बिहार इस समय बदलते मौसम का सामना कर रहा है। मौसम विभाग ने साफ कहा है कि आने वाले एक हफ्ते तक राज्य में Rainfall Activity कमजोर रहेगी। इसके कारण अगले तीन दिनों में Temperature दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। इसी के साथ राज्य में नमी यानी Humidity 97 प्रतिशत तक दर्ज की जा रही है। गर्मी और नमी का यह मेल लोगों को और ज्यादा परेशान कर रहा है।
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आंधी और वज्रपात के लिए Yellow Alert
सोमवार को मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिम और उत्तर-मध्य बिहार के कई जिलों के लिए Yellow Alert जारी किया है। विभाग ने आशंका जताई है कि इन इलाकों में एक-दो स्थानों पर आंधी और मेघगर्जन के साथ वज्रपात हो सकता है। हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इस चेतावनी को हल्के में नहीं लिया जा सकता क्योंकि बिहार में हर साल वज्रपात से बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवाते हैं।
कमजोर Rainfall और चिंता बढ़ी
रविवार को पांच जिलों में बारिश दर्ज की गई जबकि कई अन्य हिस्से पूरी तरह सूखे रहे। औरंगाबाद में सबसे अधिक 24.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। पूर्णिया सबसे गर्म रहा जहाँ अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं, मोतिहारी में न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस रहा। अरवल जिले में हवा की रफ्तार 31 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंची।
Patna Weather: बादलों ने बढ़ाई उमस
राजधानी पटना में सोमवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। कुछ जगहों पर हल्की बारिश और ठनका गिरने के भी आसार जताए गए हैं। रविवार सुबह पटना के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। दिन भर बादल छाए रहे लेकिन Humidity ने लोगों को परेशान किया। पटना का अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नमी की मात्रा 74 प्रतिशत रही जिससे दोपहर का समय और अधिक असहनीय बन गया।
गर्मी और Humidity ने बढ़ाई परेशानी
कमजोर बारिश और तेज धूप के कारण राज्य में Humidity का असर बढ़ रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक लोग दोपहर में ज्यादा गर्मी और उमस महसूस करेंगे। फिलहाल बारिश की गतिविधियां कमजोर रहने से इस स्थिति से राहत मिलना कठिन है।
सेहत पर असर और Heat Stroke का खतरा
तेज गर्मी और उमस लोगों की सेहत पर भी असर डाल रही है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि इस दौरान Heat Stroke और Dehydration का खतरा बढ़ जाता है। खासतौर से किसान और मजदूर जो खुले में काम करते हैं, उनके लिए यह समय ज्यादा मुश्किल साबित हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और धूप में लंबे समय तक काम करने से बचें।
वज्रपात से सबसे ज्यादा खतरा
उत्तर बिहार के ग्रामीण इलाकों में वज्रपात हमेशा बड़ा खतरा बनकर सामने आता है। इस बार भी मौसम विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि कई जिलों में ठनका गिर सकता है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि आंधी-बारिश के समय खेतों और खुले स्थानों पर काम करने से बचें। हर साल सैकड़ों लोग वज्रपात की चपेट में आकर अपनी जान गंवाते हैं।
बारिश की कमी और खेती पर असर
कमजोर Rainfall ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। धान की खेती करने वाले जिलों में सिंचाई की जरूरत अब बढ़ने लगी है। अगर इसी तरह बारिश की गतिविधि कमजोर रही तो फसल उत्पादन पर असर पड़ सकता है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि किसानों को वैकल्पिक जल स्रोतों की तैयारी करनी चाहिए ताकि फसलें बचाई जा सकें।
जिलों में अलग-अलग Temperature
राज्य के अलग-अलग जिलों में Temperature में अंतर साफ देखा जा रहा है। पूर्णिया में सबसे अधिक तापमान 35 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया, जबकि मोतिहारी में रात का तापमान 25 डिग्री से नीचे रहा। पटना का तापमान बीच में रहा लेकिन Humidity ने लोगों को ज्यादा परेशान किया। इससे साफ है कि भौगोलिक स्थिति का मौसम पर गहरा असर पड़ता है।
पूरे सप्ताह का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार अगले एक हफ्ते तक बिहार में भारी Rainfall की संभावना कम है। उत्तर बिहार के कुछ इलाकों में हल्की बारिश और ठनका गिरने की संभावना बनी रहेगी। अधिकतम तापमान में लगातार बढ़ोतरी होगी और उमस भी बनी रहेगी। विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे गर्मी और नमी से बचाव के उपाय करें।
Patna Weather का हफ्ते भर का हाल
पटना में अगले कुछ दिनों तक आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है, लेकिन भारी बारिश की उम्मीद कम है। तीन से चार दिनों में तापमान 34 डिग्री से ऊपर जा सकता है। दिन का समय विशेषकर दोपहर में और अधिक असहनीय होगा।
Humidity का असर
वर्तमान मौसम में सबसे बड़ी चुनौती Humidity है। नमी का स्तर 97 प्रतिशत तक पहुंचने से तापमान और अधिक महसूस हो रहा है। शरीर पसीने के जरिए खुद को ठंडा नहीं कर पा रहा है। यही वजह है कि लोग तापमान से कहीं अधिक गर्मी का अनुभव कर रहे हैं। विशेषज्ञों ने दोपहर के समय घर में रहने और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी है।
हवा की रफ्तार और मौसम का उतार-चढ़ाव
तेज हवाओं ने भी मौसम का मिजाज बदल दिया है। कई जिलों में हवा की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। हालांकि इससे थोड़ी देर के लिए राहत मिलती है, लेकिन यह हवाएं पेड़-पौधों और फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित रखें।
अन्य जिलों का हाल
औरंगाबाद में भारी बारिश दर्ज की गई, जिससे स्थानीय इलाकों में जलजमाव की समस्या भी पैदा हो गई। अरवल में तेज हवाओं ने लोगों को परेशान किया। उत्तर बिहार के जिलों में हल्की बारिश और ठनका गिरने की घटनाएं सामने आईं। वहीं मध्य बिहार के कई हिस्सों में लोग तेज गर्मी और उमस से बेहाल रहे।
प्रशासन की तैयारी
राज्य सरकार मौसम की हर गतिविधि पर नजर रख रही है। आपदा प्रबंधन विभाग ने ग्रामीण इलाकों में वज्रपात से सावधान रहने की अपील की है। शहरी इलाकों में स्वास्थ्य विभाग Heat Stroke और Dehydration से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चला रहा है।
फिलहाल बिहार में मौसम लगातार चुनौती बना हुआ है। एक ओर बारिश की कमी है, दूसरी ओर Temperature और Humidity दोनों बढ़ रहे हैं। मौसम विभाग का Yellow Alert इस बात की चेतावनी है कि अगले कुछ दिनों तक मौसम अस्थिर रहेगा। राजधानी पटना और अन्य जिलों में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है, लेकिन उमस और गर्मी लोगों को परेशान करती रहेगी। विशेषज्ञों और प्रशासन की सलाह है कि लोग सतर्क रहें और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
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