मीनापुर पहुंची विश्व बैंक की टीम
लीची तुड़िया का लिया जायजा, टीम बोला बेहतर काम कर रहे है लोग
संतोष कुमार गुप्ता
मीनापुर। जीविका की दीदियो की ओर से मीनापुर मे चल रहे लीची तोड़ाई कार्यक्रम का वर्ल्ड बैंक की टीम ने जायजा लिया। कंसल्टेट परमवीर सिंह के नेतृत्व मे विश्व बैंक की टीम घोसौत व अन्य स्थानो पर पहुंची। वहां पर देखा की अलग हट कर यहां लीची की खेती की है। साथ मे मुम्बई की टेक्नो सर्क की टीम भी थी। जिसने लीची के फसल मे टेक्निकल स्पॉट किया। वर्ल्ड बैंक की टीम को लीची उत्पादक समूह की महिलाओ ने बताया कि पहले औने पौने दामो पर यहां की लीची व्यापारी खरीद कर ले जाते थे। उचित पैसा नही मिलता था। किंतु फिलहाल समर्पण जीविका प्रोयूडसर कम्पनी बोंचहा की ओर से उससे ज्यादा दाम पर लीची की खरीददारी की गयी है। इसके अतिरिक्त मुनाफे मे से 70 फीसदी लीची उत्पादक को मिलेगा। 30 प्रतिशत मुनाफा लीची खरीदने वाली संस्था का होगा। गीता देवी,सुनिता देवी,प्रमिला देवी आदि किसानो ने बताया कि पांच बजे सुबह से वह लोग लीची तोड़ना शुरू कर देते है। 12 बजे तक पैकिंग कर लीची को पटना एयरपोर्ट पर भेज दिया जाता है। शाम होते ही मुम्बई,दिल्ली,अहमदाबाद,बंगलोर आदि जगहो के लोग लीची का स्वाद चख लेते है। लीची तोड़ने वाले दीदियो को तीन सौ व पैक करने वाले दीदियो को डेढ सौ रूपया प्रतिदिन पारिश्रमिक मिलता है। विश्व बैंक के अधिकारियो ने कहा कि मीनापुर मे बेहतर काम हो रहा है। इस मॉडल को पुरे बिहार मे लागू किया जायेगा। दीदियो ने कहा कि बुधवार को 68 पेटी लीची हवाई जहाज से महानगरो मे भेजी गयी। इस सिजन मे 50 टन लीची भेजी जायेगी। मौके पर डीपीएम संतोष कुमार सोनू,टेक्नो सर्क के राजीव सिंहा,अनुप मिश्रा,बीपीएम सुधीर कुमार रॉय,कौशल किशोर प्रसाद,अभिषेक श्रीवास्तव,दीपक कुमार,राजीव कुमार,धर्मेंद्र कुमार,केदार कुमार आदि मौजूद थे।