बॉलीवुड में फिरोज खान और विनोद खन्ना की दोस्ती के किस्से हमेशा ही चर्चा में रहे हैं। अब इसे महज इत्तफाक कह लें या और कुछ? पर ये सच है कि दोनों ही दोस्तों का निधन 27 अप्रैल को ही हुआ। फिरोज खान ने 27 अप्रैल 2009 में दुनिया को अलविदा कहा था, वहीं विनोद खन्ना इसी साल 27 अप्रैल को हमें छोड़ कर चले गए। अपने जीवनकाल दोनों ने कई फिल्मों में एक साथ काम किया है, इनमें ‘दयावान’, ‘कुर्बानी’ और ‘शंकी शंम्भू’ जैसी फिल्में शामिल हैं।
एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और फैशन आइकन फिरोज खान का जन्म 25 सितंबर 1939 को हुआ था। उनका ताल्लुक अफगानिस्तान से विस्थापित होकर आए एक पठान परिवार से था। उनका खानदान गजनी का रहने वाला था और उनकी मां ईरानी थीं। फिरोज खान को फिल्मों में पहली बार 1959 में मोका मिला था। फिल्म ‘दीदी’ में उन्होंने एक छोटा सा किरदार निभाया था।
फिरोज खान को अपनी डेब्यू फिल्म के 10 साल बाद 1969 में आई फिल्म ‘आदमी और इंसान’ से अच्छी सफलता मिली. यह फिल्म उस वक्त दर्शकों द्वारा काफी पसंद की गई थी। इस फिल्म के लिए फिरोज को बेस्ट एक्टर के फिल्म फेयर अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। फिरोज खान ने अपने भाई संजय खान के साथ ‘उपासना’, ‘मेला’ और ‘नागिन’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया है। इतना ही नहीं फिरोज ने इंग्लिश फिल्म ‘टाइगर गोज टू इंडिया’ में भी काम किया, लेकिन इस फिल्म को दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला। बता दें कि उन्होंने फिल्मों के बाद 1971 में प्रोडक्शन का रुख कर लिया था। उन्होंने सबसे पहले फिल्म ‘अपराध’ को प्रोड्यूस किया था। इस फिल्म में उनके साथ मुमताज ने काम किया था।