मानसून के मौसम के दौरान बिहार में आज यानी शुक्रवार, 27 जून 2025 को 5 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों में गया, पटना, और अन्य कुछ प्रमुख जिले शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, बिहार की राजधानी पटना समेत अन्य क्षेत्रों में आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। इस मौसम में आंधी और बारिश के साथ तेज हवाओं का सामना करना पड़ सकता है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के 24 जिलों में “ऑरेंज अलर्ट” जारी किया है, जबकि अन्य जिलों के लिए “येलो अलर्ट” जारी किया गया है। इसका मतलब है कि भारी बारिश, आंधी, और बिजली गिरने का खतरा इन क्षेत्रों में अधिक है।
27 जून का मौसम पूर्वानुमान
आज बिहार में मौसम का मिजाज काफी बदलने वाला है। गया, पटना, और अन्य जिलों में भारी बारिश और आंधी का अनुमान है। ये मौसम परिवर्तन मुख्य रूप से मानसून के कारण हो रहे हैं, जो पूरे देश में बारिश की स्थिति बना रहा है। पटना में भी बादल घेरने के साथ-साथ बारिश की संभावना जताई गई है, खासकर दोपहर और शाम के समय में। इस दौरान बिजली गिरने की घटनाएँ भी हो सकती हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, पटना समेत आस-पास के इलाकों में आंधी और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। ऐसे में यहां रहने वालों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है, खासकर खुले इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
ऑरेंज अलर्ट जारी जिलों की सूची
मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट के तहत, निम्नलिखित जिलों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं का खतरा है:
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गया
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पटना
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आरा
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बक्सर
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नालंदा
इन जिलों में भारी बारिश के साथ-साथ आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। संबंधित जिलों के निवासियों को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें, खासकर उस समय जब मौसम ज्यादा खराब हो।
अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश
जिन जिलों के लिए “येलो अलर्ट” जारी किया गया है, उनमें हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इनमें प्रमुख जिलों में मुजफ्फरपुर, भागलपुर, सारण, और बेगूसराय शामिल हैं। हालांकि यहां पर बारिश की तीव्रता कम रहेगी, लेकिन फिर भी लोग इस दौरान सावधान रहें, क्योंकि अचानक भारी बारिश हो सकती है।
कृषि और परिवहन पर प्रभाव
बिहार के कृषि क्षेत्र पर भी भारी बारिश का प्रभाव पड़ने की संभावना है। जिन क्षेत्रों में धान और अन्य फसलों की खेती हो रही है, वहां पानी भरने या बाढ़ की संभावना बढ़ सकती है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों की देखभाल करने के लिए तत्काल कदम उठाएं, जैसे कि जलनिकासी की व्यवस्था करना और कीटों से बचाव के उपाय करना।
इसके अलावा, परिवहन सेवा भी प्रभावित हो सकती है। बिहार की सड़कों और प्रमुख हाईवे पर पानी भरने से यात्रा में रुकावट आ सकती है। पटना और अन्य प्रमुख शहरों में जलभराव होने की संभावना है, जिससे यात्रा में देरी हो सकती है। इसलिए यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है और अगर जरूरी हो तो यात्रा टालने पर विचार किया जा सकता है।
गुरुवार को हुई बारिश का असर
गुरुवार, 26 जून को बिहार के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। इसमें पटना, मुजफ्फरपुर, और वैशाली जैसे जिलों में वर्षा दर्ज की गई, जिससे गर्मी से राहत मिली। हालांकि, यह बारिश सिर्फ एक छोटे अंतराल के लिए थी और आज (27 जून) के मौसम को लेकर मौसम विभाग ने अधिक गंभीर चेतावनी जारी की है।
सुरक्षित रहने के उपाय
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खुले स्थानों से बचें: आंधी, तेज हवाओं और बिजली गिरने के दौरान खुले स्थानों में रहना खतरनाक हो सकता है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जाती है।
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बाढ़ से बचाव: जिन इलाकों में बाढ़ की संभावना है, वहां के निवासी सावधानी बरतें। घर के ऊपरी मंजिलों में चले जाएं और अपने सामान को ऊंचा रखें।
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सड़क पर सतर्कता: बारिश के कारण सड़कें गीली हो सकती हैं, जिससे फिसलन बढ़ जाती है। अगर आपको यात्रा करनी हो, तो सावधानी बरतें और वाहन की गति को कम रखें। सार्वजनिक परिवहन सेवा में भी देरी हो सकती है, इसलिए अतिरिक्त समय का प्रबंधन करें।
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बिजली और आंधी के दौरान: अगर बिजली कड़कती है, तो किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं और बिजली के उपकरणों से दूर रहें।
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समाचार अपडेट पर ध्यान रखें: मौसम विभाग द्वारा जारी की जाने वाली ऑरेंज और येलो अलर्ट की जानकारी पर ध्यान रखें। विभिन्न मौसम ऐप्स या रेडियो के माध्यम से अपडेट्स प्राप्त करें।
आगे का मौसम: बिहार में जारी रहेगा मानसून का असर
आने वाले दिनों में भी बिहार में मानसून का असर जारी रहेगा। IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, और भी जिलों में भारी बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है। इस दौरान बाढ़ की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है, खासकर जलभराव वाले इलाकों में।
बिहार में मानसून का मौसम किसानों के लिए राहत और चुनौती दोनों लेकर आया है। भारी बारिश से जहां फसलों के लिए लाभकारी स्थिति बन सकती है, वहीं बाढ़ और जलभराव से नुकसान भी हो सकता है। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित कदम उठाएं और लोगों को सुरक्षा उपायों के लिए जागरूक करें।
हालांकि यह मौसम फसल के लिए अच्छा है, लेकिन हमें सभी मौसम परिवर्तनों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षित रहने के उपायों का पालन करना चाहिए। पटना, गया, और अन्य प्रभावित जिलों में भारी बारिश और आंधी का अलर्ट जारी है, जिससे लोगों को सतर्क रहकर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
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