जिंदा होने का था अंधविश्वास
राजकिशोर प्रसाद
केरल। केरल के मल्लापुरम में एक परिवार ने मृतक को जिन्दा होने के उम्मीद में अपने ही घर में तीन महीने तक रखा। इस अजीबो गरीब हरकत से वहाँ का पूरा इलाका और पुलिस हैरान है। सैयद के घर में लगातार कोई हलचल नही होने और सुनसान होने पर पड़ोसियों को कुछ शक हुआ और इसकी सूचना पुलिस को दी। तीन महीने से घर बन्द है। कोई हलचल नही है। जब सुचना पर पुलिस पहुँची तो आवाज करने पर भी कोई जबाब नही मिला। अंत में पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसा और जो माजरा देखा, उसे देख पुलिस भी दंग रह गयी।
दरअसल इस परिवार के मुखिया सैयद की मौत तीन माह पहले हो चुकी थी। सैयद की पत्नी को ऐसा विश्वास था की अल्लह से दुआ करने पर सैयद दूबारा से जिन्दा हो सकता है। इसी उम्मीद में सैयद की पत्नी ने अपने तीन बच्चों के साथ सैयद के शव के पास बैठकर सैयद के जिन्दा होने की दुआ माँगने लगी। अंदर से घर बन्द कर बच्चों सहित दुआ में लग गई। इस तरह तीन महीने बीत गए । इस बीच सैयद का शव सड़ने लगा। बावजूद उसकी पत्नी व बच्चे की उम्मीद अभी भी बाकी था। बहरहाल, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेज दिया है।