नवादा। एक बार फिर से एक धार्मिक आश्रम घिनौने खेल का गवाह बन गया। मामला बिहार के नवादा में स्थित एक आश्रम का है। बहरहाल यहां के तीन साध्वियों के साथ दुष्कर्म का कनेक्शन यूपी के बस्ती जिले के साथ जुड़ हुआ प्रतीत होता है। बस्ती में स्थित इसी संत कुटीर आश्रम की एक साध्वी के साथ दुष्कर्म के मामले में आरोपितों में आश्रम के प्रमुख परमहंस सच्चिादनंद महाराज का नाम शामिल बताया जा रहा है।
बतादें कि नवादा आश्रम में कार्यरत तीन सेवादारों ने पिस्टल का भय दिखा कर तीन साध्वियों से दुष्कर्म किया था। घटना 12 दिसम्बर 2017 रात दस बजे की है। घटना के बाद दहशत के कारण दो साध्वी वहां से अपने घर चली गयी। आश्रम के अन्य सेवादारों द्वारा पुलिस को सूचना देने व साध्वियों की शिकायत पर 4 जनवरी 2018 को गोविन्दपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज हो गयी है। पीड़ितों साघ्वियों की नवादा सदर अस्पताल में मेडिकल जांच करायी गयी है।
इस मामले में पांच नामजद व पांच अन्य अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है। नामजद आरोपितों में यूपी के बस्ती जिले के लालगंज थाने के सेलरा गांव का कल्पनाथ चौधरी, गिरिजाशंकर चौधरी, तपस्यानंद उर्फ श्यामचंद उर्फ श्याम चौधरी व अजीत चौधरी एवं छत्तीसगढ़ जिले का दिलचंद पटेल शामिल हैं। प्राथमिकी में आरोपित सभी लोग आश्रम के सेवादार बताये जाते हैं।
आरोप है कि कल्पनाथ, दिलचंद व तपस्यानंद ने उन तीनों साघ्वियों को पिस्टल के बल पर दूसरे कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया। इस दौरान दो अन्य आरोपित पिस्टल लेकर खड़े थे। जाते वक्त पुलिस को सूचना देने पर जान से मारने की आरोपितों ने धमकी दी थी।
बतातें चलें कि संत कुटीर आश्रम पहले से विवाद में रहा है। पुलिस के मुताबिक शुरू में यह आश्रम अकबरपुर थाने के पिथौरी मोड़ के समीप स्थित थी। परंतु प्रमुख सच्चिदानंद पर आरोप के बाद आश्रम वहां बंद कर दिया गया। 2011 में इस मामले से जुड़ी प्राथमिकी अकबरपुर थाने में दर्ज है। पुलिस के मुताबिक विवाद का कारण आश्रम की संपत्ति थी। इसके बाद आश्रम उसी वर्ष गोविन्दपुर में शिफ्ट कर गया। सच्चिदानंद महाराज विशिष्ट पूजा के अवसर पर आश्रम में आते हैं। उनके आने से पूर्व यूपी के कुछ लोग आश्रम आते हैं। उनके पीछे में आश्रम की देखभाल का जिम्मा स्थानीय साध्वी करती है, जो पीड़ितों में से एक हैं।
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