KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के बक्सर जिले से रविवार तड़के एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना की खबर सामने आई है। यह हादसा इंडस्ट्रियल थाना क्षेत्र के अंतर्गत हरिकिशनपुर मोड़ के पास हुआ, जहाँ एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे खड़े बालू लदे ट्रक में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
शव यात्रा में शामिल होने जा रहे थे सभी यात्री
हादसे के शिकार सभी लोग रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के शिवपुर हॉल्ट के रहने वाले थे। वे बक्सर में किसी रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। दुर्भाग्यवश, यह यात्रा उनकी ज़िंदगी की आखिरी यात्रा बन गई।
NH-922 पर खड़े ट्रक से टकराई कार
हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग 922 (NH-922) पर हुआ, जब सात लोगों को लेकर जा रही एक कार भोजपुर से बक्सर की ओर जा रही थी। तभी हरिकिशनपुर मोड़ के पास सड़क किनारे खड़े एक बालू लदे ट्रक से कार की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया।
रात 3 से 4 बजे के बीच हुआ हादसा
स्थानीय लोगों के अनुसार यह हादसा रात 3 बजे से 4 बजे के बीच हुआ। टक्कर की आवाज़ इतनी तेज थी कि आसपास के लोग नींद से जाग गए और तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी और लोग उसमें फंसे हुए थे।
तीन की मौके पर ही मौत, चार घायल अस्पताल में भर्ती
कार में सवार सात यात्रियों में से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार कुछ घायलों को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया जा सकता है।
तेज रफ्तार बनी मौत की वजह
स्थानीय लोगों ने बताया कि कार बहुत तेज गति से चल रही थी और संभवतः अंधेरा होने या दृश्यता कम होने के कारण ड्राइवर को आगे खड़ा ट्रक दिखाई नहीं दिया। नतीजतन, कार सीधा ट्रक से जा भिड़ी। इस तरह की घटनाएं इस क्षेत्र में आम हो गई हैं और इसका मुख्य कारण तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों का पालन न करना है।
पुलिस जांच में जुटी, ट्रक ड्राइवर फरार
हादसे की सूचना मिलते ही इंडस्ट्रियल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और घायलों को इलाज मुहैया कराया गया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि वह ट्रक किसका था और उसका ड्राइवर कौन था। हादसे के समय ट्रक पर कोई रिफ्लेक्टर या चेतावनी संकेत नहीं था, जो कि एक बड़ी लापरवाही मानी जा रही है।
बिहार में सड़क सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक
यह हादसा बिहार की सड़क सुरक्षा व्यवस्था की एक बड़ी खामियों को उजागर करता है। हाईवे पर भारी वाहनों को बिना किसी संकेत या रिफ्लेक्टर के खड़ा कर देना एक आम बात हो चुकी है। ऊपर से, रात के समय तेज रफ्तार में वाहन चलाना और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था का अभाव ऐसी घटनाओं को आम बना रहा है।
सरकारी लापरवाही और सिस्टम फेलियर
बक्सर की यह दुर्घटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक सिस्टम की नाकामी का प्रतीक है। ट्रकों पर रिफ्लेक्टिव टेप का न होना, चालकों की थकान, सड़क पर रोशनी की कमी और ट्रैफिक पुलिस की निगरानी की कमी जैसे कई कारण इस तरह की दुर्घटनाओं को जन्म देते हैं।
सड़क हादसों को रोकने के लिए जरूरी कदम
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स्पीड मॉनिटरिंग सिस्टम: तेज रफ्तार वाहनों पर नज़र रखने के लिए हाईवे पर आधुनिक स्पीड मॉनिटरिंग कैमरे लगाए जाएं।
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जागरूकता अभियान: लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए निरंतर अभियान चलाए जाएं।
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ट्रकों पर रिफ्लेक्टर अनिवार्य: सभी भारी वाहनों पर रात में रिफ्लेक्टिव टेप या चेतावनी संकेत होना अनिवार्य किया जाए।
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रात में गश्त बढ़ाई जाए: रात के समय पुलिस गश्त को बढ़ाया जाए ताकि लापरवाह ड्राइविंग को रोका जा सके।
बक्सर में हुआ यह दर्दनाक सड़क हादसा हमें एक बार फिर यह याद दिलाता है कि जीवन कितना अनमोल है। एक छोटी सी चूक, जैसे तेज रफ्तार में वाहन चलाना या बिना संकेत के सड़क किनारे ट्रक खड़ा करना, जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे हादसों को रोकने के लिए सिर्फ व्यक्तिगत सतर्कता नहीं, बल्कि सरकार और ट्रैफिक विभाग की ओर से भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
जब तक सड़क सुरक्षा नियमों को गंभीरता से नहीं लिया जाएगा, तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी और निर्दोष लोग अपनी जान गंवाते रहेंगे।
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