बिहार में तड़के गरज के साथ बारिश से 22 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान तेज आंधी के साथ हुई मूसलाधार बारिश ने राज्य में बड़ी तबाही मचाई। जान-माल की भारी क्षति हुई है। विभिन्न जिलों में इसके कहर से 22 लोगों की मौत हो गई। हालांकि आधिकारिक रूप से 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
ठनके की चपेट में आने से मधुबनी में तीन, दरभंगा में एक, औरंगाबाद में दो, सुपौल में दो, अररिया में एक, पूर्णिया में एक और समस्तीपुर में तीन की मौत हो गई। उधर, दलसिंहसराय में मकान की दीवार गिर गई जिसमें दबकर एक स्कूल के वैन चालक की मौत हो गई। नालंदा के अस्थावां में ताड़ का पेड़ गिरने से एक बच्चे और बेगूसराय के डंडारी में सीढ़ी की रेलिंग गिरने से एक महिला की मौत हो गई। लखीसराय में एक पुराना पेड़ गिर गया, जिसमें दो लोगों की दबकर मौत हो गई। मुंगेर के हवेली खड़गपुर में पेड़ उखड़ गया जिसमें दबकर एक महिला की मौत हो गई। पटना जिले में आंधी-पानी से दो की मौत हो गई। मनेर के लोदीपुर में पेड़ के नीचे दबकर एक युवक की मौत हो गई। वहीं पटना के गांधीनगर कांटी फैक्ट्री रोड में बिजली का तार टूट कर गिर गया और करंट लगने से बच्चे की मौत हो गयी। विभिन्न जगहों पर कई मवेशी भी मर गए। दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। पटना जिले में दो जगहों पर पीपा पुल बह गया। दानापुर में पीपा पुल दो-तीन जगहों से खुल कर बह गया। इससे आवागमन बाधित हो गया। वहीं गायघाट स्थित बन रहे नए पीपा पुल के कुछ हिस्से अलग होकर बह गए।
This post was published on मई 9, 2017 11:15
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