भारत के अधिकांश लोग दुखी क्यों है?
आज के दौर में शायद ही कोई खुश मिले। किसी को नौकरी या रोजगार की चिंता है। कोई बीमारी की वजह से परेशान है। कोई इसलिए परेशान है कि दूसरा खुश क्यों है। घरेलू कारणो […]
आज के दौर में शायद ही कोई खुश मिले। किसी को नौकरी या रोजगार की चिंता है। कोई बीमारी की वजह से परेशान है। कोई इसलिए परेशान है कि दूसरा खुश क्यों है। घरेलू कारणो […]
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की एक तिहाई से अधिक देशो में एक जनवरी को नया साल नहीं होता है। साल के 365 दिनो पर गौर करें तो दुनिया में 58 दिन नया साल […]
वर्ष 2021 का दिसम्बर अब अपने ढ़लान पर है। इसके बाद वर्ष 2022 का पहला महीना यानी जनवरी शुरू हो जायेगा। आप सोच रहे होंगे कि इसमें नया क्या है? यह सिलसिला तो सदियो से […]
वामपंथ यानी कम्युनिस्ट विचारधारा। आप इस विचारधारा से सहमत हो सकते है। सहमत नहीं भी हो सकते है। पर, इस विचारधारा को खारिज नहीं कर सकते। क्योंकि, आज एक तिहाई से अधिक भूभाग पर इस […]
किसानो के लम्बे चले आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीनो कृषि कानून को वापिस लेने की घोषणा कर दी है। कोई इसको किसानो की जीत बता रहा है। कोई इसमें सरकार की राजनीतिक […]
पेट्रोल और डीजल की कीमत में कमी की खबर से आप वाकिफ होंगे। पर, ये मामुली खबर नहीं है। पिछले कई महीने से अक्सर पेट्रोल और डीजल की कीमतो में बृद्धि की खबर पढ़ने की […]
बिहार में पंचायत चुनाव पूरे सबाब पर है। कर्तव्य परायण, इमानदार और स्वच्छ छवि वालों की आवाजाही से गांव की गलियां गुलजार है। विकास अपने नए तलेवर के साथ चौपाल में चर्चा बटोर रही है। […]
भारत चीन सीमा पर सैनिको की जबरदस्त जमावड़ा के बीच खबर आ रही है कि चीन ने युद्ध की रणनीति पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। सीमा पर निगरानी तंत्र को सक्रिय […]
जिस देश की सोच दूरदर्शी नहीं हो। जो, इतिहास से सबक सिखने को तैयार नहीं हो और जहां के नागिरिक कुतर्को को ज्ञान का आधार मान कर आपस में लड़ने भिड़ने और मरने मारने पर […]
दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं है। जहां के लोग बीमारी की वजह से परेसान नहीं हो। आधुनिक जीवनशैली की वजह से अक्सर लोग बीमार पड़ते है। कई बार कम उम्र में ही मौत हो […]
रामधारी सिंह दिनकर। नाम ही काफी है। इस धरा की वह इकलौता शख्सियत। जिनको लोग राष्ट्रकवि के साथ-साथ जनकवि भी मानते है। उनकी कविता में इकबाल का अंदाज है। टैगोर की सोच है। मार्क्स और […]
गुजरे जमाने के मशहूर गीतकार संतोस आनंद जी की लिखी पंक्तियां, अक्सर दिल को छू जाती है। उनकी हस्ती को समझना आसान नहीं है। ऐसे में उनकी लिखी कुछ पाक्तियों के सहारे उन्हें समझने की […]
गजल, हिन्दी साहित्य की एक नई विधा है। नई विधा इसलिए है, क्योंकि गजल मूलत: फारसी की काव्य विधा मानी जाती है। फारसी से यह उर्दू में आई और यही रच बस गई। कालांतर में […]
वह 13 अप्रैल 1919 का दिन था। शाम के करीब साढ़े चार बजे थे। जनरल डायर अपनी फौजी टुकड़ी के साथ जालियावाला बाग पहुंचता है और पहुंचते ही भीड़ पर गोली चलाने का आदेश दे […]
वर्ष 2002 में तालिबानी लड़ाको को ढ़ूढ़ते हुए अमेरिकी सेना Afganistan के हिन्दकूश की विरान पड़ी पहाड़ी गुफाओं तक पहुंच गई। तालिबान तो नहीं मिले। पर यहां जो मिला, उसको देख कर अमेरिकी सेना हतप्रद […]
अफगानिस्तान में इन दिनो जो कुछ भी हो रहा है। खबरो के विभिन्न माध्यमो से अप तक पहुंच रहा होगा। पर, क्या कभी आपके मन में यह सवाल उठा कि इस समस्या की जड़ में […]
वह 20 जुलाई 2021 का दिन था। उस रोज संसद का सत्र चल रहा था। सांसदो को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानन्द राय ने एक बड़ी बात कह दी। उन्होंने कहा कि […]
क्या आपको मालुम है कि वर्ष 1840 तक भारत का विश्व व्यापार में 33 फीसदी की भागीदारी हुआ करता था। दुनिया के कुल उत्पादन का 43 फीसदी हिस्सा अकेले भारत में पैदा होता था और […]
हममें से बहुत कम लोग है, जिनको मालुम होगा कि एक इंसान अपने जीवनकाल में करीब 60 करोड़ 48 लाख रुपये का ऑक्सीजन लेता है। यह ऑक्सीजन कुदरत से हमें मुफ्त में मिलता है। बावजूद […]
वह 1757 का साल था। बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला मुख्यालय से करीब 22 मील दूर गंगा नदी के किनारे प्लासी के मैदान में युद्ध के बादल मंडराने लगा था। एक ओर थीं ब्रिटिश ईस्ट इंडिया […]