दांतों की सफाई हमारी रोज़मर्रा की Hygiene का अहम हिस्सा है। ज़्यादातर लोग सुबह उठकर ब्रश करते हैं और फिर दिन की शुरुआत करते हैं। लेकिन रात को ब्रश करने की आदत कई लोगों में नहीं होती। इसके पीछे आलस, थकान या यह सोच कि “एक बार ब्रश ना करने से क्या होगा” जैसी मानसिकता हो सकती है।
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मशहूर Gastroenterologist डॉ सौरभ सेठी का कहना है कि यह लापरवाही न सिर्फ Oral Health बल्कि Heart Health को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। उन्होंने एक पोस्ट में बताया कि रात को ब्रश छोड़ना दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।
दांतों की सफाई और दिल का सीधा संबंध
डॉ सेठी बताते हैं कि रात में ब्रश ना करने से हार्ट प्रॉब्लम्स का रिस्क बढ़ जाता है। कई रिसर्च में यह साफ हो चुका है कि Oral Hygiene और Heart Health के बीच गहरा संबंध है।
रात को ब्रश छोड़ देने पर मुंह में बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं, जो समय के साथ खून में पहुंच सकते हैं और इंफ्लेमेशन पैदा कर सकते हैं। यह इंफ्लेमेशन धीरे-धीरे धमनियों को नुकसान पहुंचाकर हार्ट डिजीज का कारण बन सकता है।
बैक्टीरिया कैसे पहुंचते हैं दिल तक
जब ओरल केयर पर ध्यान नहीं दिया जाता, तो बैक्टीरिया मसूड़ों और दांतों के आसपास पनपते हैं। मसूड़ों के कमजोर होने पर ये बैक्टीरिया टिश्यू को पार कर ब्लडस्ट्रीम में प्रवेश कर सकते हैं।
डॉ सेठी बताते हैं कि ये बैक्टीरिया कमजोर या पहले से डैमेज हो चुकी धमनियों में जमा हो सकते हैं। यह जमाव और इंफ्लेमेशन मिलकर धमनियों को संकरा बना देता है, जिससे ब्लड फ्लो कम हो सकता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
रात में ब्रश करने का खास महत्व
नींद के समय Saliva का उत्पादन कम हो जाता है। Saliva प्राकृतिक रूप से बैक्टीरिया को नियंत्रित करता है, लेकिन रात में यह कम हो जाने से बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं।
रात में ब्रश करने से दिनभर का जमा हुआ प्लाक और खाने के कण हट जाते हैं, जिससे बैक्टीरिया की संख्या घटती है और Heart Health सुरक्षित रहती है।
रिसर्च से मिली पुष्टि
डॉ सेठी रिसर्च का हवाला देते हुए कहते हैं कि जो लोग दिन में दो बार ब्रश करते हैं और Regular Dental Check-up करवाते हैं, उनकी हार्ट हेल्थ बेहतर होती है। ऐसे लोगों में Cardio-vascular Diseases का खतरा उन लोगों से कम पाया गया है, जो Oral Care को नज़रअंदाज़ करते हैं।
Gum Health का महत्व
स्वस्थ मसूड़े बैक्टीरिया को खून में जाने से रोकते हैं। लेकिन जब मसूड़े कमजोर या इंफेक्टेड होते हैं, तो यह बैरियर टूट जाता है। इससे बैक्टीरिया दिल तक पहुंच सकते हैं और गंभीर समस्या पैदा कर सकते हैं।
डॉ सेठी का कहना है कि मसूड़ों की बीमारी अक्सर शुरुआती दौर में दर्द नहीं देती, इसलिए लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन यह Heart Health को लंबे समय में नुकसान पहुंचा सकती है।
दो बार ब्रश करने का नियम
सुबह का ब्रश रातभर का प्लाक हटाता है, जबकि रात का ब्रश दिनभर का प्लाक और खाने के कण साफ करता है।
डॉ सेठी सलाह देते हैं कि ब्रश के साथ Flossing और Mouthwash का इस्तेमाल करें, लेकिन ब्रशिंग को कभी रिप्लेस न करें।
डेंटल विजिट्स का महत्व
कई लोग सिर्फ दर्द होने पर डेंटिस्ट के पास जाते हैं। डॉ सेठी के अनुसार, साल में कम से कम दो बार Regular Dental Visit करनी चाहिए, ताकि शुरुआती समस्याओं का पता चल सके और उन्हें समय रहते रोका जा सके।
हेल्दी दिल के लिए हेल्दी मुंह
डॉ सेठी मानते हैं कि Oral Hygiene को Heart Healthy Lifestyle का हिस्सा बनाना चाहिए। जैसे Exercise और Diet दिल के लिए जरूरी हैं, वैसे ही Oral Care भी अहम है।
वे सलाह देते हैं कि रोज़ाना दो बार ब्रश करें, संतुलित आहार लें, Smoking छोड़ें और नियमित चेकअप करवाएं। यह आदतें दांतों और दिल दोनों को सुरक्षित रखती हैं।
रात को ब्रश करना एक छोटा सा कदम है, लेकिन इसके फायदे बड़े हैं। यह बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है, इंफ्लेमेशन का खतरा घटाता है और हार्ट को सुरक्षित रखता है।
डॉ सौरभ सेठी का संदेश साफ है — Oral Hygiene को हल्के में न लें। दिन में दो बार ब्रश करना और समय-समय पर डेंटल चेकअप कराना आपके दिल और मुस्कान दोनों को लंबे समय तक हेल्दी रख सकता है।
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