KKN गुरुग्राम डेस्क | 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा 26 निर्दोष भारतीय पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 15 कड़े कदम उठाए, जिसने पाकिस्तान को कूटनीतिक, आर्थिक और सामरिक रूप से पूरी तरह पस्त कर दिया।
Article Contents
भारत ने न सिर्फ सैन्य कार्रवाई की, बल्कि जल संधि, व्यापार, डिप्लोमसी और वैश्विक मंचों पर भी पाकिस्तान को घेर लिया। इन एक्शन से पाकिस्तान को ना सिर्फ अंतरराष्ट्रीय मंच पर शर्मिंदगी उठानी पड़ी, बल्कि उसके अंदरूनी हालात भी बुरी तरह बिगड़ गए।
भारत के 15 कड़े कदम जो पाकिस्तान पर पड़े भारी
1. सिंधु जल संधि समाप्त
भारत ने सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया, जिससे पाकिस्तान को मिलने वाला पानी बंद हो गया। इस संधि के अंतर्गत पाकिस्तान को सिंधु और उसकी सहायक नदियों से पानी मिलता था, जिससे लगभग 17 करोड़ पाकिस्तानी नागरिक प्रभावित हो रहे थे। पाकिस्तान अब इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाने की तैयारी कर रहा है।
2. पाकिस्तान के साथ व्यापारिक समझौते रद्द
भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी व्यापारिक समझौते और कारोबारी रिश्ते खत्म कर दिए। अब पाकिस्तान भारत के जरिए अपना सामान भेज नहीं पा रहा है, जबकि भारत को आने वाला पाकिस्तानी सामान थर्ड पार्टी के माध्यम से आ रहा है। इससे पाकिस्तान को करोड़ों का आर्थिक नुकसान हुआ है।
3. चेनाब नदी का पानी रोका गया
भारत ने चेनाब नदी का प्रवाह भी रोक दिया है, जिससे पाकिस्तान में कई नदियां और नाले सूखने लगे हैं। पाकिस्तानी मीडिया ने इसे “वॉटर अटैक” बताया है। पाकिस्तान के कृषि और पेयजल संसाधनों पर इसका गहरा असर पड़ा है।
4. पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर अलग-थलग करना
भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की कूटनीति अपनाई। नतीजा यह रहा कि पाकिस्तान को किसी भी बड़े देश का खुलकर समर्थन नहीं मिला। यहां तक कि चीन ने भी कोई ठोस समर्थन नहीं दिया।
5. पाकिस्तानी उत्पादों पर प्रतिबंध
भारत ने पाकिस्तान से आने वाले कई उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया, जिनमें शामिल हैं:
-
फल (तरबूज, खरबूज)
-
सीमेंट
-
सेंधा नमक
-
सूखे मेवे
-
पत्थर, चूना
-
स्टील और चश्मे
इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को और झटका लगा है।
6. डाक सेवा बंद
इतिहास में पहली बार भारत ने पाकिस्तान के साथ डाक सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी हैं। इससे दोनों देशों के बीच पत्राचार और जरूरी दस्तावेजों का आदान-प्रदान पूरी तरह रुक गया है।
7. पाकिस्तानी जहाजों पर प्रतिबंध
भारत ने पाकिस्तान के व्यापारिक जहाजों की एंट्री पर बैन लगा दिया। पाकिस्तान इन जहाजों के जरिए बांग्लादेश में सामान पहुंचा रहा था, लेकिन अब वह रास्ता भी बंद हो गया है।
8. पाक सैन्य सलाहकारों को निष्कासित किया गया
भारत ने देश में मौजूद सभी पाकिस्तानी सैन्य सलाहकारों को देश से बाहर निकाल दिया। इस कदम से भारत-पाक के सैन्य संवाद बंद हो गए और दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया।
9. झेलम नदी से पानी छोड़ा गया, पाकिस्तान में बाढ़
भारत ने झेलम नदी का पानी छोड़कर मुजफ्फराबाद (POK) क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी। हजारों लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे हैं।
10. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को झटका
5 मई को UNSC की बैठक में भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह घेरा। कोई भी सदस्य देश पाकिस्तान के समर्थन में खुलकर नहीं आया, उलटे उसके आतंकवाद को लेकर कई सवाल खड़े किए गए।
11. मुस्लिम देशों का समर्थन भी नहीं मिला
पहलगाम हमले के वक्त भारत के प्रधानमंत्री सऊदी अरब में थे, और वहां से आतंकी हमले की निंदा की गई। पाकिस्तान को इस बार मुस्लिम देशों से भी कोई समर्थन नहीं मिला, जो उसके लिए बड़ा झटका है।
12. भारत ने विदेशी राजदूतों को बुलाया
भारत ने नई दिल्ली में सभी देशों के राजदूतों को बुलाकर पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों की जानकारी दी। इसके बाद दुनियाभर में टीवी डिबेट्स से लेकर बंद कमरों तक पाकिस्तान की निंदा शुरू हो गई।
13. पाकिस्तान के बाजार में गिरावट
भारत के लगातार दबाव और तनाव के चलते पाकिस्तान की कराची स्टॉक एक्सचेंज में गिरावट दर्ज की गई। इसके चलते विदेशी निवेशकों का विश्वास भी हिला और आर्थिक हालात और बिगड़ गए।
14. सलाल और बघलियार बांध को बंद किया गया
भारत ने जम्मू-कश्मीर में स्थित सलाल और बघलियार बांध का पानी रोक दिया, जिससे पाकिस्तान को पीने के पानी और बिजली उत्पादन में समस्या होने लगी। यह फैसला रणनीतिक तौर पर बेहद अहम रहा।
15. ऑपरेशन सिंदूर: 100+ आतंकी मारे गए
भारत ने पहलगाम हमले का जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस सर्जिकल स्ट्राइक में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कई शीर्ष आतंकी शामिल थे।
भारत ने पहलगाम हमले के बाद सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई तक खुद को सीमित नहीं रखा, बल्कि हर मोर्चे पर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति अपनाई। जल संकट, आर्थिक प्रतिबंध, कूटनीतिक अलगाव और सैन्य कार्रवाई—इन सभी कदमों से पाकिस्तान की हालत बेहद खराब हो चुकी है।
भारत ने यह साबित कर दिया है कि अब आतंकवाद का जवाब सिर्फ शब्दों से नहीं, बल्कि ठोस कदमों से दिया जाएगा।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.