बिहार में बारिश का दौर लगातार जारी है और इसके चलते राज्य के विभिन्न हिस्सों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। Bihar Weather Today की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के अधिकांश जिलों में अगले पांच दिनों तक वर्षा की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि मौसम विभाग का मानना है कि मंगलवार से मॉनसून धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है।
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रविवार, 3 अगस्त को राज्य प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए थे। आज यानी सोमवार को भी मौसम विभाग ने सभी जिलों के लिए बारिश की संभावना जताई है, वहीं कुछ खास जिलों के लिए Heavy Rain Alert जारी किया गया है।
पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में भारी वर्षा का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, आज पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण में बहुत अधिक वर्षा हो सकती है। इसके अलावा गोपालगंज, शिवहर और सीवान ज़िलों में भी Heavy Rainfall in Bihar की संभावना है। इन इलाकों में तेज़ हवाएं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं। साथ ही मेघ गर्जन और वज्रपात की चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग ने इन जिलों के निवासियों को सतर्क रहने और अत्यावश्यक न होने पर घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। वज्रपात की आशंका के चलते ग्रामीण इलाकों में विशेष सावधानी बरतने की ज़रूरत है।
अगले पांच दिनों तक वर्षा की स्थिति बनी रहने की संभावना
IMD Bihar Rain Forecast के अनुसार, राज्य के सभी जिलों में अगले पांच दिनों तक वर्षा का सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि, अनुमान है कि मंगलवार से मॉनसून की तीव्रता में धीरे-धीरे कमी आ सकती है, खासकर दक्षिण और मध्य बिहार के इलाकों में। लेकिन नेपाल सीमा से सटे उत्तरी बिहार के ज़िलों में बारिश का असर अधिक रह सकता है।
प्रशासन को संभावित बाढ़ और जलभराव को ध्यान में रखते हुए राहत और बचाव कार्यों की तैयारी के निर्देश दिए गए हैं। जलभराव से प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री, नाव, शुद्ध पेयजल, सूखा भोजन और दवाइयों की व्यवस्था की जा रही है।
13 ज़िलों में भारी वर्षा, सबसे अधिक बारिश मधुबनी में दर्ज
रविवार को प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, राज्य के लगभग सभी जिलों में बारिश हुई है, जिसमें 13 जिलों में Very Heavy Rainfall दर्ज की गई है। सबसे अधिक वर्षा मधुबनी में हुई, जहां 171.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। किशनगंज में 152 मिलीमीटर, सीवान में 140.6 मिलीमीटर और पूर्णिया में 127.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
अन्य जिलों में भी बारिश के आंकड़े इस प्रकार रहे:
बेगूसराय में 102.4 मिमी
सुपौल में 111.6 मिमी
मुज़फ्फरपुर में 91 मिमी
वैशाली में 90.8 मिमी
समस्तीपुर में 89.6 मिमी
नालंदा में 87.6 मिमी
पटना के दानापुर में 78.4 मिमी
फतुहा में 72.2 मिमी
पुनपुन में 70 मिमी
खुसरूपुर में 67.2 मिमी
सारण में 77.8 मिमी
जहानाबाद में 66.2 मिमी
यह आंकड़े राज्य में हो रही भारी बारिश की व्यापकता को दर्शाते हैं।
वर्षा से तापमान में आई गिरावट
लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। रविवार को सबसे अधिक तापमान भागलपुर में 33.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि सबसे कम अधिकतम तापमान सीवान के ज़ीरादेई में 27.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
राजधानी पटना में अधिकतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई और पारा 28.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। राज्य भर में औसत अधिकतम तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। हालांकि, उमस अब भी बनी हुई है जिससे लोगों को दिन के समय असहजता महसूस हो रही है।
नदियां उफान पर, बाढ़ का खतरा बढ़ा
लगातार बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर चुका है। विशेषकर गंडक, कोसी और बागमती जैसी नदियों में तेज़ जलप्रवाह देखा जा रहा है। तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ की संभावना को देखते हुए सतर्क किया गया है।
प्रशासन द्वारा तटीय गांवों और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में नाव, खाद्य सामग्री और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की जा रही है। पूर्वी चंपारण, मोतिहारी और गोपालगंज जैसे ज़िलों में एनडीआरएफ को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
शहरी इलाकों में जलजमाव, ग्रामीण क्षेत्रों में फसलें प्रभावित
पटना, मुज़फ्फरपुर और भागलपुर जैसे शहरों में जल निकासी की स्थिति खराब होने से जगह-जगह जलजमाव की स्थिति बन गई है। खासकर पटना जंक्शन के बाहर रविवार रात को पानी भर गया जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में पानी भरने से धान की फसल और हाल में रोपाई की गई फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। कई जगहों पर किसानों ने खेतों से पानी निकालने के लिए वैकल्पिक उपाय शुरू कर दिए हैं।
प्रशासन की अपील: सावधानी बरतें, मौसम की जानकारी लेते रहें
Patna Weather Update और अन्य जिलों के लिए मौसम विभाग लगातार अपडेट जारी कर रहा है। आम जनता से अपील की गई है कि मौसम के पूर्वानुमान पर ध्यान दें और तेज़ बारिश या आंधी-तूफान के समय घरों में ही रहें। ग्रामीण इलाकों में आकाशीय बिजली के खतरे को लेकर विशेष चेतावनी दी गई है।
जो लोग कृषि कार्यों या खुले स्थानों पर काम करते हैं, उन्हें सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। ज़रूरत पड़ने पर स्कूल-कॉलेज और अन्य संस्थान स्थानीय स्तर पर बंद करने का निर्णय ले सकते हैं।
राज्य में फिलहाल वर्षा का सिलसिला अगले पांच दिनों तक जारी रहने का अनुमान है। हालांकि मंगलवार के बाद मॉनसून के थोड़ा कमजोर होने की संभावना है। आज के लिए जिन पांच जिलों—पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, शिवहर और सीवान—में Heavy Rain Alert जारी किया गया है, वहां विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और कई इलाकों में शहरी जलभराव की स्थिति बन चुकी है। प्रशासन और नागरिकों दोनों को मिलकर इस स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। मौसम में थोड़ी राहत की उम्मीद मंगलवार के बाद बन सकती है, लेकिन तब तक के लिए पूरे राज्य में सतर्कता आवश्यक है।
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