शुक्रवार, जुलाई 25, 2025
होमSocietyMRI Room में भारी चेन पहनकर जाने से व्यक्ति की दर्दनाक मौत

MRI Room में भारी चेन पहनकर जाने से व्यक्ति की दर्दनाक मौत

Published on

Follow Us : Google News WhatsApp

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में एक 61 वर्षीय व्यक्ति की MRI Room में दर्दनाक मौत हो गई। वह गलती से एक भारी लोहे की चेन पहनकर MRI मशीन वाले कमरे में चला गया, जहां पहले से एक मरीज़ की स्कैनिंग चल रही थी। MRI Machine की ज़बरदस्त Magnetic Force ने लोहे की चेन को खींच लिया और व्यक्ति मशीन से ज़ोर से टकरा गया।

बताया जा रहा है कि व्यक्ति ने लगभग 9 किलो वज़न की लोहे की चेन गले में पहन रखी थी। मशीन के सक्रिय चुंबकीय क्षेत्र ने चेन को तेजी से खींचा और कुछ ही पलों में व्यक्ति की जान चली गई।

कैसे हुआ हादसा, क्या है पूरी घटना

जानकारी के अनुसार मृतक व्यक्ति का नाम Keith McAlister है, जो अपनी पत्नी के साथ अस्पताल आया था। उसकी पत्नी का MRI Scan किया जा रहा था। स्कैनिंग के बाद उन्होंने टेक्नीशियन से कहा कि उनके पति को बुलाया जाए ताकि वह MRI Table से उठने में मदद कर सकें।

टेक्नीशियन की अनुमति से Keith जैसे ही MRI Room में दाखिल हुए, मशीन के Magnetic Pull ने उन्हें चेन सहित अपनी ओर खींच लिया। मशीन से ज़ोरदार टक्कर लगने के बाद वह वहीं गिर पड़े। उनकी पत्नी ने बताया कि “मैं चिल्लाई, मशीन बंद करने को कहा, लेकिन सब कुछ बहुत तेज़ी से हुआ। उन्होंने मुझे हाथ हिलाकर अलविदा कहा और फिर उनका शरीर ढीला पड़ गया।”

टेक्नीशियन और पत्नी ने मिलकर उन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन MRI Machine की Magnetic Force इतनी शक्तिशाली थी कि उन्हें हटाना मुश्किल हो गया।

अस्पताल में भर्ती के बाद भी नहीं बच सके Keith McAlister

मशीन से निकालने के थोड़ी देर बाद Keith को दिल का दौरा पड़ा। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन डॉक्टर उन्हें नहीं बचा सके। अगले दिन गुरुवार को दोपहर के समय Keith ने दम तोड़ दिया।

उनकी पत्नी ने अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि टेक्नीशियन ने यह कैसे नजरअंदाज किया कि उनके पति के गले में भारी चेन थी? उन्होंने कहा कि यह चूक नहीं बल्कि लापरवाही थी, जिसके कारण उनका जीवन गया।

MRI Room में पहले भी हो चुकी हैं गंभीर घटनाएं

यह पहली बार नहीं है जब MRI Room में इस तरह की जानलेवा घटना हुई हो। साल 2001 में न्यूयॉर्क के एक मेडिकल सेंटर में 6 साल के बच्चे की मौत हो गई थी। उस समय एक ऑक्सीजन सिलेंडर गलती से MRI मशीन वाले कमरे में ले जाया गया था। मशीन की Magnetic Field ने सिलेंडर को खींच लिया और वह सीधे बच्चे से टकरा गया। उस हादसे के बाद परिवार को लगभग ₹24 करोड़ का मुआवज़ा मिला था।

इस तरह की घटनाएं दिखाती हैं कि MRI जैसी High Magnetic Environment वाली जगहों पर किसी भी प्रकार की लापरवाही जानलेवा हो सकती है।

MRI Machine की Magnetic Force कितनी खतरनाक होती है?

MRI मशीनों में उपयोग होने वाले मैग्नेट बहुत ज़्यादा ताक़तवर होते हैं। आमतौर पर 1.5 से 3 टेस्ला (Tesla) तक की Magnetic Strength वाली MRI Machines मेडिकल सेंटर्स में इस्तेमाल होती हैं। यह ताक़त धरती के Magnetic Field से हज़ारों गुना ज़्यादा होती है।

कोई भी लोहे या स्टील की वस्तु जैसे चेन, घड़ी, चाबी, बेल्ट, व्हीलचेयर या ऑक्सीजन टैंक MRI Room में जैसे ही आती है, मशीन का मैग्नेट उसे तेज़ी से अपनी ओर खींच लेता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि MRI Machine में इतनी शक्ति होती है कि वह एक भारी व्हीलचेयर को भी पूरे कमरे में खींच सकती है।

MRI Room में जाने से पहले क्या सावधानियाँ ज़रूरी हैं

MRI Scan के लिए जाते समय विशेष सावधानी बरतना बहुत ज़रूरी है। मरीजों और उनके परिजनों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके पास कोई भी धातु की वस्तु न हो। इसके अंतर्गत आते हैं:

  • गहने या चेन

  • बेल्ट

  • मोबाइल फोन

  • चाबी

  • स्टील बटन या ज़िप वाली ड्रेस

हर अस्पताल और डाइग्नोस्टिक सेंटर को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मरीज और उसके साथ जाने वाला कोई भी व्यक्ति MRI Room में जाने से पहले पूरी तरह Metal Free हो।

MRI Safety में टेक्नीशियन की ज़िम्मेदारी

MRI Room में सुरक्षा सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी टेक्नीशियन की होती है। उन्हें यह देखना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति, चाहे मरीज हो या परिजन, धातु की किसी भी वस्तु के साथ अंदर न जाए। यदि कोई व्यक्ति गलती से भी कुछ पहनकर आ गया हो, तो टेक्नीशियन को तुरंत उसे रोकना चाहिए।

Keith McAlister के केस में सवाल यह उठ रहा है कि टेक्नीशियन ने उन्हें कमरे में आने की अनुमति क्यों दी, जब वह भारी चेन पहने हुए थे? क्या यह चूक थी या किसी गाइडलाइन का उल्लंघन? यह जांच का विषय बना हुआ है।

MRI Room Accidents को कैसे रोका जा सकता है?

MRI Scan Routine प्रक्रिया है, लेकिन High Magnetic Zone में Safety Rules की अनदेखी हादसों का कारण बन सकती है। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ज़रूरी है कि:

  • स्टाफ को नियमित रूप से MRI Safety Training दी जाए

  • मरीज और उनके साथ आए लोगों को साफ़ निर्देश दिए जाएं

  • कमरे के बाहर चेतावनी संकेत और निर्देश लिखे हों

  • फाइनल स्कैन से पहले दोबारा चेकिंग की जाए

कुछ आधुनिक Diagnostic Centres अब Ferromagnetic Detection Systems का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो किसी भी Metallic Object के पास आते ही अलार्म देते हैं। यह एक तरह की टेक्नोलॉजिकल सुरक्षा है, जो इंसानी भूल को संभाल सकती है।

Legal Accountability और मरीज की सुरक्षा

Keith की पत्नी द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद अब कानूनी कार्यवाही की आशंका भी बन रही है। अगर यह साबित हो गया कि अस्पताल प्रशासन या टेक्नीशियन की लापरवाही से यह हादसा हुआ, तो अस्पताल को कानूनी ज़िम्मेदारी लेनी पड़ सकती है। मरीज की सुरक्षा हर अस्पताल की प्राथमिक ज़िम्मेदारी होती है, और MRI जैसी High Risk प्रक्रिया में चूक करना गंभीर लापरवाही माना जाता है।

Keith McAlister की मौत न सिर्फ़ एक निजी त्रासदी है, बल्कि पूरे मेडिकल सिस्टम के लिए चेतावनी है। MRI Machine का इस्तेमाल जितना जरूरी और फायदेमंद है, उतना ही यह खतरनाक भी हो सकता है अगर सावधानी न बरती जाए।

चाहे टेक्नीशियन हों या परिजन, MRI Room में प्रवेश करते समय हर व्यक्ति को पूरी तरह सतर्क रहना चाहिए। थोड़ी सी भी लापरवाही जानलेवा बन सकती है। उम्मीद की जा रही है कि इस घटना के बाद MRI Scan से जुड़े नियमों और सावधानियों को और कड़ाई से लागू किया जाएगा।

Read this article in

KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

KKN Public Correspondent Initiative


Discover more from KKN Live

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

UPI नियमों में बदलाव: अगस्त से लागू होंगे नए नियम, जानें क्या बदलने जा रहा है

UPI (Unified Payments Interface) आजकल भारत में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला भुगतान तरीका...

‘ये रिश्ता क्या कहलाता है : अभिरा अपनी बेटी मायरा को लेकर आएगी उदयपुर

टीवी शो ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ के नए एपिसोड्स में एक नया ट्विस्ट...

हीरो मोटोकॉर्प की नई हीरो ग्लैमर 125 में मिलेगा क्रूज़ कंट्रोल, टेस्टिंग में जुटा कंपनी

हीरो मोटोकॉर्प ने अपनी नई हीरो ग्लैमर 125 की टेस्टिंग शुरू कर दी है,...

नरेंद्र मोदी ने इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ा, बने देश के दूसरे सबसे लंबे कार्यकाल वाले प्रधानमंत्री

25 जुलाई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक मील का पत्थर पार...

More like this

UPI नियमों में बदलाव: अगस्त से लागू होंगे नए नियम, जानें क्या बदलने जा रहा है

UPI (Unified Payments Interface) आजकल भारत में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला भुगतान तरीका...

हीरो मोटोकॉर्प की नई हीरो ग्लैमर 125 में मिलेगा क्रूज़ कंट्रोल, टेस्टिंग में जुटा कंपनी

हीरो मोटोकॉर्प ने अपनी नई हीरो ग्लैमर 125 की टेस्टिंग शुरू कर दी है,...

नरेंद्र मोदी ने इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ा, बने देश के दूसरे सबसे लंबे कार्यकाल वाले प्रधानमंत्री

25 जुलाई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक मील का पत्थर पार...

आधार कार्ड लिंकिंग प्रक्रिया: क्यों और कैसे करें आवश्यक सेवाओं से लिंक

आधार कार्ड आजकल भारतीय नागरिकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। इसके...

बेहद खास नामों का संग्रह: अपने बच्चे के लिए चुनें सबसे प्यारा नाम

बच्चे का नाम केवल एक शब्द नहीं होता, बल्कि यह उनकी पहचान और व्यक्तित्व...

राबड़ी देवी का बड़ा दावा: तेजस्वी यादव की हत्या की हो चुकी है चार बार कोशिश, सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद राबड़ी देवी ने गुरुवार को एक सनसनीखेज...

भारत‑ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता: साझी समृद्धि की नई शुरुआत

भारत और ब्रिटेन के बीच तीन वर्षों से चली आ रही बातचीत के बाद...

Agniveer Result 2025: जल्द जारी होगा परिणाम

Agniveer Bharti 2025 के तहत आयोजित हुई Common Entrance Examination (CEE) का परिणाम अब...

बिहार में वोटर लिस्ट से किसी सही मतदाता का नाम नहीं हटेगा, विधानसभा में नीतीश सरकार ने दिया भरोसा

बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण को लेकर चल रही आशंकाओं के...

Oppo Pad SE बनाम OnePlus Pad Lite: 11‑इंच टैबलेट की टक्कर में कौन है आपके लिए बेहतर विकल्प?

भारतीय बाजार में बजट टैबलेट सेगमेंट में एक बार फिर मुकाबला तेज हो गया...

ब्रिटेन के सैंड्रिंघम पैलेस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रचा इतिहास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया ब्रिटेन यात्रा सिर्फ कूटनीतिक बैठकों और व्यापारिक समझौतों तक...

CSIR UGC NET जून 2025 एडमिट कार्ड जारी, परीक्षार्थी csirnet.nta.ac.in से करें डाउनलोड

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने CSIR UGC NET जून 2025 परीक्षा के एडमिट कार्ड...

झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने से बड़ा हादसा, 4 बच्चों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने...

आज का राशिफल 25 जुलाई 2025: चंद्रमा और शुक्र के योग से मेष, मिथुन और तुला को होगा लाभ

आज शुक्रवार, 25 जुलाई 2025 को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से विशेष महत्व है। इस दिन...

बिहार को मिलेगी उमस भरी गर्मी से राहत, 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

बिहार में पिछले कुछ हफ्तों से चल रही उमस भरी गर्मी से अब राहत...