KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत और अमेरिका के संबंधों को और मजबूती देने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले सप्ताह अमेरिका आने का निमंत्रण दिया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी, लेकिन अधिकारी ने अपनी पहचान छुपाते हुए अधिक विवरण नहीं दिया। यह निमंत्रण राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के बीच 27 जनवरी, 2025 को हुई फोन कॉल के बाद दिया गया।
इस फोन कॉल के दौरान, डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की, जिनमें इमीग्रेशन, भारत द्वारा अमेरिका से सुरक्षा उपकरण खरीदने की आवश्यकता और दोनों देशों के बीच बढ़ते रणनीतिक संबंध शामिल थे। यह बातचीत दोनों देशों के बीच मजबूत होते बिलैट्रल रिश्तों का संकेत है।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच फोन कॉल की मुख्य बातें
डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई फोन कॉल में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत से अमेरिका निर्मित सुरक्षा उपकरणों की अधिक खरीदारी पर जोर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। ट्रंप ने भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की आवश्यकता की बात की।
इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए ट्रंप को उनके दूसरे कार्यकाल में सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “हम एक साझा विश्वास और पारस्परिक लाभकारी साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम अपने लोगों की भलाई और वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा की दिशा में मिलकर काम करेंगे।” इस ट्वीट से यह साफ हो गया कि दोनों नेताओं के बीच एक मजबूत व्यक्तिगत और कूटनीतिक संबंध है।
प्रधानमंत्री मोदी की आगामी अमेरिका यात्रा: क्या हो सकता है अगला कदम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी 2025 को वाशिंगटन डीसी पहुंचने की संभावना है, जहां वह अपने फ्रांस दौरे के बाद अमेरिका का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान उनकी महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित होंगी, जिनमें अमेरिकी व्यापारिक नेताओं से चर्चा और भारत-अमेरिका समुदाय से बातचीत शामिल हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच 13 फरवरी 2025 को एक महत्वपूर्ण बैठक हो सकती है, जो दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में अहम कदम होगा। इसके अलावा, राष्ट्रपति ट्रंप पीएम मोदी के लिए एक रात्रिभोज भी आयोजित कर सकते हैं, जो दोनों नेताओं को एक अनौपचारिक और मित्रवत माहौल में बातचीत करने का मौका देगा।
भारत-अमेरिका संबंधों में प्रमुख मुद्दे: व्यापार, इमीग्रेशन और रक्षा
व्यापार और आर्थिक संबंध
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करना होगा। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है, और 2023/24 में दोनों देशों के बीच व्यापार 118 बिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच चुका है। इस संदर्भ में, ट्रंप प्रशासन व्यापार घाटे को कम करने की दिशा में काम कर रहा है, और ट्रंप ने मोदी से इसे लेकर चर्चा की थी।
भारत ने भी हाल ही में कस्टम ड्यूटी में कटौती की है, जिससे अमेरिकी कंपनियों को लाभ मिलने की संभावना है। इस कदम से दोनों देशों के बीच व्यापार को और बढ़ावा मिल सकता है। दोनों देशों के नेतृत्व के बीच यह सुनिश्चित किया जाएगा कि व्यापारिक संबंध और भी प्रभावी और पारदर्शी हों।
इमीग्रेशन
राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच एक अन्य महत्वपूर्ण विषय गैरकानूनी इमीग्रेशन था। ट्रंप ने इस मुद्दे पर पीएम मोदी से चर्चा की और उम्मीद जताई कि मोदी इस मामले में “सही कदम” उठाएंगे। भारत ने पहले ही यह सुनिश्चित किया है कि वह उन भारतीय नागरिकों को वापस लेगा जिन्होंने अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश किया है, बशर्ते वे सही तरीके से पहचाने गए हों।
रक्षा और सुरक्षा सहयोग
भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग एक अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र है, और दोनों देशों के बीच मिलिट्री इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ाने की दिशा में कई प्रयास किए जा रहे हैं। अमेरिका ने भारत से रक्षा उपकरणों की खरीद को बढ़ावा देने के लिए निर्यात नियंत्रण नियमों में छूट देने के संकेत दिए हैं। इससे भारत को अमेरिकी रक्षा उपकरणों की खरीद में सहूलत मिलेगी, और दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को और बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा, दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को और बढ़ाने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकियों और नवीनतम तकनीकी पहल पर भी चर्चा की जा सकती है।
संभावित विवाद: व्यापार शुल्क और टैरिफ
हालांकि दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को लेकर सकारात्मक रुख है, फिर भी टैरिफ और व्यापार शुल्क एक विवाद का कारण बने रह सकते हैं। ट्रंप ने पहले ही भारत के उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी थी, और यह देखा जाएगा कि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान इन मुद्दों का समाधान कैसे होता है।
भारत इस मुद्दे को बातचीत के जरिए हल करने का इच्छुक है, ताकि दोनों देशों के बीच व्यापार में न्यायपूर्ण और पारदर्शी माहौल बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूती मिल सकती है। दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, इमीग्रेशन और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे। ट्रंप और मोदी के व्यक्तिगत संबंध इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, और यह यात्रा दोनों देशों के बीच एक मजबूत और स्थिर साझेदारी की दिशा में एक अहम कदम हो सकता है।
भारत और अमेरिका के रिश्ते वैश्विक मंच पर प्रभावी रूप से गढ़े जा रहे हैं, और प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका दौरा उन रिश्तों को नई दिशा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है। इस यात्रा के दौरान होने वाली चर्चा और निर्णयों से भारत और अमेरिका के बीच वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा को बढ़ावा मिल सकता है।