KKN गुरुग्राम डेस्क | पटना पुलिस ने मंगलवार को एशिया हॉस्पिटल की डायरेक्टर सुरभि राज की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया। इस सनसनीखेज हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता सुरभि के पति राकेश रौशन उर्फ चंदन निकले, जो अपने अफेयर को लेकर सुरभि के विरोध से नाराज थे। पुलिस के मुताबिक, राकेश का अस्पताल की HR अलका से अफेयर था और यही कारण था कि सुरभि इसका विरोध कर रही थी, जिससे राकेश ने अपनी पत्नी की हत्या की योजना बनाई।
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साजिश का खुलासा: सुरभि राज की हत्या की योजना
पटना पुलिस ने मामले की जांच करते हुए यह खुलासा किया कि यह हत्या पूरी तरह से योजनाबद्ध थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि सुरभि की हत्या से ठीक 20 दिन पहले एशिया हॉस्पिटल के CCTV कैमरे बंद कर दिए गए थे ताकि हत्या के बाद कोई सबूत न मिल सके। इसके अलावा, हत्या के बाद अस्पताल के स्टाफ और सफाईकर्मियों से खून भी साफ कराया गया, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके।
पुलिस को इस घटना की सूचना हत्या के दो घंटे बाद दी गई, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा कर दिया। पटना पुलिस की त्वरित और सटीक जांच ने इस मामले को सुलझाने में मदद की।
पुलिस की कार्रवाई: पांच आरोपी गिरफ्तार
पटना SSP अवकाश कुमार ने बताया कि तीन दिन की कड़ी जांच के बाद पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी राकेश रौशन के अलावा HR मैनेजर अलका, रमेश कुमार उर्फ अतुल, अनिल कुमार, और मसूद आलम शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, मसूद आलम की भूमिका हत्या की साजिश में महत्वपूर्ण थी, और उसकी नार्को टेस्ट के लिए अदालत से अनुमति ली जाएगी।
हत्या से पहले मारपीट की गई थी
पुलिस जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह भी पता चला कि हत्या से पहले सुरभि के साथ मारपीट की गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, सुरभि के चेहरे पर सूजन थी और शरीर पर चोट के निशान थे। अपराधियों ने सुरभि पर छह गोलियां चलाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस प्रकार, यह हत्या न केवल एक गंभीर अपराध थी, बल्कि इसे एक क्रूर और निर्दयी तरीके से अंजाम दिया गया।
परिवारिक विवाद था हत्या का कारण
राकेश और सुरभि की शादी 2018 में हुई थी और दोनों का यह प्रेम विवाह था। उनके दो बेटे भी हैं। शादी के बाद राकेश का अफेयर HR अलका से शुरू हो गया था, जो पहले एक निजी अस्पताल में काम करते थे। 2020 में राकेश और सुरभि ने मिलकर एशिया हॉस्पिटल खोला था, लेकिन राकेश और अलका के रिश्ते ने सुरभि और राकेश के बीच तनाव पैदा कर दिया था।
लगभग डेढ़ महीने से दोनों के बीच विवाद चल रहा था, जो धीरे-धीरे गंभीर रूप लेता गया। सुरभि ने राकेश के अफेयर का विरोध किया था, जो अंततः एक खतरनाक और त्रासदीपूर्ण घटनाक्रम में बदल गया।
परिवार का अस्पताल स्टाफ पर शक
सुरभि के पिता राजेश सिन्हा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और अस्पताल के स्टाफ पर हत्या में शामिल होने का शक जताया था। जांच के दौरान यह शक सही साबित हुआ और पुलिस ने अस्पताल से जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया।
पुलिस अब राकेश और अन्य आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी ताकि साजिश से जुड़े बाकी पहलुओं का भी खुलासा हो सके। जांच में यह सामने आया कि अस्पताल के स्टाफ ने राकेश की मदद की थी और हत्या के बाद अपराध के सबूतों को छिपाने का प्रयास किया था।
कानूनी कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया
अब तक गिरफ्तार आरोपियों में राकेश रौशन, अलका, रमेश कुमार, अनिल कुमार, और मसूद आलम का नाम सामने आया है। पुलिस इस मामले की और गहराई से जांच कर रही है। अदालत से राकेश और अन्य आरोपियों को रिमांड पर लेने की अनुमति मांगी गई है, ताकि इस साजिश के बाकी पहलुओं का पता चल सके और सभी आरोपियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके।
सुरभि राज की मौत: एक दर्दनाक और शोकपूर्ण घटना
सुरभि राज की हत्या ने पटना और उसके आसपास के इलाकों में सनसनी मचा दी है। यह एक ऐसे रिश्ते के भीतर से आया अपराध है, जो पहले प्यार और विश्वास पर आधारित था। राकेश रौशन के द्वारा अपनी पत्नी को मारने का कदम एक परिवार के भीतर की गहरी दुरावस्था और संबंधों के टूटने का उदाहरण है।
सुरभि के पिता, राजेश सिन्हा, और परिवार के अन्य सदस्य इस हत्या से सदमे में हैं। यह हत्या एक गंभीर मानसिक और पारिवारिक संकट का परिणाम थी, और इससे यह संदेश मिलता है कि कभी-कभी व्यक्तिगत और पारिवारिक विवाद हिंसा का रूप ले सकते हैं।
सुरभि राज की हत्या का मामला पूरी तरह से एक दुखद और दुखदाई घटना है। इसने न केवल एक परिवार को हिला दिया, बल्कि पूरे समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि पारिवारिक विवादों के परिणाम कितने खतरनाक हो सकते हैं। पटना पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सटीक जांच ने इस मामले का पर्दाफाश किया है, लेकिन यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि सभी आरोपियों को कड़ी सजा मिले, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
आगे की जांच और कानूनी प्रक्रिया इस बात का निर्धारण करेगी कि इस मामले के सभी पहलुओं का सही तरीके से पर्दाफाश हो सके और सुरभि को न्याय मिल सके। यह मामला एक बड़े पारिवारिक संकट और व्यक्तिगत विवाद का परिणाम था, जो अब पूरी तरह से सामने आ चुका है।
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