशा ख्याल रखती है। बड़ा भाई राजू कुमार व छोटा भाई राजीव कुमार अक्सर उसका ख्याल रखता है। वह दोनो हमेशा आकर बहन पिंकी का सभी प्रकार की आवश्यकता को पुरा करता है। प्रत्येक 24 तारीख को होने वाले पैरेंटस मिटिंग मे भी प्रिति के अभिभावक के रूप मे राजू ही पहुंचता है। प्रिति कहती है जब भी कोई जरूरत होता है भईया को याद करता हू.वह हर सवाल पर भावुक हो जाती है। रक्षाबंधन पर सोमवार को राजू और राजीव कस्तूरबा गांधी विधालय मे पहुचेंगा। वह बहन से राखी बंधवायेगा और नेग देगा।
भाई नही फिर भी राखी बांधेगी ये बहने
कस्तूरबा गांधी विधालय मे दर्जनो ऐसी बहने है,जिनके कोई भाई नही है। फिर भी इनके द्वारा सुंदर राखियो से भाईयो का कलाई सजाया जायेगा। संगिला कुमारी,खुशबू खातून,संजना फ्रूटी,प्रिति,निशा,ममता आदि किशोरी को भाई नही है। फिर भी रक्षाबंधन को लेकर इनलोगो मे उत्साह है। ये बहने रक्षाबंधन की तैयारी मे जुटी है। दरअसल ये बहने अपने साथ रहने वाली सहपाठी के भाईयो के हाथो मे राखी बांधेगी। कस्तूरबा गांधी विधालय के वार्डेन कुमारी अलका ने कहा कि कस्तूरबा गांधी के सभी किशोरी भाईयो के हाथो मे राखी बांधेगी। उनके साथ पढने वाले किशोरियो के भाई को भी अपना भाई मानेगी। साथ ही पेंड़ो को भी राखी बांधेगी।