केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12वीं के रिवैल्यूएशन और वेरिफिकेशन रिजल्ट 2025 को आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया है। जिन विद्यार्थियों ने अपने मार्क्स को लेकर आपत्ति जताते हुए रिवैल्यूएशन या वेरिफिकेशन के लिए आवेदन किया था, वे अब अपना संशोधित परिणाम बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के अंतर्गत बोर्ड ने विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच कराई और जिन मामलों में त्रुटि पाई गई, उन्हें ठीक किया गया।
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CBSE का यह कदम पारदर्शिता और निष्पक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे छात्रों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इससे उन छात्रों को विशेष रूप से लाभ मिलता है जो विश्वविद्यालयों और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए कटऑफ मार्क्स की सीमा को पार करने की उम्मीद में रहते हैं।
कैसे करें रिजल्ट चेक
छात्रों को अपने रिवैल्यूएशन या वेरिफिकेशन का रिजल्ट चेक करने के लिए results.cbse.nic.in वेबसाइट पर जाना होगा। यहां वे ‘Class 12 Revaluation Result 2025’ लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। इसके बाद उन्हें अपना रोल नंबर, स्कूल नंबर, एडमिट कार्ड आईडी और जन्म तिथि दर्ज करनी होगी। सफलतापूर्वक लॉगिन करने के बाद उनका संशोधित रिजल्ट स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा, जिसे वे डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं।
यह ध्यान रखना जरूरी है कि छात्र वही जानकारी दर्ज करें जो परीक्षा फॉर्म भरते समय दी गई थी। गलत जानकारी दर्ज करने पर रिजल्ट खुलने में दिक्कत हो सकती है।
रिवैल्यूएशन क्यों है जरूरी
कई बार छात्रों को लगता है कि उन्हें अपेक्षित अंक नहीं मिले हैं या उत्तर पुस्तिका की जांच में गलती हुई है। ऐसे में रिवैल्यूएशन एक अहम विकल्प बनता है। इसके माध्यम से बोर्ड यह सुनिश्चित करता है कि किसी छात्र के साथ अन्याय न हो। इससे छात्रों को अपनी मेहनत का वास्तविक मूल्यांकन मिल पाता है। रिवैल्यूएशन में अकसर ऐसे उत्तर चिन्हित किए जाते हैं जिन्हें मूल मूल्यांकन में अनदेखा कर दिया गया था या फिर अंक जोड़ने में गलती हुई थी।
CBSE 12वीं रिजल्ट 2025 का परफॉर्मेंस एनालिसिस
इस साल सीबीएसई की कक्षा 12वीं की मुख्य परीक्षा में कुल पास प्रतिशत 88.39 प्रतिशत दर्ज किया गया। लड़कियों ने एक बार फिर बेहतर प्रदर्शन करते हुए 91.64 प्रतिशत का पास प्रतिशत हासिल किया, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 85.70 प्रतिशत रहा। ट्रांसजेंडर श्रेणी के सभी छात्रों ने परीक्षा पास की, जिससे इस वर्ग में शत-प्रतिशत सफलता दर दर्ज हुई।
परीक्षा में कुल 17,04,367 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से 16,92,794 छात्र परीक्षा में सम्मिलित हुए। सफल होने वाले छात्रों की संख्या 14,96,307 रही। यह आंकड़ा दिखाता है कि बड़ी संख्या में छात्र रिवैल्यूएशन का सहारा लेते हैं, खासकर वे जिनका स्कोर कटऑफ के बहुत करीब होता है।
कॉलेज एडमिशन पर असर
रिवैल्यूएशन से छात्रों को उच्च शिक्षा में प्रवेश पाने का एक और अवसर मिलता है। कई बार एक या दो अंकों के कारण छात्र अपने मनपसंद कोर्स या कॉलेज से चूक जाते हैं। संशोधित अंक उन्हें दोबारा प्रतियोगिता में आगे लाने का अवसर प्रदान करते हैं। भारत के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय रिवैल्यूएशन के बाद प्राप्त अंक स्वीकार करते हैं, बशर्ते समय पर अपडेटेड स्कोर प्रस्तुत किया जाए।
डिजिटल प्लेटफॉर्म की भूमिका
CBSE ने अपने रिजल्ट सिस्टम को पूरी तरह डिजिटल बना दिया है, जिससे छात्रों को फॉर्म भरने, शुल्क जमा करने और परिणाम देखने तक की सभी सुविधाएं ऑनलाइन मिलती हैं। इससे न सिर्फ प्रक्रिया तेज हुई है बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को भी लाभ मिला है जो पहले इन सुविधाओं से वंचित रह जाते थे। डिजिटल सेवाओं के माध्यम से बोर्ड ने समय की बचत की है और प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाया है।
रिवैल्यूएशन में क्या बदलता है?
यह समझना जरूरी है कि रिवैल्यूएशन केवल उन्हीं मामलों में अंक बढ़ाता है जिनमें वास्तव में गलती पाई जाती है। कई बार छात्रों को लगता है कि उनका उत्तर सही था, लेकिन बोर्ड की मूल्यांकन पद्धति के अनुसार वह उत्तर मान्य नहीं होता। इसीलिए, बोर्ड केवल उन्हीं उत्तरों को संशोधित करता है जिनमें तकनीकी या गणना संबंधी त्रुटि होती है।
अगर किसी छात्र के अंक बढ़ते हैं, तो अपडेटेड मार्कशीट को ही अंतिम माना जाएगा। यह मार्कशीट कॉलेज में दाखिले, छात्रवृत्ति या अन्य दस्तावेज़ी जरूरतों के लिए वैध मानी जाती है। यदि अंक नहीं बढ़ते, तो छात्र को वही मूल अंक मानने होंगे।
विद्यार्थियों को क्या करना चाहिए आगे?
जो छात्र अपने रिवैल्यूएशन का रिजल्ट प्राप्त कर चुके हैं, वे अब अपने कॉलेजों या संबंधित संस्थानों को जानकारी दें। यदि नया अंक किसी कटऑफ या मेरिट लिस्ट को प्रभावित करता है, तो उसे तुरंत प्रस्तुत करें। कई कॉलेज रिवाइज्ड रिजल्ट को स्वीकार करते हैं यदि वह समय पर जमा किया जाए।
जो छात्र इस बार भी वांछित अंक हासिल नहीं कर पाए हैं, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। शैक्षणिक जीवन में ऐसे उतार-चढ़ाव सामान्य हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि छात्र अब आगे की योजना बनाएं—चाहे वह नया कोर्स चुनना हो या फिर किसी अन्य प्रवेश परीक्षा की तैयारी करनी हो।
सीबीएसई ने यह बार-बार स्पष्ट किया है कि उसका मूल्यांकन निष्पक्ष और योग्यता आधारित होता है। फिर भी, बोर्ड छात्रों की संतुष्टि और विश्वास बनाए रखने के लिए रिवैल्यूएशन जैसी प्रक्रिया को जारी रखता है। यही कारण है कि छात्र, अभिभावक और शिक्षक बोर्ड की प्रक्रिया पर भरोसा करते हैं।
रिवैल्यूएशन रिजल्ट का शीघ्र प्रकाशन इस बात का संकेत है कि CBSE विद्यार्थियों की सुविधा को प्राथमिकता देता है और उसकी प्रशासनिक दक्षता लगातार बेहतर हो रही है।
CBSE कक्षा 12वीं के रिवैल्यूएशन रिजल्ट 2025 ने हजारों छात्रों के लिए राहत और स्पष्टता प्रदान की है। यह न केवल मूल्यांकन की पारदर्शिता का प्रतीक है, बल्कि छात्रों को उनकी मेहनत का उचित परिणाम दिलाने की दिशा में एक अहम पहल भी है।
अब छात्रों को चाहिए कि वे इस अपडेटेड परिणाम के आधार पर अपने अगले शैक्षणिक कदम की योजना बनाएं। चाहे वह विश्वविद्यालय में प्रवेश हो, किसी स्कॉलरशिप के लिए आवेदन हो या करियर की दिशा तय करना—यह संशोधित स्कोर उनकी यात्रा को और सुगम बना सकता है।
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