पटना में Voter Rights Rally के समापन समारोह ने बिहार की राजनीति को नई गति दे दी। इस मौके पर विपक्षी दलों के कई बड़े नेता मंच पर मौजूद रहे। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभा को संबोधित करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर तीखे हमले किए।
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उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को UPA का नेतृत्वकर्ता कहकर संबोधित किया। जबकि विपक्ष खुद को पहले ही INDIA Bloc के नाम से पेश कर चुका है। उनकी इस चूक ने चर्चा जरूर बटोरी, लेकिन उनका संदेश स्पष्ट था—विपक्षी एकता ही NDA को हराने की कुंजी है।
खरगे की सक्रियता की सराहना
हेमंत सोरेन ने मल्लिकार्जुन खरगे की सक्रियता की तारीफ की। उन्होंने कहा कि उम्र के इस पड़ाव में भी खरगे विपक्ष का नेतृत्व बड़ी मजबूती से कर रहे हैं, जो सभी दलों के लिए प्रेरणादायक है।
मंच पर राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी और दीपांकर भट्टाचार्य समेत कई नेता मौजूद रहे। इन नेताओं की मौजूदगी ने रैली को विपक्षी Opposition Unity का बड़ा संदेश बना दिया।
वोट का असली महत्व
सोरेन ने कहा कि वोट किसी पार्टी का नहीं बल्कि पूरे देश का होता है। उनका आरोप था कि 2014 में कुछ चालाक नेताओं ने धनबल और छल-कपट के जरिए सत्ता पर कब्जा कर लिया।
उन्होंने लोगों से अपील की कि अब वक्त आ गया है कि वोट की ताकत से इन्हें सत्ता से बाहर किया जाए।
एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप
सोरेन ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह vote theft नई रणनीति नहीं है बल्कि लंबे समय से अपनाई जा रही चाल है। यही वजह है कि बीजेपी अलग-अलग राज्यों में सत्ता में है।
सोरेन ने याद किया कि 2024 का लोकसभा चुनाव उन्हें जेल से लड़ना पड़ा था। उन्होंने दावा किया कि अगर बाहर रहते तो बीजेपी झारखंड में खाता भी नहीं खोल पाती।
बिहार चुनाव को बताया निर्णायक लड़ाई
उन्होंने कहा कि Bihar Assembly Elections 2025 सिर्फ एक राज्य का चुनाव नहीं बल्कि पूरे देश के लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प होगा।
उनका कहना था कि अगर बिहार की जनता NDA को सत्ता से बाहर कर देगी तो इसका असर पूरे भारत में महसूस होगा।
SIR प्रक्रिया पर सवाल
सोरेन ने SIR Process को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया के नाम पर असली वोटरों के नाम काटे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर फर्जी वोटर मौजूद हैं तो अधिकारियों को इस्तीफा दे देना चाहिए। साथ ही उन्होंने पूरे देश में वोटर लिस्ट की दोबारा समीक्षा कर चुनाव करवाने की मांग की।
दलित, आदिवासी और किसानों से एकजुट होने की अपील
अपने भाषण में सोरेन ने मजदूरों, किसानों, दलितों और आदिवासियों से एकजुट होने की अपील की। उनका कहना था कि अगर ये तबके साथ खड़े हो जाएं तो बीजेपी की सत्ता कहीं भी नहीं टिक पाएगी।
पटना की ऐतिहासिक भूमिका
सोरेन ने कहा कि पटना हमेशा ऐतिहासिक फैसलों का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि अब वक्त है कि इस धरती से एक नया संकल्प लिया जाए और लोकतंत्र को बचाने का संदेश पूरे देश को दिया जाए।
विपक्ष की एकजुटता का प्रदर्शन
रैली में राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला। सबका संदेश एक था—NDA को सत्ता से हटाना और INDIA Bloc को मजबूत विकल्प के तौर पर सामने लाना।
पटना की Voter Rights Rally ने साफ कर दिया कि विपक्षी दल 2025 की जंग के लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं। हेमंत सोरेन का मोदी सरकार पर हमला, एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप और विपक्षी एकता का आह्वान चुनावी जंग को और तीखा बना रहा है।
भले ही उन्होंने खरगे को UPA लीडर कह दिया, लेकिन उनका मुख्य संदेश यही था—Opposition Unity ही NDA को सत्ता से हटाने का रास्ता है।
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