बुधवार, जुलाई 30, 2025 9:44 अपराह्न IST
होमBiharबिहार में जल संकट: भूजल में आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन का खतरनाक...

बिहार में जल संकट: भूजल में आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन का खतरनाक स्तर

Published on

Follow Us : Google News WhatsApp

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में जल संकट दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भूजल में आर्सेनिकफ्लोराइड, और आयरन के उच्च स्तर पाए जा रहे हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। हाल ही में की गई रिपोर्ट्स में यह सामने आया है कि बिहार के 4,709 वार्डों के भूजल में आर्सेनिक, 3,789 वार्डों में फ्लोराइड और 21,709 वार्डों में आयरन की उपस्थिति है। इन तत्वों की मौजूदगी पानी की गुणवत्ता को बिगाड़ रही है और यह राज्य के निवासियों के स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।

जल संकट का बढ़ता हुआ प्रभाव

भूजल में आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन के खतरनाक स्तर की वजह से बिहार के नागरिकों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ये खतरनाक तत्व समय के साथ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो लंबे समय से इस प्रकार के पानी का सेवन कर रहे हैं। जल संकट का यह समस्या विशेष रूप से बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक है, जहां लोग अधिकतर भूजल पर निर्भर रहते हैं।

आर्सेनिक का खतरा

आर्सेनिक एक अत्यधिक जहरीला तत्व है, जो प्राकृतिक रूप से भूमि में पाया जाता है। यह मानव शरीर पर कैंसर, त्वचा पर घाव, लिवर और किडनी की बीमारियां, और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। बिहार के 4,709 वार्डों में आर्सेनिक की उच्च मात्रा पाए जाने के कारण यहां रहने वाले लोग लंबे समय तक इसके प्रभाव में आ रहे हैं। आर्सेनिक से प्रभावित लोग गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं, जो उनके जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।

फ्लोराइड का असर

फ्लोराइड एक अन्य खतरनाक तत्व है जो सामान्य रूप से पानी में मिलता है। हालांकि, थोड़ी मात्रा में फ्लोराइड दांतों के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा से दंत और कंकाल फ्लोरोसिस जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। फ्लोराइड की अधिकता से हड्डियों में कमजोरी, जोड़ों में दर्द और अन्य विकार हो सकते हैं। बिहार के 3,789 वार्डों में फ्लोराइड की अधिकता चिंता का कारण बन चुकी है, जिससे यहां के निवासियों में ये समस्याएं बढ़ रही हैं।

आयरन की समस्या

आयरन भी एक महत्वपूर्ण खनिज है जो शरीर के लिए आवश्यक है, लेकिन जब यह पानी में अधिक मात्रा में पाया जाता है तो यह आयरन ओवरलोड का कारण बन सकता है। इससे पाचन संबंधी समस्याएं, पेट दर्द, उल्टियां और लिवर और हृदय संबंधी रोग हो सकते हैं। बिहार के 21,709 वार्डों में आयरन की अधिकता से यह समस्या उत्पन्न हो रही है। उच्च आयरन स्तर के कारण न केवल पानी की गुणवत्ता खराब हो रही है, बल्कि यह लोगों की सेहत पर भी बुरा असर डाल रहा है।

बिहार के जल संकट के कारण

बिहार में जल संकट और पानी में होने वाली ये खतरनाक मिलावटें कई कारणों से हो रही हैं। इनमें प्राकृतिक कारणों के साथ-साथ मानवीय गतिविधियां भी शामिल हैं, जो जल स्रोतों को प्रदूषित कर रही हैं।

  1. अधिक जल निकासी: बिहार में अत्यधिक जल निकासी एक प्रमुख कारण है। कृषि, उद्योग और घरेलू उपयोग के लिए अधिक जल निकाले जाने से भूजल स्तर में गिरावट आई है। इसके कारण प्राकृतिक तत्व, जैसे आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन, जल स्रोतों में घुलने लगते हैं।

  2. विनाशकारी जल प्रबंधन: बिहार में जल प्रबंधन की कमी भी इस समस्या को बढ़ाती है। कई क्षेत्रों में जल शोधन की उचित प्रक्रिया नहीं है, जिससे जल में खतरनाक तत्वों की मात्रा बढ़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप लोग दूषित पानी का सेवन करने के लिए मजबूर होते हैं।

  3. कृषि और उद्योग का प्रभाव: कृषि और उद्योगों से निकलने वाला प्रदूषण भी जल स्रोतों को दूषित करता है। रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का अत्यधिक प्रयोग जल स्रोतों में मिलकर जल की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। इसके अलावा, उद्योगों से निकलने वाले अवशेष भी जल स्रोतों में मिलकर पानी को गंदा कर देते हैं।

  4. जलवायु परिवर्तन: जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम के पैटर्न में बदलाव आया है। बेमौसम बारिश और सूखा जल संकट को और बढ़ा रहे हैं। बारिश के पानी में प्रदूषण के कण मिलकर भूजल स्रोतों में घुल जाते हैं, जिससे पानी की गुणवत्ता और खराब हो जाती है।

स्वास्थ्य पर प्रभाव

इन खतरनाक तत्वों के कारण बिहार के लोगों में कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। खासकर, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को इन समस्याओं का ज्यादा खतरा है।

  1. आर्सेनिक से होने वाली बीमारियां: आर्सेनिक से त्वचा पर घावपेट और आंतों की बीमारियांकैंसर, और नर्वस सिस्टम के विकार हो सकते हैं। यह समस्या दीर्घकालिक रूप से गंभीर हो सकती है, क्योंकि आर्सेनिक का असर धीरे-धीरे शरीर पर पड़ता है।

  2. फ्लोरोसिस: फ्लोराइड की अधिकता से दंत फ्लोरोसिस और हड्डी फ्लोरोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इससे दांतों में पीले धब्बे और हड्डियों में कमजोरी आ सकती है। यह बच्चों के लिए विशेष रूप से हानिकारक है, क्योंकि उनकी हड्डियां और दांत अभी विकसित हो रहे होते हैं।

  3. आयरन ओवरलोड: आयरन की अधिकता से पाचन समस्याएंजिगर के रोगहृदय संबंधी विकार, और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं। यह पानी में मौजूद अत्यधिक आयरन के कारण हो सकता है।

समस्या का समाधान और कदम

बिहार के जल संकट का समाधान और पानी की गुणवत्ता में सुधार के लिए कुछ कदम उठाए जाने की आवश्यकता है:

  1. पानी की शोधन प्रणाली का सुधार: बिहार में पानी की शोधन प्रणाली को बेहतर बनाने की जरूरत है। यह सुनिश्चित करना होगा कि पानी में से आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन जैसे तत्व हटाए जाएं। बेहतर शोधन तकनीकें लागू करनी चाहिए, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में।

  2. वर्षा जल संचयनवर्षा जल संचयन एक प्रभावी तरीका है जो भूजल स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है। बिहार में वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने से पानी की कमी को दूर किया जा सकता है।

  3. पानी की गुणवत्ता की नियमित जांच: नियमित रूप से पानी की गुणवत्ता की जांच करानी चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की मिलावट का समय रहते पता चल सके और उचित उपाय किए जा सकें।

  4. जन जागरूकता: लोगों को जल शोधन और जल संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करना चाहिए। स्कूलों और समुदायों में जल प्रदूषण के प्रभाव और जल शोधन के तरीके पर शिक्षा दी जानी चाहिए।

बिहार में जल संकट और पानी में आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन जैसे खतरनाक तत्वों का उच्च स्तर एक गंभीर समस्या है। यह न केवल स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है, बल्कि लंबे समय तक इन समस्याओं का समाधान न होने पर यह स्थिति और भी खराब हो सकती है।

राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को मिलकर इस संकट से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। जल शोधन प्रणाली को बेहतर बनाना, वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देना, और पानी की गुणवत्ता की नियमित जांच करना कुछ ऐसे कदम हैं जो इस समस्या का समाधान कर सकते हैं।

बिहार के नागरिकों के लिए यह समय है कि वे अपने जल स्रोतों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं और एक स्वस्थ और सुरक्षित जल स्रोत की ओर कदम बढ़ाएं।

Read this article in

KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

KKN Public Correspondent Initiative


Discover more from KKN Live

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

2025 विधान सभा चुनाव से पहले गरमाई बिहार की सियासत: जुबानों का जहर, मुद्दों पर पर्दा

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक माहौल एक बार फिर तनावपूर्ण...

Amazon Great Freedom Festival Sale 2025 में iQOO स्मार्टफोन्स पर जबरदस्त छूट,

Amazon Great Freedom Festival Sale 2025 का आगाज 31 जुलाई दोपहर 12 बजे से...

सारा अली खान या जाह्नवी कपूर: इंडिया काउचर वीक 2025 में लहंगे में किसका लुक रहा सबसे खास?

India Couture Week 2025 फैशन और ग्लैमर की एक खूबसूरत झलक बनकर सामने आया...

कांग्रेस का आरोप—कमजोर स्थिति में हैं पीएम मोदी, इसलिए नहीं कर पा रहे ट्रंप के दावों का खंडन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर किए गए...

More like this

00:07:06

2025 विधान सभा चुनाव से पहले गरमाई बिहार की सियासत: जुबानों का जहर, मुद्दों पर पर्दा

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक माहौल एक बार फिर तनावपूर्ण...

कांग्रेस का आरोप—कमजोर स्थिति में हैं पीएम मोदी, इसलिए नहीं कर पा रहे ट्रंप के दावों का खंडन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर किए गए...

BTSC ड्रेसर Answer Key 2025 जारी

बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) ने ड्रेसर भर्ती परीक्षा 2025 की आंसर की आधिकारिक...

वजन घटाने का आसान आयुर्वेदिक उपाय: रोज़ सुबह खाली पेट पीजिए यह एक ड्रिंक

तेजी से बदलती जीवनशैली, अनियमित खानपान और मानसिक तनाव के कारण आज वज़न बढ़ना...

BSSC Clerk Bharti: बिहार में पंचायती राज विभाग के 8093 पदों पर जल्द होगी भर्ती

बिहार सरकार की ओर से एक बार फिर युवाओं के लिए नौकरी का सुनहरा...

सोना-चांदी के दाम में बड़ा उतार-चढ़ाव, अगस्त से पहले कीमतों ने पकड़ी रफ्तार

जुलाई का अंतिम पड़ाव और अगस्त की आहट के बीच सोना और चांदी की...

असम, बंगाल और पूर्वांचल में जनसंख्या परिवर्तन गंभीर चिंता का विषय

तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने देश के कुछ क्षेत्रों में हो रहे population...

रूस के कामचात्का में 8.7 तीव्रता का भीषण भूकंप, जापान और हवाई तक सुनामी चेतावनी

रूस के कामचात्का प्रायद्वीप के पूर्वी तट पर मंगलवार देर रात एक अत्यंत शक्तिशाली...

बिहार NEET UG काउंसलिंग 2025 आज से शुरू

बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (BCECEB) ने राज्य की NEET UG Counselling 2025...

एमपी बोर्ड 10वीं सप्लीमेंट्री रिजल्ट 2025 जारी, छात्रों के लिए बड़ी राहत

मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने कक्षा 10वीं की द्वितीय परीक्षा यानी सप्लीमेंट्री...

पटना में ‘डॉग बाबू’ नाम से जारी हुआ आवास प्रमाण-पत्र, प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई

पटना जिले के मसौढ़ी अंचल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है,...

मौसम में बदलाव के साथ बच्चों को सर्दी-जुकाम से कैसे बचाएं: दादी-नानी के देसी नुस्खे

मौसम में बदलाव के दौरान अक्सर बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती...

भारत में जल्द आ सकता है बिना PIN वाला UPI पेमेंट, सिर्फ बायोमेट्रिक से होगा ट्रांजैक्शन

डिजिटल पेमेंट की दिशा में भारत एक और बड़ा कदम बढ़ाने जा रहा है।...

देवघर बस हादसा: बासुकीनाथ जा रहे कांवरियों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त, छह की मौत, 26 घायल

झारखंड के देवघर जिले में मंगलवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में छह कांवरियों...

2025 विधानसभा चुनाव से पहले VIP का बड़ा ऐलान, मुकेश सहनी बोले- 60 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव

बिहार की सियासत एक बार फिर गर्म होती नजर आ रही है। आगामी 2025...