अहमदाबाद विश्वविद्यालय ने सोमवार को कहा गया कि, कक्षा 10 और 11 के अंकों के आधार पर स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश देना शुरू कर दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि छात्रों को अपने कक्षा 12 वीं के नतीजे आने का इंतजार है, जो कि कोरोना संकट के चलते अभी तक नहीं आया हैं। विश्वविद्यालय ने कहा कि, सत्र 2020 के लिए संस्थान के स्नातक तथा पीएचडी कार्यक्रमों के लिए प्रवेश भी चल रहे हैं।
अहमदाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति पंकज चंद्रा ने एक बयान में कहा कि, ‘हमें कक्षा 12 के छात्रों के लिए विश्वविद्यालय में अपनी शिक्षा के अगले चरण के विषय में चिंता नहीं करना चाहिए। हम छात्रों को सहमति देने तथा यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, कि उनका एक शैक्षणिक वर्ष की बर्बादी न हो।’
पंकज चंद्रा ने कहा, ‘हमारी समग्र प्रवेश प्रक्रिया छात्रों तथा अंकों से परे उनके संदर्भ को समझने के लिए पूरी तरह तैयार है। हालांकि, हाई स्कूल के अंक एक आवश्यक मानक हैं, हमारा ध्यान विभिन्न तरीकों का प्रयोग करने के लिए है, जिससे युवा स्वयं के लिए बेहतर कर सकें और समुदाय के लोगों के लिए अपना योगदान दे सकें।’ कोरोना संकट को ध्यान में रखकर भारतीय विश्वविद्यालय अब इस बात का सावधानी से मूल्यांकन कर रहे हैं कि, वे इस वर्ष उन छात्रों का बेहतर तरीके से कैसे मदद कर सकते हैं, जिन्हें कॉलेज में प्रवेश लेना है।
पंकज चंद्रा ने कहा, ‘ये हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण समय हैं। हमें इस बात पर ध्यान देने की आवश्यकता है कि, हम विभिन्न तरह से युवाओं के साथ कैसे जुड़ते हैं और उन्हें एक बदली हुई दुनिया के लिए तैयार करते हैं। इस डिजीटल वातावरण में लगातार शिक्षण विधियों को नए सिरे से तैयार करना एक जिम्मेदारी है, क्योंकि हम एक नई दुनिया को अपनाने जा रहे हैं।’