बिहार। बेतिया का एक दारोगा घुस लेते रंगे हाथ निगरानी के हथ्थे चढ़ गया। दारोगा केस के आरोपी की गिरफ्तारी के एवज में दस हजार रूपये रिश्वत ले रहा था। निगरानी के हत्थे चढ़ा दारोगा इबरार अहमद लौरिया थाना मे पदस्थापित है जो दहेज प्रताड़ना के एक मामले में अभियुक्तो की गिरफ्तारी के लिए दस हजार रूपये रिश्वत ले रहा था. निगरानी की टीम ने उसे लौरिया थाना परिसर स्थित उसके आवास से दबोचा। गिरफ्तारी से ठीक पहले दारोगा पर वर्दी का ऐसा नशा सवार था कि उसने साफ साफ कह दिया कि दस हजार रुपये दो, वर्ना आरोपितो के गिरफ्तारी की बात करना बंद करो। अपनी ठसक में अनाप सनाप बोलने वाले दारोगा को नही पता था कि वह निगरानी के द्वारा बिछाई गई जाल में फस चुका है।
This post was published on %s = human-readable time difference 12:34
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More
सम्राट अशोक की कलिंग विजय के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया। एक… Read More
KKN लाइव के इस विशेष सेगमेंट में, कौशलेन्द्र झा मौर्यवंश के दूसरे शासक बिन्दुसार की… Read More
322 ईसा पूर्व का काल जब मगध का राजा धनानंद भोग-विलास में लिप्त था और… Read More
नाग और सांप में फर्क जानने का समय आ गया है! हममें से अधिकांश लोग… Read More