तंबाकू जनित बीमारियों के कहर हुआ खुलाशा
विश्व तंबाकू निषेध दिवस
बिहार। तंबाकू का सेवन हमारे समाज में मौत का एक प्रमुख कारण बन गया है। एक रिपोर्ट से खुलाशा हुआ है कि बिहार में तंबाकू जनित बीमारियों से चौबीस घंटे में 277 लोगो की मौत हो जाती है। आज विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा जारी यह रिपोर्ट वास्तव में चौकाने वाली है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि एक सिगरेट के कश लेने से 11 मिनट की जिंदगी कम हो जाती वही पूरा पैकेट से तीन घंटे चालीस मिनट जिंदगी कम हो जाती है। तंबाकू व धूम्रपान उत्पादों के सेवन से देशभर में प्रतिघंटा 137 लोग की मौत हो जाती है। वहीं दुनिया में प्रति 6 सेकेंड एक व्यक्ति की मौत इसके कारण हो रही है। वैश्विक वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण (गेट्स)के अनुसार बिहार में 53.5 प्रतिशत करीब 3 करोड़ 66 लाख 3 हजार 417 लोग किसी ना किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं और इनमें से 1 लाख 24 हजार लोगों की मृत्यु तंबाकू से संबधित रोगों के कारण प्रतिवर्ष हो जाती है। भारत में 48 फीसदी पुरुष और 20 फीसदी महिलाएं किसी न किसी रुप में तंबाकू का प्रयोग करती हैं। देश की 20 प्रतिशत महिलाएं सिगरेट एवं अन्य धूम्रपान उत्पादों के सेवन का शौक रखती हैं। इनमें देश के साथ-साथ प्रदेश की शहरी व ग्रामीण महिलाएं भी शामिल हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि सन् 2050 तक 2.2 अरब लोग तंबाकू या तंबाकू उत्पादों का सेवन करेंगे। इसके साथ ही इन उत्पादों के सेवन से जहां पुरुषों में नपुंसकता बढ़ रही है वहीं महिलाओं में प्रजनन क्षमता भी कम होती जा रही।